यूं तो प्यार जताने के बहुत से तरीके होते हैं लेकिन शरीर पर किसी के नाम का टैटू बनवाना बाकी तरीकों से ज्यादा वजनी होता है. देखिए इंसान प्यार में होता है तो शरीर पर सुइयों की तकलीफ भी झेल जाता है. अपने प्रेमी को सिर्फ ये बताने के लिए कि वो उनकी जिंदगी में कितनी अहमियत रखता है. अक्सर लोग ऐसे ही अपनी प्रतिबद्धता (comitment) दर्शाते हैं. देखा जाए तो इसमें कोई बुराई भी नहीं है. लेकिन अगर ब्रेकअप हो जाए तो?? जी हां, रिश्ते टूट जाएं तो यही टैटू जीवन भर का जख्म भी बन जाते हैं.
टैटू प्रेमियों के लिए दीपिका पादुकोण (Deepika Padukone) एक उदाहरण हैं. दीपिका जब मुंबई की फिल्म सिटी में अपनी आने वाली फिल्म छपाक(Chhapaak) के प्रमोशन के लिए निकलीं तो एक बार फिर उनकी तस्वीरें वायरल हो गईं. साड़ी और डीप नेक ब्लाउज में दीपिका की खूबसूरती के चर्चे उतने नहीं हो रहे जितने उनके टैटू के हो रहे हैं जो अपनी जगह से missing है. फिर सवाल उठा है कि क्या दीपिका ने गर्दन पर बना आइकॉनिक टैटू- 'RK Tattoo' लेजर के जरिए हटवा लिया है या फिर उसे फिर से मेकअप के पीछे छिपाया गया है.
रणबीर कपूर के लिए दीपिका ने अपनी गर्दन पर RK का टैटू बनवाया था, लेकिन अब वो नहीं है
दीपिका एक बेहद इमोशनल इंसान हैं, उन्हें रणवीर कपूर से प्यार हुआ और प्यार में प्रतिबद्धता इतनी कि उन्होंने अपने गर्दन के पिछले हिस्से पर RK का tattoo बनवाया था. लेकिन अफसोस ये कि tattoo तो परमानेंट होते हैं लेकिन रिश्ते नहीं. दीपिका और रणवीर का भी ब्रेकअप हो गया. दीपिका ब्रेकअप की वजह से डिप्रेशन में आ गईं थीं. और जाहिर है रणवीर के नाम का टैटू तनाव को और बढ़ाता ही होगा.
प्यार की निशानी रहा टैटू, कहीं न कहीं तनाव बढ़ाता ही होगा
खैर जिंदगी किसी के लिए नहीं रुकती. दीपिका डिप्रेशन से उबरीं और उन्हें फिर से प्यार हुआ. जीवन में रणबीर सिंह आए, कई साल डेटिंग के बाद दोनों ने शादी भी कर ली. लेकिन दीपिका जब रणवीर सिंह के साथ होतीं तो लोग उनका RK वाला टैटू ही खोजा करते थे. ये खोज तो दोनों की शादी पर भी जारी थी. हालांकि दीपिका ने अपनी शादी पर टैटू को मेकअप के पीछे छिपाए रखा था. तब लोगों को लगा कि दीपिका ने टैटू हटवा लिया है. लेकिन दीपिका की शादी के बाद जब उनका टैटू ईशा अंबानी और आनंद पीरामल की शादी पर नजर आया तब ये साबित हो गया कि दीपिका का टैटू अब भी वहीं है. हालांकि इस बार टैटू का रंग काफी हल्का था. लेकिन इससे एक बात और साबित हुई कि अपने टैटू को लेकर दीपिका कितनी परेशान हैं. उसे छिपाने की कितनी कोशिशें कर रही हैं, फिर भी वो नजर आ ही जाता है.
अब दीपिका की हालिया तस्वीरों में उन्होंने टैटू को makeup के जरिए छिपाया है या फिर laser से permanently हटवा लिया ये अभी रहस्य ही है. लेकिन टैटू जिंदगी का जख्म बन गया है इस बात को नकारा नहीं जा सकता.
जानिए किस तरह से हटवाए जा सकते हैं ऐसे tattoo
परमानेंट टैटू हटवाने के लिए जो तरीका सबसे ज्यादा इस्तेमाल किया जाता है वो है laser technique. लेजर से tattoo को पूरी तरह से हटवा लिया जाए. और दूसरा तरीका ये है कि उस टैटू पर एक और टैटू इस तरह से बनवाया जाए कि पुराना टैटू दिखाई ही न दे. इसे tattoo overlaping कहते हैं. आपको बता दें कि laser के जरिए tattoo removal थोड़ा महंगा होता है और इसमें दर्द भी होता है. लेकिन यही तरीका ज्यादा प्रचलन में है. इसमें लेजर के जरिए टैटू की इंक के पिगमेंट को तोड़ा जाता है. और टैटू का रंग हल्का पड़ता जाता है. इस तरीके से कोई नुक्सान नहीं होता. टैटू के आकार के अनुसार ये कई सिटिंग में पूरा होता है. यूं समझिए 4 से 5 इंच के टैटू को हटवाने के लिए करीब 6-12 सेशन लेने पड़ते हैं. इसके अलावा और महंगे तरीके भी उपलब्ध हैं जैसे Dermabrasion, Salabrasion, Chemical peels, Plastic surgery आदि.
लेकिन इतनी परेशानियां झेलने से अच्छा क्या ये नहीं है कि टैटू बनवाते वक्त ध्यान रखा जाए? दीपिका पादुकोण का टैटू कम से कम ये ज्ञान तो देता ही है कि रिश्ते भले ही परमानेंट न होते हों, लेकिन टैटू परमानेंट होता है. प्रेमी जिंदगी से आसानी से जुदा हो सकता है लेकिन tatto इतनी आसानी से नहीं जाते. और इसीलिए अगर किसी के नाम का टैटू बनवाएं तो सोच समझकर...
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