'खूबसूरती देखने वाले की आंखों में होती है' ये बात हम बचपन से सुनते आ रहे हैं. खूबसूरती का कोई तय पैमाना नहीं है, फिर भी न जाने कितने लोग खूबसूरती के लिए पीछे पड़े रहते हैं. उन्हें लगता है कि दुनिया भर की क्रीम लगाने से या ब्यूटी ट्रीटमेंट करने से उनकी खूबसूरती बढ़ जाएगी. जिनका इससे भी मन नहीं भरता उन्हें लगता है कि सर्जरी करवाना सबसे बेस्ट ऑप्शन है.
दुनिया भर की महिलाओं के लिए अब एक नया ट्रेंड खूबसूरती बढ़ाने का तरीका बनता जा रहा है, लेकिन ये खतरनाक भी है. ब्राजिलियन बट लिफ्ट करवाने के लिए कई महिलाएं अपने साथ खिलवाड़ करती हैं. किम कार्दशियन और काइली जेनर की तरह बट इम्प्लांट करने वाली महिलाओं की संख्या बहुत बढ़ गई है. 2015 में प्लास्टिक सर्जन्स ने 18,487 महिलाओं की सर्जरी की.
ये जितना सोचने में आसान लग रहा है पर असल में ये प्रोसेस बहुत मुश्किल है और महिलाओं को बहुत सारी स्वास्थ्य समस्याएं होती हैं. 30 साल की लाटिया बौमेस्टर के लिए बट इम्प्लांट सर्जरी खतरनाक साबित हुई. उनकी ऑपरेशन टेबल पर ही मौत हो गई. अब 6 बच्चों की मां लाटिया अब इस दुनिया में नहीं है.
वो उन 33 महिलाओं में से एक हैं जो इस सर्जरी का शिकार हो गईं और पिछले पांच साल में अमेरिका में इतनी महिलाओं की मृत्यू हो गई. अपने बट्स का उभार बढ़ाने का तरीका ऑपरेशन है. पिछले पांच सालों में बट इम्प्लांट सर्जरी करवाने वाली महिलाओं की संख्या 150 प्रतिशत बढ़ गई है.
प्लास्टिक सर्जरी वैसे इतनी मुश्किल नहीं होती है और कम लोगों को इससे खतरा होता है, लेकिन कुछ सर्जरी बाकियों की तुलना में ज्यादा परेशानी होती है. पहले पेट की चर्बी हटाने की सर्जरी को सबसे खतरनाक समझा जाता है, लेकिन अब ये बदल गया है.
ब्राजिलियन बट इम्प्लांट सर्जरी वैसे तो आसान लगती है कि शरीर के किसी हिस्से से चर्बी निकाल कर बट्स में इंजेक्शन के जरिए लगा दें, लेकिन ये थोड़ी टेक्निकल है. पर 2015 की एक रिसर्च कहती है कि मोर्टेलिटी रेट बढ़ गया.
सिर्फ यही नहीं बट लिफ्ट का एक और खतरनाक साइड...
'खूबसूरती देखने वाले की आंखों में होती है' ये बात हम बचपन से सुनते आ रहे हैं. खूबसूरती का कोई तय पैमाना नहीं है, फिर भी न जाने कितने लोग खूबसूरती के लिए पीछे पड़े रहते हैं. उन्हें लगता है कि दुनिया भर की क्रीम लगाने से या ब्यूटी ट्रीटमेंट करने से उनकी खूबसूरती बढ़ जाएगी. जिनका इससे भी मन नहीं भरता उन्हें लगता है कि सर्जरी करवाना सबसे बेस्ट ऑप्शन है.
दुनिया भर की महिलाओं के लिए अब एक नया ट्रेंड खूबसूरती बढ़ाने का तरीका बनता जा रहा है, लेकिन ये खतरनाक भी है. ब्राजिलियन बट लिफ्ट करवाने के लिए कई महिलाएं अपने साथ खिलवाड़ करती हैं. किम कार्दशियन और काइली जेनर की तरह बट इम्प्लांट करने वाली महिलाओं की संख्या बहुत बढ़ गई है. 2015 में प्लास्टिक सर्जन्स ने 18,487 महिलाओं की सर्जरी की.
ये जितना सोचने में आसान लग रहा है पर असल में ये प्रोसेस बहुत मुश्किल है और महिलाओं को बहुत सारी स्वास्थ्य समस्याएं होती हैं. 30 साल की लाटिया बौमेस्टर के लिए बट इम्प्लांट सर्जरी खतरनाक साबित हुई. उनकी ऑपरेशन टेबल पर ही मौत हो गई. अब 6 बच्चों की मां लाटिया अब इस दुनिया में नहीं है.
