सुंदरता के पैमाने क्या हैं इसके बारे में बात करेंगे तो चर्चा लंबी हो जाएगी, क्योंकि हर व्यक्ति की पसंद अलग है. हमारे देश में किसी के लिए सुंदरता के मायने गोरा रंग है तो किसी को सादगी सुंदर लगती है. ये मायने भी जगह के हिसाब से बदलते रहते हैं. ये निर्भर करता है कि आप किस देश में रहते हैं और वहां की संस्कृति कैसी है.
लेकिन दुनिया में ऐसी बहुत सी जगह हैं जहां सुंदरता ऐसी चीजों से तोली जाती है जिन्हें आप अजीब या सुंदरता की श्रेणी में रखते ही नहीं. जिन वजहों से आम तौर पर हम खुद को कमतर या फिर शर्मिंदा महसूस करते हैं, कई देशों में यही चीजें खूबसूरत और सेक्सी कही जाती है. आप भी देखिए कि वो क्या-क्या चीजें हैं जो आपके लिए तो अजीब हैं लेकिन लोगों के लिए आकर्षक-
1. उत्तर-पश्चिमी अफ्रीका के मौरिटेनिया में ओवरवेट या वजनी होना-
अगर लड़की का वजन थोड़ा भी बड़ जाए तो लोग उसका जीना मुश्किल कर देते हैं कि वजन कम करो नहीं तो शादी नहीं होगी, लेकिन उत्तर-पश्चिमी अफ्रीका के मौरीटेनिया देश में पुरुषों को मोटी महिलाएं आकर्षक लगती हैं.
इस देश में सूख और आकाल बहुत आम बात है, इसलिए वजनी होने को समृद्धि का प्रतीक माना जाता है. इसलिए यहां लोग मोटी लड़कियों को ही ज्यादा पसंद करते हैं. लड़कियों को मोटा करने के लिए मातापिता शुरू से ही तैयारी करते हैं. 7 साल की उम्र से उन्हें खास फार्म पर भेजा जाता है जहां उन्हें अच्छा और ढेर सारा खाना खिलाया जाता है जिससे उनका वजन बढ़े. माता-पिता बच्चियों को एक दिन में जबरन 16000 कैलरी तक देते हैं. हालांकि अब समय के साथ वहां के लोगों की सोच बदलने लगी...
सुंदरता के पैमाने क्या हैं इसके बारे में बात करेंगे तो चर्चा लंबी हो जाएगी, क्योंकि हर व्यक्ति की पसंद अलग है. हमारे देश में किसी के लिए सुंदरता के मायने गोरा रंग है तो किसी को सादगी सुंदर लगती है. ये मायने भी जगह के हिसाब से बदलते रहते हैं. ये निर्भर करता है कि आप किस देश में रहते हैं और वहां की संस्कृति कैसी है.
लेकिन दुनिया में ऐसी बहुत सी जगह हैं जहां सुंदरता ऐसी चीजों से तोली जाती है जिन्हें आप अजीब या सुंदरता की श्रेणी में रखते ही नहीं. जिन वजहों से आम तौर पर हम खुद को कमतर या फिर शर्मिंदा महसूस करते हैं, कई देशों में यही चीजें खूबसूरत और सेक्सी कही जाती है. आप भी देखिए कि वो क्या-क्या चीजें हैं जो आपके लिए तो अजीब हैं लेकिन लोगों के लिए आकर्षक-
1. उत्तर-पश्चिमी अफ्रीका के मौरिटेनिया में ओवरवेट या वजनी होना-
अगर लड़की का वजन थोड़ा भी बड़ जाए तो लोग उसका जीना मुश्किल कर देते हैं कि वजन कम करो नहीं तो शादी नहीं होगी, लेकिन उत्तर-पश्चिमी अफ्रीका के मौरीटेनिया देश में पुरुषों को मोटी महिलाएं आकर्षक लगती हैं.
इस देश में सूख और आकाल बहुत आम बात है, इसलिए वजनी होने को समृद्धि का प्रतीक माना जाता है. इसलिए यहां लोग मोटी लड़कियों को ही ज्यादा पसंद करते हैं. लड़कियों को मोटा करने के लिए मातापिता शुरू से ही तैयारी करते हैं. 7 साल की उम्र से उन्हें खास फार्म पर भेजा जाता है जहां उन्हें अच्छा और ढेर सारा खाना खिलाया जाता है जिससे उनका वजन बढ़े. माता-पिता बच्चियों को एक दिन में जबरन 16000 कैलरी तक देते हैं. हालांकि अब समय के साथ वहां के लोगों की सोच बदलने लगी है.
