हम जब नए रिश्ते में जुड़ते हैं तो यह सोचते हैं कि यह रिलेशनशिप उम्र भर साथ रहेगी. हम पार्टनर के साथ पूरी जिंदगी की प्लानिंग कर लेते हैं. हमें लगता है कि यह रिश्ता हमेशा के लिए है, लेकिन कुछ दिन साथ रहने के बाद समझ आता है कि अब पहले वाली बात नहीं रही. हम खुद को ठगा हुआ महसूस करते हैं. हम यह सोचने लगते हैं कि क्या सच में पूरी जिंदगी उसके साथ बिताना चाहते हैं या नहीं. हम अपनी कमिटमेंट और किए गए वादों की वजह से चाहकर भी उस रिश्ते से अलग नहीं हो पाते. इस बात को समझिए कि वैसे तो शादी का रिश्ता तो सात जन्मों का होता है लेकिन कभी-कभी पति-पत्नी में नहीं बनती और वे तलाक लेकर अलग हो जाते हैं.
अब बॉलीवुड की एक्ट्रेस (Bollywood Actress Divorce) को ही ले लीजिए जो अपनी शादी में परेशान थीं. इसके बाद उन्होंने तलाक लेने की सोची और अब एक खुशहाल जिंदगी जी रही हैं. इन हसीनाओं ने दुनियां को दिखा दिया कि खुश रहने के लिए किसी गलत इंसान के साथ रहने से अच्छा है अकेले रहना. ये काम भी कर रही हैं और अपने बच्चों का ख्याल भी रख रही हैं. इन बॉलीवुड हस्तियों ने समाज को आईना दिखाया है जो तलाकशुदा महिला (Divorced Women) को बुरी औरत समझते हैं.
करिश्मा कपूर
कपूर खानदान की बड़ी बेटी और बॉलीवुड ऐक्ट्रेस करिश्मा कपूर (Karishma Kapoor) इसका सबसे बड़ा उदाहरण हैं. करिश्मा ने 2003 में बिजनेसमैन संजय कपूर से शादी की थी. इनके दो बच्चे समायरा और कियान हैं. शादी के 13 साल बाद दोनों ने अलग होने का फैसला किया और तलाक ले लिया. करिश्मा ने संजय कपूर पर घरेलू हिंसा का आरोप लगाया था. फिलहाल वे अपने बच्चों का साथ खुश...
हम जब नए रिश्ते में जुड़ते हैं तो यह सोचते हैं कि यह रिलेशनशिप उम्र भर साथ रहेगी. हम पार्टनर के साथ पूरी जिंदगी की प्लानिंग कर लेते हैं. हमें लगता है कि यह रिश्ता हमेशा के लिए है, लेकिन कुछ दिन साथ रहने के बाद समझ आता है कि अब पहले वाली बात नहीं रही. हम खुद को ठगा हुआ महसूस करते हैं. हम यह सोचने लगते हैं कि क्या सच में पूरी जिंदगी उसके साथ बिताना चाहते हैं या नहीं. हम अपनी कमिटमेंट और किए गए वादों की वजह से चाहकर भी उस रिश्ते से अलग नहीं हो पाते. इस बात को समझिए कि वैसे तो शादी का रिश्ता तो सात जन्मों का होता है लेकिन कभी-कभी पति-पत्नी में नहीं बनती और वे तलाक लेकर अलग हो जाते हैं.
अब बॉलीवुड की एक्ट्रेस (Bollywood Actress Divorce) को ही ले लीजिए जो अपनी शादी में परेशान थीं. इसके बाद उन्होंने तलाक लेने की सोची और अब एक खुशहाल जिंदगी जी रही हैं. इन हसीनाओं ने दुनियां को दिखा दिया कि खुश रहने के लिए किसी गलत इंसान के साथ रहने से अच्छा है अकेले रहना. ये काम भी कर रही हैं और अपने बच्चों का ख्याल भी रख रही हैं. इन बॉलीवुड हस्तियों ने समाज को आईना दिखाया है जो तलाकशुदा महिला (Divorced Women) को बुरी औरत समझते हैं.
करिश्मा कपूर
कपूर खानदान की बड़ी बेटी और बॉलीवुड ऐक्ट्रेस करिश्मा कपूर (Karishma Kapoor) इसका सबसे बड़ा उदाहरण हैं. करिश्मा ने 2003 में बिजनेसमैन संजय कपूर से शादी की थी. इनके दो बच्चे समायरा और कियान हैं. शादी के 13 साल बाद दोनों ने अलग होने का फैसला किया और तलाक ले लिया. करिश्मा ने संजय कपूर पर घरेलू हिंसा का आरोप लगाया था. फिलहाल वे अपने बच्चों का साथ खुश हैं.
मलाइका अरोड़ा
शादी के 19 साल बाद मलाइका (Malaika Arora) अरबाज खान से तलाक लेकर अलग हो गईं. इस खबर ने सभी चौंका दिया था. मलाइका अपने बेटे के साथ ही रहती हैं. वे अर्जुन कपूर को डेट कर रही हैं. इस वजह से भी वह चर्चा में बनी रहती हैं. उन्होंने खुद को दूसरा मौका दिया और खुशहाल जिंदगी जी रही हैं. ट्रोलर्स उनके पीछे पड़े रहते हैं लेकिन वे किसी की परवाह नहीं करती.
