कोरोना महामारी की दूसरी लहर के बाद यह देखने में आ रहा है कि लोग बचाव के लिए सामान्य उपकरणों को खरीदकर घर में ही रखने लगे हैं. ताकि महामारी में किसी घातक स्थिति का सामना करने से पहले हेल्थ की मोनिटरिंग कर सकें. देश के जिन इलाकों में संक्रमण की हालत बहुत खराब है वहां ऐसे उपकरण लोगों के बहुत काम आ सकते हैं. जो मरीज घर में ही इलाज करा रहे हैं, उपकरण उनके भी बहुत काम के हैं. बाजार में इनकी उपलब्धता आसान है. ये बजट में भी हैं. उपकरणों की मदद से आपात स्थिति से बचा जा सकता है.
महामारी के बाद डॉक्टरों, फ्रंट लाइन हेल्थ वर्कर्स और अस्पतालों के लिए विश्व स्वस्थ्य संगठन (WHO) ने बहुत पहले अलग-अलग स्थितियों में इस्तेमाल के हिसाब से उपकरणों की एक लिस्ट जारी की थी. लिस्ट में बहुत सारे उपकरण सामान्य हैं. जो भविष्य में भी हेल्थ केयर के काम आ सकते हैं. आइए जानते हैं ये उपकरण कौन-कौन से हैं, इस्तेमाल किस चीज के लिए होता है और कम से कम कितनी कीमत में कहां से उन्हें खरीदा जा सकता है.
कोरोना मॉनिटरिंग में काम की डिवाइस
#1. थर्मामीटर/इन्फ्रारेड थर्मामीटर: कोरोना संक्रमितों में बुखार एक सामान्य लक्षण है. नियमित रूप से शरीर के तापमान का पता लगाने यानी बुखार है या नहीं इसे घर में रखा जा सकता है. अच्छे थर्मामीटर 100 रुपये से भी कम मूल्य में उपलब्ध हैं. मगर कोरोना की वजह से कॉन्टेक्टलेस रीडिंग के लिए इन्फ्रारेड थर्मामीटर सबसे बेहतर हैं. WHO इसे रेकमेंड किया है. अच्छे इन्फ्रारेड थर्मामीटर करीब 700 रुपये की कीमत पर उपलब्ध हैं. इन्हें आस पड़ोस के मेडिकल स्टोर या घर बैठे ऑनलाइन मंगाया जा सकता है.
#2. पल्स ऑक्सीमीटर : पल्स ऑक्सीमीटर शरीर में ऑक्सीजन का सेचुरेशन लेवल बताता है. यह एक छोटी सी इलेक्ट्रानिक डिवाइस है जो अलग-अलग...
कोरोना महामारी की दूसरी लहर के बाद यह देखने में आ रहा है कि लोग बचाव के लिए सामान्य उपकरणों को खरीदकर घर में ही रखने लगे हैं. ताकि महामारी में किसी घातक स्थिति का सामना करने से पहले हेल्थ की मोनिटरिंग कर सकें. देश के जिन इलाकों में संक्रमण की हालत बहुत खराब है वहां ऐसे उपकरण लोगों के बहुत काम आ सकते हैं. जो मरीज घर में ही इलाज करा रहे हैं, उपकरण उनके भी बहुत काम के हैं. बाजार में इनकी उपलब्धता आसान है. ये बजट में भी हैं. उपकरणों की मदद से आपात स्थिति से बचा जा सकता है.
महामारी के बाद डॉक्टरों, फ्रंट लाइन हेल्थ वर्कर्स और अस्पतालों के लिए विश्व स्वस्थ्य संगठन (WHO) ने बहुत पहले अलग-अलग स्थितियों में इस्तेमाल के हिसाब से उपकरणों की एक लिस्ट जारी की थी. लिस्ट में बहुत सारे उपकरण सामान्य हैं. जो भविष्य में भी हेल्थ केयर के काम आ सकते हैं. आइए जानते हैं ये उपकरण कौन-कौन से हैं, इस्तेमाल किस चीज के लिए होता है और कम से कम कितनी कीमत में कहां से उन्हें खरीदा जा सकता है.