2. जापान में 'यायीबा' यानी टेढ़े-मेढ़े दांत-
कहते हैं दांत एकसार हों तभी सुंदर लगते हैं. लेकिन जापान में सुंदर दांत का मतलब होता है टेढे-मेढ़े दांत. वैसे कुछ लोगों पर ऐसे दांत वास्तव में अच्छे दिखते हैं, बॉलीवुड एक्ट्रेस मौसमी चटर्जी याद हैं न. जापान में इसे यायीबा (yaeba) कहा जाता है.
3. कई अफ्रीकी देशों के आदिवासियों के शरीर पर ब्लेड से किए गए घाव-
किसी की भी सुंदरता में दाग होते हैं चोट के निशान, जिनसे निजात पाने के लिए लोग प्लास्टिक सर्जरी तक करवाते हैं. लेकिन शरीर पर घाव देना कई देशों की प्रथा भी है. अफ्रीका के गूनिया से लेकर कई देशों में महिलाओं और पुरुष इस दर्द भरी प्रथा से गुजरते हैं. महिलाएं अपने धड़ और छाती पर दाग लगवाती हैं क्योंकि इसे आकर्षक और कामुक माना जाता है. ये दाग एक महिला की सामाजिक स्थिति, राजनीतिक और धार्मिक भूमिका, और उनके वंश को भी दर्शाते हैं.
4. अफ्रीका के फूला आदिवासियों में चौड़ा माथा-
आमतौर पर महिलाओं के लिए चौड़ा माथा अच्छा नहीं माना जाता, और जिनके होता है वो भी उसे बालों से ढकती हैं. लेकिन अफ्रीका के फूला आदिवासी सामने से बाल काटते हैं जिससे माथा चौड़ा और ऊंचा लग सके, ये वहां का चलन है. ऐसा ही मध्ययुगीन यूरोप में भी देखा गया था, वहां की महिलाएं भी ऐसा ही करती थीं.
5. मयन्मार और थाइलैंड में रहने वाली कायन जनजाति की महिलाओं की लंबी गर्दन-
मयन्मार (बर्मा) और थाइलैंड में रहने वाली कायन जनजाति की महिलाएं अपनी गर्दन में पीतल के मोटे छल्ले पहनती हैं. जिससे गर्दन लंबी हो सके. इस समाज में लंबी गर्दन होने का मतलब खूबसूरत और समृद्धि से होता है.
5 साल की उम्र से लड़कियों को ये छल्ले पहना दिए जाते हैं, जैसे-जैसे इनकी उम्र बढ़ती है, गर्दन के छल्लों की संख्या भी बढ़ने लगती है. इन छल्लों के सेट का वजन लगभग 10 किलो होता है. इन लोगों को 'जिराफ ट्राइब' भी कहा जाता है जिन्हें देखने के लिये दूर-दूर से टूरिस्ट आते हैं.
6. दक्षिण कोरिया- दिल के आकार का चेहरा-
दक्षिण कोरिया में महिलाओं के चेहरे के आकार को बड़ा महत्व दिया जाता है. दिल के आकार के चेहरे वाली महिलाओं को सेक्सी कहा जाता है. वहां जगह-जगह अपने चेहरे को बेहतर बनाने के लिए विज्ञापन लगे होते हैं.
इस आकार को पाने की इतनी ललक है कि महिलाएं जटिल ऑपरेशन तक करवाती हैं, जिसमें अक्सर जबड़े की हड्डियों को तीन भाग में तोड़ा जाता है औप बीच का भाग निकाल कर बाकी दोनों भागों को जोड़ दिया जाता है जिससे ठोड़ी नोकीली लगे. इस तरह के ऑपरेशन के बाद एक लंबे समय तक व्यक्ति ठोस खाना नहीं खा पाते.