कोंकणा सेन
अपनी एक्टिंग से अलग पहचान बनाने वाली कोंकणा सेन शर्मा ने 2010 में अभिनेता रणवीर शौरी से शादी की थी. कोंकणा शादी के पहले ही मां बनने वाली थीं. हालांकि शादी के पांच साल बाद ही दोनों अलग हो गए. तलाक के बाद अब कोंकणा अपने बेटे के साथ ही रहती हैं. कोंकणा ने कई दमदार किरदार निभाए हैं. वे असल जिंदगी में काफी बोल्ड महिला हैं.
चित्रांगदा सिंह
कई लोगों को पता ही नहीं था कि चित्रांगदा शादीशुदा थीं. उन्हें उनकी खूबसूरती की वजह से जल्दी ही फेम मिल गया था. चित्रांगदा ने साल 2001 में ज्योति रंधावा से शादी की थी. इनका एक बेटा हुआ, हालांकि बेटे के जन्म के बाद ही दोनों अलग हो गए. चित्रांगदा अपने बेटे के साथ ही जिंदगी जी रही हैं.
मनीषा कोईराला
कैंसर जैसी बीमारी को हराने वाली मनीषा कोइराला की शादी बिजनेसमैन सम्राट दहल से हुई थी. हालांकि शादी के दो साल के बाद ही दोनों ने तलाक ले लिया था. कहने का मतलब यह है कि जब दो लोगों में प्यार खत्म हो जाए और टकराव ज्यादा होने लगे तो साथ में रहने का क्या मतलब है.
तलाक लेने का सही समय क्या है?
वैसे तो रिश्ते निभाने की कोशिश हर कपल करता है लेकिन इसके बाद भी अगर सब बिगड़ता चला जाए तो एक बार सोचने की जरूरत है. हम यहां आपको कुछ बातें बता रहे हैं. अगर आपको भी लगता है कि यह सब तो आपके साथ भी हो रहा है, इसका मतलब यह कि आप जबरदस्ती रिश्ते को ढो रहे हैं.
1- आप एक खुशमिजाज व्यक्ति हैं लेकिन साथी के साथ रहने पर भी आपको खुशी नहीं मिलती. शुरुआत में तो कपल को एक-दूसरे की सभी बातें अच्छी लगती हैं, लेकिन समय बीतने के साथ चीजें बदलने लगती हैं. पहले जिन बातों पर प्यार आता था अब वही लड़ाई की वजह बन जाती है. यानी छोटी-छोटी बातों पर बहस होने लगती है. ठीक है हर कपल में लड़ाई होती है, लेकिन जब ये लड़ाइयां ज्यादा होने लगे और आप इमोशनली कमजोर महसूस करने लगें तो समझ जाइए कि इस रिश्ते में कुछ बचा नहीं है. खासकर जब आप बार-बार टूटा हुआ महसूस करें.
2- रिश्ते में अगर शक पांव जमा ले तो वह ज्यादा दिन तक नहीं टिक पाता. विश्वास ही किसी रिश्ते की नींव मानी जाती है. अगर आपका मन पार्टनर को लेकर रोज कुछ ना कुछ कहता है और इशारे करता है कि आप गलत इंसान के साथ रह रहे हैं. तो यकीन मानिए इसे सीरियस लेने की जरूरत है ना की अनदेखी करने की.
3- जब किसी के साथ होते हुए भी ना हों. मान लीजिए आप अपने पार्टनर के साथ डेट पर गए हुए हैं, लेकिन आपके मन में किसी और का ख्याल आ रहा हो कि काश इसके जगह पर वो शख्स होता. इसका मतलब यह नहीं है कि आपका कैरेक्टर खराब है, हो सकता है कि आप उस इंसान से प्यार करते हैं. वो आपका एक्स हो सकता है या कोई और. आप इस रिश्ते से जुड़कर पछताते हैं, ऐसे में इस रिश्ते को आगे बढ़ाने का कोई मतलब नहीं है.
4- अगर आप रिश्ते में अच्छा महसूस नहीं करते. एक हेल्दी रिलेशन में साथी आपका मनोबल बढ़ाता है. बुरी स्थिति में आपका साथ देता है ना कि आपको ब्लेम कर बुरा फील करवाता है. आप सोचिए कि इस रिश्ते से आपको खुशी मिल रही है या फिर आपके ऊपर इसका बुरा असर पड़ रहा है. अगर आपका पार्टनर आपको डिमोटिवेट करके आपका मनोबल कम रहा है और आपको दुखी कर रहा है तो समझ लीजिए दूरी में ही भलाई है.
5- अगर आपके करीबी जो सच में आपके दोस्त हैं. वे आपके रिश्ते की तारीफ करते हैं, मोटीवेट करते हैं तो यह अच्छा संकेत है. वहीं अगर दोस्त यह कहते हैं कि तुम्हें इस रिश्ते से निकल जाना चाहिए. वे दोस्त जो सच में आपकी परवाह करते हैं और वे कहते हैं कि इस रिश्ते को तोड़ देना चाहिए तो आपको इसके बार में गंभीरता से सोचने की जरूरत है.
अगर आप रिश्ते को लेकर ज्यादा कंफ्यूज हैं तो दो लिस्ट बनाइए. एक रिश्ता तोड़ने का और दूसरा रिश्ता ना तोड़ने का. अब लिस्ट में साथी के साथ रहने और रिश्ता तोड़ने दोनों बातों का जिक्र कीजिए. अब दोनों लिस्ट आपके सामने हैं, खुद कंपेयर करें कि आपको क्या करना है.
इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.