वो उन 33 महिलाओं में से एक हैं जो इस सर्जरी का शिकार हो गईं और पिछले पांच साल में अमेरिका में इतनी महिलाओं की मृत्यू हो गई. अपने बट्स का उभार बढ़ाने का तरीका ऑपरेशन है. पिछले पांच सालों में बट इम्प्लांट सर्जरी करवाने वाली महिलाओं की संख्या 150 प्रतिशत बढ़ गई है.
प्लास्टिक सर्जरी वैसे इतनी मुश्किल नहीं होती है और कम लोगों को इससे खतरा होता है, लेकिन कुछ सर्जरी बाकियों की तुलना में ज्यादा परेशानी होती है. पहले पेट की चर्बी हटाने की सर्जरी को सबसे खतरनाक समझा जाता है, लेकिन अब ये बदल गया है.
ब्राजिलियन बट इम्प्लांट सर्जरी वैसे तो आसान लगती है कि शरीर के किसी हिस्से से चर्बी निकाल कर बट्स में इंजेक्शन के जरिए लगा दें, लेकिन ये थोड़ी टेक्निकल है. पर 2015 की एक रिसर्च कहती है कि मोर्टेलिटी रेट बढ़ गया.
सिर्फ यही नहीं बट लिफ्ट का एक और खतरनाक साइड इफेक्ट है. अगर इस प्रोसेस में थोड़ी सी भी गलती हो जाए तो बट्स का शेप बिगड़ जाता है और वो बेडौल लगने लगते हैं.
क्या है ब्राजिलियन बट लिफ्ट और ये क्यों इतना खतरनाक है?
आम तौर पर बट लिफ्ट का मतलब है कि मोटे लोगों के बट्स से चर्बी हटा देना. लेकिन ब्राजीलियन बट लिफ्ट का मतलब है बट्स की चर्बी बढ़ा देना और उन्हें बड़ा दिखाना. इसे IVO Pitanguy ने बनाया था. Ivo एक ब्राजिलियन प्लास्टिक सर्जन थे.
कैसे करता है काम?
लाइपोसक्शन किया जाता है ताकि पेट के निचले हिस्से, जांघों और शरीर के बाकी हिस्सों से चर्बी हटाई जा सके और उस फैट को प्रोसेस किया जाता है और बट्स में इंजेक्ट किया जाता है.
अगर मरीज़ स्मोक करता है तो उसके ब्लड क्लॉट होने की गुंजाइश बढ़ जाती है. बट लिफ्ट करवाने के बाद अगर मरीज अपना वजन बढ़ाता या घटाता है तो उसके बट्स का साइज बदल जाता है. अधिकतर प्लास्टिक सर्जरी में 1 लाख में से 1 इंसान के मरने की गुंजाइश होती है, लेकिन इस सर्जरी में 20 लोगों के मरने की गुंजाइश होती है. सीधी सी बात है बाकी प्लास्टिक सर्जरी से ये और भी ज्यादा खतरनाक है.
अगर इंजेक्शन से फैट किसी नस में चला गया या एक गलती हो गई तो ब्लड क्लॉट बन जाएगा और ये फेफड़ों तक भी पहुंच सकता है. सही शेप आने में सालों भी लग सकते हैं. इसे करवाने के बाद मरीज 6 हफ्तों तक ठीक से ज्यादा देर तक बैठ नहीं सकता. उसे पेट के बल सोना होता है.
आंकड़े और भी खतरनाक..
एक और स्टडी बताती है कि ब्राजीलियन बट लिफ्ट के हर 3000 में से 1 मरीज की मौत फैट एम्बॉलिज्म की वजह से हुई है. इससे क्रॉनिक समस्याएं होने लगती हैं. फैट एम्बॉलिज्म का मतलब है कि फैट गलती से किसी नस में चला जाता है और खून के साथ फेफड़ों में पहुंच जाता है. इससे खून का बहाव शरीर में रुक जाता है.
कुल मिलाकर ये प्रोसेस जितना आसान लगता है उतना है नहीं. इसके कारण कई महिलाओं की जान जा चुकी है और ये और भी ज्यादा खतरनाक साबित हो सकता है उन महिलाओं के लिए जिनकी लाइफस्टाइल में बैठे रहने वाली जॉब है, सिगरेट और शराब है या वो जिनके बच्चे हैं.
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