कोरोना वायरस (Coronavirus ) ने पूरी दुनिया को अपने कदमों पर झुका रखा है. चीन(China), ईरान (Iran), इटली (Italy), स्पेन (Spain), अमेरिका (America) वो देश हैं जिनके कई शहर इस बीमारी के चलते तबाही की कगार पर पहुंच गए हैं. भारत (India) में भी स्थिति बद से बदतर है. भारत में कोरोना के 5734 मामले पॉज़िटिव पाए गए हैं. जबकि 166 लोगों की मौत हो चुकी है (Coronavirus Death In India). भारत में लोग अपने अपने घरों में बंद हैं और माना जा रहा है कि अगर जनता ने सरकार का साथ दिया तो शायद इस बीमारी को हराया जा सके. बीमारी चीन (China) के वुहान (Wuhan) से शुरू हुई थी इसलिए सरकार ने पूरे देश को लॉक डाउन (Lockdown) कर दिया था. चीन ने एक लंबे वक्त से चले आ रहे लॉक डाउन को खत्म कर दिया. दलील ये दी गयी कि अब वहां हालात सामान्य हैं. लेकिन ऐसा बिल्कुल नहीं है. चीन में एक बार फिर कोरोना ने अपनी दस्तक दी है. चीन में कोरोना वायरस के कारण 2 लोगों की मौत हुई है और 63 लोग इसकी चपेट में एक बार फिर आए हैं.
जी हां सही सुना आपने चीन में कोरोना 2.0 की शुरुआत हो गयी है. चीन में कोरोना वायरस के मामलों ने फिर से गति पकड़ ली है जिस कारण एक बार फिर पूरा विश्व दहल गया है. ध्यान रहे कि एक लंबे वक़्त तक कोरोना वायरस ने पूरे चीन को प्रभावित किया था और लोगों की एक बड़ी संख्या को मौत के घाट उतारा था.जैसे जैसे वक़्त बीता पूरे देश को तबाह करने के बाद चीन में कोरोना की रफ्तार धीमी हुई थी और मामले आने बंद हो गए थे. लेकिन अब चीन में दोबारा कोरोना के मामले सामने आए हैं. चीन में दूसरे फेज़ में कुल केस 1000 के पार हैं.
समस्या कितनी गंभीर है इसे हम चीन के स्वास्थ्य विभाग द्वारा कही बातों से समझ सकते...
कोरोना वायरस (Coronavirus ) ने पूरी दुनिया को अपने कदमों पर झुका रखा है. चीन(China), ईरान (Iran), इटली (Italy), स्पेन (Spain), अमेरिका (America) वो देश हैं जिनके कई शहर इस बीमारी के चलते तबाही की कगार पर पहुंच गए हैं. भारत (India) में भी स्थिति बद से बदतर है. भारत में कोरोना के 5734 मामले पॉज़िटिव पाए गए हैं. जबकि 166 लोगों की मौत हो चुकी है (Coronavirus Death In India). भारत में लोग अपने अपने घरों में बंद हैं और माना जा रहा है कि अगर जनता ने सरकार का साथ दिया तो शायद इस बीमारी को हराया जा सके. बीमारी चीन (China) के वुहान (Wuhan) से शुरू हुई थी इसलिए सरकार ने पूरे देश को लॉक डाउन (Lockdown) कर दिया था. चीन ने एक लंबे वक्त से चले आ रहे लॉक डाउन को खत्म कर दिया. दलील ये दी गयी कि अब वहां हालात सामान्य हैं. लेकिन ऐसा बिल्कुल नहीं है. चीन में एक बार फिर कोरोना ने अपनी दस्तक दी है. चीन में कोरोना वायरस के कारण 2 लोगों की मौत हुई है और 63 लोग इसकी चपेट में एक बार फिर आए हैं.
जी हां सही सुना आपने चीन में कोरोना 2.0 की शुरुआत हो गयी है. चीन में कोरोना वायरस के मामलों ने फिर से गति पकड़ ली है जिस कारण एक बार फिर पूरा विश्व दहल गया है. ध्यान रहे कि एक लंबे वक़्त तक कोरोना वायरस ने पूरे चीन को प्रभावित किया था और लोगों की एक बड़ी संख्या को मौत के घाट उतारा था.जैसे जैसे वक़्त बीता पूरे देश को तबाह करने के बाद चीन में कोरोना की रफ्तार धीमी हुई थी और मामले आने बंद हो गए थे. लेकिन अब चीन में दोबारा कोरोना के मामले सामने आए हैं. चीन में दूसरे फेज़ में कुल केस 1000 के पार हैं.
