हम जानते हैं कि कोरोना वायरस (Coronavirus) से आसानी से छुटकारा मिलने वाला नहीं है. रोज़ ही कहीं-न-कहीं से दुखद समाचार मिलता है. आज इसमें पीड़ित मरीज़ों की सबसे अधिक संख्या का एक और निराशाजनक अध्याय जुड़ गया है. जी, हमारे देश में पिछले 24 घंटों में 95,000 से भी अधिक नए संक्रमण (Coronavirus Cases In India) सामने आए हैं जबकि 1100 से अधिक संक्रमित मरीज़ों की मृत्यु हो चुकी है. ये आंकड़े अपने-आप में एक अफ़सोसजनक रिकॉर्ड है.
आख़िर Covid-19 से लड़ने में क़सर कहां रह गई?
इस वायरस को हराने की कोई दवाई नहीं है. वैक्सीन (Vaccine) के लिए दिसंबर तक का लंबा इंतज़ार करना पड़ेगा. उसके बाद भी एक सौ पैतीस करोड़ आबादी वाले देश के प्रत्येक नागरिक को यह कब और कैसे उपलब्ध होगी, उस प्रश्न का उत्तर मिलना अभी बाक़ी है. जब तक यह बन नहीं जाती, तब तक सारी अटकलें व्यर्थ हैं. ऐसे में 'मास्क' (Mask) ही एकमात्र हथियार है जो हमें सुरक्षित रखने में 'मदद' करेगा. ध्यान रहे, 'मदद' करेगा! बचाने का कोई दावा इसलिए नहीं पेश किया जा सकता क्योंकि यह इस बात पर निर्भर करेगा कि आप उसे पहनने के सारे नियम अपना भी रहे हैं या नहीं!
सबसे पहले तो यह जान लें -
मास्क पहन लिया तो इसका यह अर्थ नहीं कि अब आप बेधड़क भीड़भाड़ भरे इलाक़े में टहल सकते हैं!
सोशल डिस्टेंसिंग का पालन अब भी उतना ही जरुरी है.
बाहर भी तब ही जाएं, जब आवश्यक हो.
सैनिटाइज़र या साबुन का प्रयोग पहले की तरह ही करते रहना है.
जानिए, मास्क लगाने से सम्बंधित नियम
सर्वप्रथम साबुन से हाथ धोएं या सैनिटाइज़र का प्रयोग करें.
देखिए, मास्क गंदा तो नहीं या फिर...
हम जानते हैं कि कोरोना वायरस (Coronavirus) से आसानी से छुटकारा मिलने वाला नहीं है. रोज़ ही कहीं-न-कहीं से दुखद समाचार मिलता है. आज इसमें पीड़ित मरीज़ों की सबसे अधिक संख्या का एक और निराशाजनक अध्याय जुड़ गया है. जी, हमारे देश में पिछले 24 घंटों में 95,000 से भी अधिक नए संक्रमण (Coronavirus Cases In India) सामने आए हैं जबकि 1100 से अधिक संक्रमित मरीज़ों की मृत्यु हो चुकी है. ये आंकड़े अपने-आप में एक अफ़सोसजनक रिकॉर्ड है.
आख़िर Covid-19 से लड़ने में क़सर कहां रह गई?
इस वायरस को हराने की कोई दवाई नहीं है. वैक्सीन (Vaccine) के लिए दिसंबर तक का लंबा इंतज़ार करना पड़ेगा. उसके बाद भी एक सौ पैतीस करोड़ आबादी वाले देश के प्रत्येक नागरिक को यह कब और कैसे उपलब्ध होगी, उस प्रश्न का उत्तर मिलना अभी बाक़ी है. जब तक यह बन नहीं जाती, तब तक सारी अटकलें व्यर्थ हैं. ऐसे में 'मास्क' (Mask) ही एकमात्र हथियार है जो हमें सुरक्षित रखने में 'मदद' करेगा. ध्यान रहे, 'मदद' करेगा! बचाने का कोई दावा इसलिए नहीं पेश किया जा सकता क्योंकि यह इस बात पर निर्भर करेगा कि आप उसे पहनने के सारे नियम अपना भी रहे हैं या नहीं!
सबसे पहले तो यह जान लें -
मास्क पहन लिया तो इसका यह अर्थ नहीं कि अब आप बेधड़क भीड़भाड़ भरे इलाक़े में टहल सकते हैं!
सोशल डिस्टेंसिंग का पालन अब भी उतना ही जरुरी है.
बाहर भी तब ही जाएं, जब आवश्यक हो.
सैनिटाइज़र या साबुन का प्रयोग पहले की तरह ही करते रहना है.
जानिए, मास्क लगाने से सम्बंधित नियम
सर्वप्रथम साबुन से हाथ धोएं या सैनिटाइज़र का प्रयोग करें.
देखिए, मास्क गंदा तो नहीं या फिर कहीं से फट तो नहीं रहा!
सुरक्षित है तो अब पहनें और जांच लीजिए कि यह आपकी नाक, मुंह और ठुड्डी को अच्छे से कवर कर रहा है या नहीं. इसे गैप देकर हवा के लिए ढीला नहीं छोड़ना है.
सुनिश्चित कीजिए कि मैटल वाली साइड ही नाक पर ऊपर की ओर है.
यह भी देखिए कि रंगीन साइड बाहर की ओर है.
बस, इसके बाद बार-बार नहीं छूना है.
सीखिए, मास्क को हटाना कैसे है?
इसे कान के पीछे से लेकर हटाना है. सामने से न छुएं.
हटाने के तुरंत बाद चेहरा, आंख, नाक को स्पर्श नहीं करना है.
साबुन से हाथ धोएं.
इसे बच्चों के सम्पर्क में न आने दें और यदि डिस्पोजेबल मास्क है तो तुरंत ही कूड़ेदान में डालें.
रीयूज़ेबल है तो इसे तुरंत ही धो दें तथा सुरक्षित जगह सुखाएं.
यदि मित्र के घर बैठे हैं और आपने मास्क हटाया है तो इसे दूसरों की पहुंच से दूर रखें. एक से मास्क होने पर अदला-बदली का डर है.
यदि खाने-पीने के लिए आप इसे हटा रहे हैं तो पूरी तरह हटाइए. इसे गर्दन, ठुड्डी पर लटकाकर या सिर पर चढ़ाकर मत रखिए क्योंकि आपके शरीर के खुले भाग संक्रमित हो सकते हैं. पुनः मास्क लगाने पर कोई भी जीवाणु या विषाणु आपके भीतर प्रवेश कर सकता है.
भूलिएगा मत, मास्क भी तभी बचाएगा जब आप इन सभी नियमों का पूरी तरह से पालन करेंगे.‘जान है तो जहान है’ हम सबने सुना है लेकिन अब ‘मास्क’ है तो ही जान बचेगी और उसके बाद जहान का दीदार संभव हो सकेगा.
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