सोने से पहले तक और उठने के तुरंत बाद, अधिकतर लोगों के हाथों में उनका प्यारा मोबाइल फोन ही रहता है. बहुत से लोगों को मोबाइल की ऐसी लत सी लग जाती है कि उससे एक मिनट की भी दूरी बर्दाश्त नहीं होती. कुछ ऐसा ही हाल था चीन के हुनान प्रांत में रहने वाली एक महिला का. लेकिन इस लत ने उनका वो हाल कर दिया है कि उन्हें डॉक्टर के पास भागना पड़ा. अभी तो वह सही हो गई हैं, लेकिन उन्हें एक सबक जरूर मिल चुका है कि मोबाइल की लत इंसान का क्या हाल कर सकती है. स्मार्टफोन से यूं तो हमारी आंखों और गर्दन पर काफी बुरा असर पड़ता है, लेकिन महिला की उंगलियों पर इसका सबसे बुरा असर हुआ.
7 दिन तक करती रही चैटिंग
महिला का मोबाइल काफी महंगा था, इसलिए वह हमेशा उसे अपने हाथ में ही पकड़े रहती थी. यह भी बताया जा रहा है कि कुछ समय पहले महिला ने करीब 7 दिन की छुट्टी ली थी और उस दौरान वह अपने मोबाइल से ही चिपकी रहती थी. दोस्तों से दिन भर चैटिंग करती रहती थी. फोन खुद से तभी दूर करती थी, जब सोने जाती थी. महिला की इसी आदत के चलते उसकी उंगलियां मोबाइल फोन पकड़ने की पोजीशन में अकड़ गईं और उसे डॉक्टर के पास जाना पड़ा.
डॉक्टरों के अनुसार पिछले सालों में ऐसे मरीजों के संख्या में इजाफा हुआ है, जो स्मार्टफोन की वजह से उंगलियों में होने वाले दर्द से परेशान हैं. अधिकतर लोगों की शिकायत होती है कि उनकी अंगूठे, छोटी उंगली और अंगूठी पहनने वाली उंगली में दर्द रहता है. एक मोबाइल प्रोवाइडर कंपनी O2 के अनुसार पिछले 5 सालों में करीब 43 फीसदी लोगों ने अंगूठे में दर्द रहने की शिकायत की है.
ब्लू लाइट छीन सकती है नींद
अधिकतर लोग ये जानते हैं कि मोबाइल इस्तेमाल करते समय उसे अपनी आंखों से कम से 25-30 सेमी....
सोने से पहले तक और उठने के तुरंत बाद, अधिकतर लोगों के हाथों में उनका प्यारा मोबाइल फोन ही रहता है. बहुत से लोगों को मोबाइल की ऐसी लत सी लग जाती है कि उससे एक मिनट की भी दूरी बर्दाश्त नहीं होती. कुछ ऐसा ही हाल था चीन के हुनान प्रांत में रहने वाली एक महिला का. लेकिन इस लत ने उनका वो हाल कर दिया है कि उन्हें डॉक्टर के पास भागना पड़ा. अभी तो वह सही हो गई हैं, लेकिन उन्हें एक सबक जरूर मिल चुका है कि मोबाइल की लत इंसान का क्या हाल कर सकती है. स्मार्टफोन से यूं तो हमारी आंखों और गर्दन पर काफी बुरा असर पड़ता है, लेकिन महिला की उंगलियों पर इसका सबसे बुरा असर हुआ.
7 दिन तक करती रही चैटिंग
महिला का मोबाइल काफी महंगा था, इसलिए वह हमेशा उसे अपने हाथ में ही पकड़े रहती थी. यह भी बताया जा रहा है कि कुछ समय पहले महिला ने करीब 7 दिन की छुट्टी ली थी और उस दौरान वह अपने मोबाइल से ही चिपकी रहती थी. दोस्तों से दिन भर चैटिंग करती रहती थी. फोन खुद से तभी दूर करती थी, जब सोने जाती थी. महिला की इसी आदत के चलते उसकी उंगलियां मोबाइल फोन पकड़ने की पोजीशन में अकड़ गईं और उसे डॉक्टर के पास जाना पड़ा.