समस्या कितनी गंभीर है इसे हम चीन के स्वास्थ्य विभाग द्वारा कही बातों से समझ सकते हैं. चीनी स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, बीते दिनों चीन में कोरोना वायरस के जो 63 नए मामले रिपोर्ट हुए हैं उनमें से 61 बाहर से आए हुए हैं.
चीन का पूरा स्वास्थ्य महकमा इस बात को लेकर फिक्रमंद है कि अगर कोरोना वायरस के मद्देनजर दोबारा कुछ होता है तो स्थिति कल्पना से परे हो जाएगी. ध्यान रहे कि अर्थव्यवस्था से लेकर सामान्य जन जीवन तक कोरोना वायरस ने पूरे चीन की रीढ़ तोड़ दी है. ऐसे में एक बार फिर मामले सामने आने के बाद चीन के हाथ पैर फूल गए है. चीनी हुकूमत इस लिए भी परेशान है क्यों कि नए मामले टैब सामने आए हैं जब कर्फ्यू हटाया गया है और जनता काफी दिनों के बाद सड़कों पर वापस आई है.
बता दें कि 63 नए मामलों और 2 नई मौतों के बाद चीन में कोरोना वायरस के चलते मरने वालों की संख्या 3335 पर पहुंच गई है. स्थिति जब इट ई विकट हो तो हुक्मरानों के हाथ पैर फूलना स्वाभाविक है.
गौरतलब है कि कोरोना वायरस से निपटने के लिए चीन को कड़ी मेहनत करनी पड़ी थी और बीमारी को खत्म करने में 3 महीने लगे थे. एक बार फिर क्यों कोरोना के मामले चीन में आ रहे हैं? इस सवाल पर चीन के अधिकारियों के दिलचस्प तर्क हैं. कहा जा रहा है कि ये सब लोगों के कई दिनों के बाद सड़क पर आने के चलते हुआ है. लोगों की भीड़ जिस तरह सड़कों पर आई है इसने एक बार फिर कोरोना को बल दिया है . बता दें कि चीन में भी सरकार की तरफ से बार बार इस बात को दोहराया जा रहा है कि बीमारी तभी जा सकती है जब लोग सावधानी बरतते हुए अपने अपने घरों में रहें और बेवजह इधर उधर न जाएं.
ध्यान रहे कि पूरी दुनिया को अपने आतंक से आतंकित करने वाले कोरोना वायरस की शुरुआत चीन के वुहान शहर से हुई थी. चीन को तबाह करने के बाद वायरस तेजी से विश्व के अन्य हिस्सों में फैला उसके बाद ईरान, स्पेन, इटली, अमेरिका की तस्वीरें हमारे सामने हैं. वर्तमान में पूरी दुनिया में 10 लाख से अधिक लोग इस खौफनाक बीमारी की चपेट में हैं. जबकि 70 हजार के करीब लोग अपनी जान से हाथ धो बैठे हैं.
कोरोना वायरस 2.0 ज्यादा खतरनाक होगा और ये भविष्यवाणी पहले ही हो चुकी थी. हो सकता है ये कथन आपको हैरत में डाल दे मगर इसे इसलिए भी खारिज नहीं किया जा सकता क्यों कि बीतें दिनों इसे लेकर तमाम तरह की बातें हुईं थीं. ध्यान रहे कि अभी बीते दिनों ही सिल्विया ब्राउन (Sylvia Browne) नामक लेखिका की किताब End Of Days - Predictions and Prophecies About The End Of The World' खूब सुर्ख़ियों में आई थी.
किताब का पेज नंबर 312 खूब शेयर हुआ था. किताब में लेखिका ने बीमारी के लक्षणों के बारे में बात की है. सिल्विया ने अपनी किताब में बताया है कि 2020 में निमोनिया की तरह की एक बीमारी आएगी जो पूरे विश्व में फैलेगी. बीमारी लोगों के फेफड़े और ब्रांकाई ट्यूब्स पर हमला करेगी और इसका कोई इलाज नहीं होगा. किताब में इस बात का भी जिक्र हुआ था कि बीमारी ख़त्म होगी और फिर आएगी.
किताब में लिखी बातें फिक्शन थीं मगर जिस तरह चीन में दोबारा कोरोना की शुरुआत हुई है. कहा जा सकता है कि अभी तबाही बाकी है और इस तबाही से बचने का एक ही तरीका है और वो है लोगों का सावधानी बरतते हुए अपने अपने घरों में रहना। क्योंकि अभी बीमारी की कोई दवा उपलब्ध नहीं है इसलिए अगर दुनिया ज़रूरी सावधानियां बरते तो मिलकर इस बीमारी को भगाया जा सकता है.
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