7. ताजिकिस्तान के कुछ इलाकों में जुड़ी हुए भौंह-
भारत में तो अगर किसी महिला की भौहें आपस में जुड़ी होती हैं तो उसे अशुभ माना जाता है. लेकिन ताजिकिस्तान के कुछ इलाकों में ऐसी भौंह को सुंदरता का पैमाना माना जाता है. और ऐसे लोगों को बहुत खुशकिस्मत समझा जाता है. जिनकी भौहें जुड़ी नहीं होतीं वो मेकअप से उन्हें जोड़ लेती हैं.
8. यूथोपिया के मुरसी और सूरी जनजाति की महिलाओं के खिंचे होंठ
ये देखने में अजीब है, और लोग इसे अंग-भंग की दृष्टि से देखते हों, लेकिन यूथोपिया के मुरसी और सूरी जनजाति की महिलाओं के लिए यह महिलाओं की परिपक्वता को दर्शाते हैं, यह संकेत देते हैं कि वो बच्चा पैदा करने की उम्र में पहुंच गई हैं.
ये प्रक्रीया काफी अजीब है, इसमें सामने दिखने वाले नीचे के दो दांत निकाल दिए जाते हैं. फिर निचले होंठ को छेदा जाता है जिससे वो मिट्टी या लकड़ी क डिस्क या प्लेट झेल सके. डिस्क को संभालने की वजह से निचला होंठ काफी खिंच जाता है. जैसे-जैसे होठ खिंचता जाता है डिस्क का आकार भी बढ़ता जाता है. जितनी बड़ी डिस्क होगी, खूबसूरती उतनी ही ज्यादा होगी, क्योंकि ये महिला की परिपक्वता को दर्शाती है, जिसे वहां के पुरुष आकर्षक समझते हैं.
9. ईरान में सर्जिकल नाक-
ईरान राइनोप्लास्टी यानी (नाक की प्लासिक सर्जरी) के लिए जाना जाता है. हालांकि ये काफी खर्चीली प्रक्रीया है फिरभी यहां के लोग सीधी नाक के लिए कुछ भी करने को तैयार रहते हैं. सीधी नाक को यहां के लोग खूबसूरत ही नहीं बल्कि समाजिक प्रतिष्ठा को बढ़ाने वाला भी मानते हैं.
और हैरानी की बात है कि नाक की इन सर्जरी के लिए लोग इतने सीरियस हैं कि जो लोग सर्जरी नहीं करवा पाते वो सर्जिकल ड्रेसिंग लगाकर रखते हैं, जिससे लोगों को ये लगे कि उन्होंने नाक सीधी करने के लिए सर्जरी करवाई है. और जो करवाते भी हैं, वो शो-ऑफ करने के लिए भी बैंडेज काफी लंबे समय तक पहने रहते हैं.
10. न्यूजीलैंड की माओरी जाति की महिलाएं के चेहरे पर टैटू-
न्यूजीलैंड में रहने वाली माओरी जाति की महिलाएं पुरुषों को आकर्षित करने के लिए पारंपरिक तौर पर अपनी ठोढ़ी और निचले होंठ पर टैटू बनवाती हैं. इसे प्रथा को टामोको कहते हैं.
हर टैटू अलग होता है जिसमें उनके पूर्वजों का इतिहास छिपा होता है. जिससे उस महिला के खानदान और रुतबे का भी पता चलता है. हालांकि ये महिलाएं और पुरुष दोनों ही इस प्रथा को निभाते हैं, लेकिन महिलाएं इसलिए टैटू बनवाती हैं क्योंकि निचले होंठ पर टैटू बनवाने से वो ज्यादा भरे भरे नजर आते हैं, और माना जाता है कि वो जितने भरे भरे होंगो वो उतनी ही खूबसूरत लगेंगी.
तो इन सब देशों की खूबसूरत बातों को जानकर अगर आपको अजीब लग रहा है तो जरा अपने देश के बारे में सोचिए. हो सकता है कि इन देशों को हमारे देश में लड़कियों का कान और नाक छिदवाना, मेंहदी लगाना अजीब लगता हो, जबकि ये तो हमारे देश की संस्कृति है. तो जैसा कि पहले कहा गया कि खूबसूरती को लेकर लोगों की सोच इस बात पर निर्भर करती है कि आप किस देश में रहते हैं और वहां की संस्कृति कैसी है. खूबसूरती तो देखने वाले की निहाग में होती है.
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