डॉक्टरों के अनुसार पिछले सालों में ऐसे मरीजों के संख्या में इजाफा हुआ है, जो स्मार्टफोन की वजह से उंगलियों में होने वाले दर्द से परेशान हैं. अधिकतर लोगों की शिकायत होती है कि उनकी अंगूठे, छोटी उंगली और अंगूठी पहनने वाली उंगली में दर्द रहता है. एक मोबाइल प्रोवाइडर कंपनी O2 के अनुसार पिछले 5 सालों में करीब 43 फीसदी लोगों ने अंगूठे में दर्द रहने की शिकायत की है.
ब्लू लाइट छीन सकती है नींद
अधिकतर लोग ये जानते हैं कि मोबाइल इस्तेमाल करते समय उसे अपनी आंखों से कम से 25-30 सेमी. दूर रखना चाहिए, लेकिन बिस्तर में लेटकर दोस्तों से चैटिंग करते समय शायद ही कोई इस बात का ध्यान रखता हो. हर मोबाइल फोन से ब्लू लाइट निकलती है जो आंखों के लिए खतरनाक है. अधिक समय तक और नदजीक से मोबाइल इस्तेमाल करने पर यह लाइट आंखों में नींद के लिए बनने वाले हार्मोन्स पर असर डालती है, जिससे आपकी नींद बिगड़ सकती है. इसकी वजह से इनसोम्निया, डिप्रेशन और बेचैनी जैसी परेशानियां हो सकती हैं.
कैसे बचाएं आंखों को?
मोबाइल से आंखों को बचाने के लिए सबसे पहले तो उसे कम से कम 25-30 सेमी. दूर रखें. मोबाइल पर अधिक देर तक कुछ ना देखें, क्योंकि इससे आंखों में बहुत अधिक ड्राईनेस होती है. अगर किसी जरूरी काम की वजह से मोबाइल देर तक इस्तेमाल करना भी पड़े तो हर 15-20 मिनट बाद कुछ देर के लिए आंखें बंद करें ताकि उसकी ड्राइनेस खत्म हो जाए. आपको बता दें कि ड्राइनेस की वजह से डी-हाइड्रेशन होने लगता है, जिससे कंजक्टिविटी, अल्सर जैसी दिक्कत हो सकती है. मोबाइल पर चैटिंग करें, लेकिन चीन की युवती की तरह 7 दिनों तक लगातार नहीं. कुछ देर की चैटिंग बहुत है. ध्यान रहे, किसी भी चीज की लत खतरनाक ही होती है.
स्पॉन्डिलाइटिस की हो सकती है दिक्कत
ऐसा नहीं है कि मोबाइल से सिर्फ आंखों या फिर आपकी उंगलियों पर बुरा असर पड़ता है. मोबाइल का अधिक और गलत इस्तेमाल आपकी गर्दन पर भी बुरा असर डाल सकता है. बहुत से लोग मोबाइल पर देर तक फिल्में या वीडियो देखते हैं. आपको बता दें कि ऐसा करने से आपकी गर्दन में दिक्कत हो सकती है. स्पॉन्डिलाइटिस की बीमारी भी हो सकती है.
इस समय भारत में स्मार्टफोन इस्तेमाल करने वालों की संख्या करीब 33 करोड़ है और माना जा रहा है कि 2022 तक ये आंकड़ा 50 करोड़ तक पहुंच सकता है. तेजी से सस्ते होते स्मार्टफोन और बदलती तकनीक ने आज स्मार्टफोन को बहुत सारे लोगों के हाथों तक पहुंचा दिया है, लेकिन अगर इसके फायदे हैं, तो इससे नुकसान भी कम नहीं हैं. किसी की आंखें स्मार्टफोन से खराब हो रही हैं, तो किसी की उंगलियां ही टेढ़ी हो जा रही हैं. बदलती तकनीक के इस दौर में लोग पहले की तुलना में अधिक आलसी हो गए हैं, जिसकी वजह से उन्हें तमाम दिक्कतें हो रही हैं. स्मार्टफोन पर वक्त अधिक बिता रहे हैं और ये अच्छी तकनीक भी लोगों को नुकसान पहुंचा रही है.
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इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.