कोरोना मॉनिटरिंग में काम की डिवाइस
#1. थर्मामीटर/इन्फ्रारेड थर्मामीटर: कोरोना संक्रमितों में बुखार एक सामान्य लक्षण है. नियमित रूप से शरीर के तापमान का पता लगाने यानी बुखार है या नहीं इसे घर में रखा जा सकता है. अच्छे थर्मामीटर 100 रुपये से भी कम मूल्य में उपलब्ध हैं. मगर कोरोना की वजह से कॉन्टेक्टलेस रीडिंग के लिए इन्फ्रारेड थर्मामीटर सबसे बेहतर हैं. WHO इसे रेकमेंड किया है. अच्छे इन्फ्रारेड थर्मामीटर करीब 700 रुपये की कीमत पर उपलब्ध हैं. इन्हें आस पड़ोस के मेडिकल स्टोर या घर बैठे ऑनलाइन मंगाया जा सकता है.
#2. पल्स ऑक्सीमीटर : पल्स ऑक्सीमीटर शरीर में ऑक्सीजन का सेचुरेशन लेवल बताता है. यह एक छोटी सी इलेक्ट्रानिक डिवाइस है जो अलग-अलग ब्रांड में अलग-अलग तकनीकी के साथ है. मेडिकल शॉप या ई-कॉमर्स प्लेटफॉर्म से इन्हें खरीदा जा सकता है. बाजार में अच्छे पल्स ऑक्सीमीटर करीब 750 रुपये की कीमत में हैं.
#3. पेशेंट मॉनिटर : अगर आपको थोड़े ज्यादा बजट से परेशानी नहीं है तो पेशेंट मॉनिटर एक बढ़िया मेडिकल डिवाइस साबित हो सकती है जो घर में हमेशा काम आएगी. इसमें टेबल टॉप और पोर्टेबल मॉडल उपलब्ध हैं. इस एक मशीन के जरिए कई चीजों का पता आसानी से लगाया जा सकता है. कोरोना के मद्देनजर डिवाइस से हार्ट रेट, शरीर के अंदर ऑक्सीजन सेचुरेशन का लेवल, ब्लड प्रेशर, शरीर का तापमान और दूसरी अन्य चीजों का पता लगाया जा सकता है. क्वालिटी पेशेंट केयर के लिए इनका इस्तेमाल अस्पतालों और क्लिनिक में किया जाता है. अच्छे पेशेंट मॉनिटर पांच हजार की कीमत से शुरू हैं. इन्हें बड़ी मेडिकल शॉप से खरीदा जा सकता है. ऑनलाइन खरीदी विकल्प तो है ही.
कोरोना से जंग में ऑक्सीजन थेरेपी के लिए काम की डिवाइस
#1. कन्सेनट्रेटर : कंसन्ट्रेटर प्रेशर स्विंग एब्जॉर्प्शन टेक्नोलॉजी आधारित पोर्टेबल मशीनें हैं जो हवा से ऑक्सीजन बनाती हैं. कई छोटी बड़ी कम्पनियां इन्हें बेचती हैं. मौजूदा ऑक्सीजन संकट में ये मशीन लोगों के बड़े काम की साबित हो रही है. इसे इतना खरीदा जा रहा है कि बाजार से लगभग गायब हो चुकी है. मशीनें अलग-अलग क्षमता में करीब 35 हजार रुपये में उपलब्ध हैं. मशीनें आमतौर पर इलेक्ट्रोनिक शॉप या ऑनलाइन बेची जाती हैं. ऑनलाइन बुक करने पर ये 15 से 20 दिन में मिल सकती हैं.
#2. निबुलाइजर: कई शोधों से पता चल रहा है कि कोरोना सांस से फ़ैलने वाली बीमारी है. जिन्हें पहले से ही सांस संबंधित बीमारियां हैं वो ज्यादा जल्दी महामारी की चपेट में आ जा रहे हैं. सुनने में आ रहा है कि मौजूदा माहौल में तमाम लोग निबुलाइजर भी खरीद रहे हैं. ये बजट में भी है. अच्छे ब्रांड का निबुलाइजर ऑनलाइन करीब 3500 रुपये में खरीदा जा सकता है.
#3. वेपोराइजर : कई चिकित्सक और एक्सपर्ट महामारी में दो से तीन बार स्टीम थेरेपी यानी भाप लेने की सलाह दे रहे हैं. यह भी कहा जा रहा है कि स्टीम थेरेपी से फेफड़ों का सेनेटाइजेशन हो जाता है. भाप सामान्य बर्तनों से भी लिया जा सकता है, लेकिन डिवाइस थेरेपी को आसान बना देते हैं. बाजार में बजट के हिसाब से वेपोराइजर उपलब्ध है. इन्हें मेडिकल शॉप से मात्र 300 रुपये में खरीदा जा सकता है.
इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.