राजधानी दिल्ली में रहने वाली एक नाबालिग लड़की. लड़की के पड़ोस में रहने वाला एक युवक. लड़की और लड़के का बार बार एक दूसरे को देखना. दोनों का इशारों इशारों में एक दूसरे के दिल की बात को समझना और प्यार में पड़ जाना. लड़के का लड़की को प्यार का वास्ता देकर शारीरिक संबंध स्थापित करना. लड़के को सेक्स की लत लग जाना. बार बार यौन संबंध बनाना. लड़की का गर्भवती हो जाना और फिर एक दिन लड़के का लड़की को चकमा देकर भाग जाना. लड़की के पास लड़के से जुड़ी कोई जानकारी जैसे कांटेक्ट नंबर, पता, परिजनों की डिटेल का न होना. लड़की को अपने साथ हुए छल का एहसास होना और पुलिस के पास जाना और युवक पर रेप का मुकदमा दर्ज करवाना... कहानी किसी लो ग्रेड वेब सीरीज के किसी एपिसोड जैसी लग सकती है मगर इस पूरी कहानी में सबसे दिलचस्प पहलू दिल्ली पुलिस की एक महिला सब इंस्पेक्टर और इस मामले की इंवेस्टिगेटिंग ऑफिसर हैं जिसने रेप के आरोपी इस युवक से पहले फेसबुक पर दोस्ती की फिर मिलने के बहाने उसे धर दबोचा. जिस तरह का ये मामला है कहना गलत नहीं है कि दिल्ली पुलिस की इस लेडी सब इंस्पेक्टर की अक्लमंदी ने न केवल कमाल किया. बल्कि इससे अन्य प्रदेशों की पुलिस को भी प्रेरणा लेनी चाहिए.
न इतना आश्चर्य में पड़ने की कोई जरूरत नहीं है ऊपर जो भी बात बताई गयीं हैं पूरी तरह से सच है. रेप एक्यूज को गिरफ्तार करने के लिए दिल्ली पुलिस की लेडी सब इंस्पेक्टर ने अपनी तरह के अनोखे कारनामे को अंजाम दिया. एसआई ने आरोपी से दोस्ती की और उसे सलाखों के पीछे पहुंचा दिया.
मामले में दिलचस्प ये रहा कि नाबालिग लड़की से बलात्कार के आरोपी 24 वर्षीय युवक को पकड़ने के लिए दिल्ली पुलिस की महिला सब-इंस्पेक्टर ने सोशल मीडिया की मदद ली...
राजधानी दिल्ली में रहने वाली एक नाबालिग लड़की. लड़की के पड़ोस में रहने वाला एक युवक. लड़की और लड़के का बार बार एक दूसरे को देखना. दोनों का इशारों इशारों में एक दूसरे के दिल की बात को समझना और प्यार में पड़ जाना. लड़के का लड़की को प्यार का वास्ता देकर शारीरिक संबंध स्थापित करना. लड़के को सेक्स की लत लग जाना. बार बार यौन संबंध बनाना. लड़की का गर्भवती हो जाना और फिर एक दिन लड़के का लड़की को चकमा देकर भाग जाना. लड़की के पास लड़के से जुड़ी कोई जानकारी जैसे कांटेक्ट नंबर, पता, परिजनों की डिटेल का न होना. लड़की को अपने साथ हुए छल का एहसास होना और पुलिस के पास जाना और युवक पर रेप का मुकदमा दर्ज करवाना... कहानी किसी लो ग्रेड वेब सीरीज के किसी एपिसोड जैसी लग सकती है मगर इस पूरी कहानी में सबसे दिलचस्प पहलू दिल्ली पुलिस की एक महिला सब इंस्पेक्टर और इस मामले की इंवेस्टिगेटिंग ऑफिसर हैं जिसने रेप के आरोपी इस युवक से पहले फेसबुक पर दोस्ती की फिर मिलने के बहाने उसे धर दबोचा. जिस तरह का ये मामला है कहना गलत नहीं है कि दिल्ली पुलिस की इस लेडी सब इंस्पेक्टर की अक्लमंदी ने न केवल कमाल किया. बल्कि इससे अन्य प्रदेशों की पुलिस को भी प्रेरणा लेनी चाहिए.
न इतना आश्चर्य में पड़ने की कोई जरूरत नहीं है ऊपर जो भी बात बताई गयीं हैं पूरी तरह से सच है. रेप एक्यूज को गिरफ्तार करने के लिए दिल्ली पुलिस की लेडी सब इंस्पेक्टर ने अपनी तरह के अनोखे कारनामे को अंजाम दिया. एसआई ने आरोपी से दोस्ती की और उसे सलाखों के पीछे पहुंचा दिया.
मामले में दिलचस्प ये रहा कि नाबालिग लड़की से बलात्कार के आरोपी 24 वर्षीय युवक को पकड़ने के लिए दिल्ली पुलिस की महिला सब-इंस्पेक्टर ने सोशल मीडिया की मदद ली और उसे फेसबुक पर ट्रैक किया और दोस्ती के बहाने एक रेस्तरां में मिलने के लिए बुलाया और उसे गिरफ्तार किया.
केस सुनने, बताने में जितना आसान लग रहा है दरअसल उतना आसान ये है नहीं. जो जानकारी पीड़िता ने पुलिस को दी उसके अनुसार अभी कुछ महीने पहले वह अपने घर के पास एक शख्स से मिली जिससे बाद में उसकी दोस्ती हो गई. फिर दोनों के बीच शारीरिक संबंध बने, लेकिन इसके बाद आरोपी उससे दूर होने लगा.
लड़की के अनुसार लड़के ने लड़की को कभी अपना फोन नंबर भी नहीं दिया. न ही उसके पास उसका पता और उसके परिजनों की कोई डिटेल थी. ऐसे में आरोपी की तलाश करना पुलिस के लिए आसान नहीं था. लेकिन सलाम हो इस मामले की इंवेस्टिगेटिंग ऑफिसर प्रियंका सैनी पर जिन्होंने न केवल शिकायत दर्ज की बल्कि बड़ी ही अक्लमंदी के साथ मामले को अंजाम तक पहुंचाया.
जैसा कि हम बता चुके हैं एसआई प्रियंका सैनी ने इस मामले को सोशल मीडिया पर ट्रैक किया और फेसबुक की मदद ली. महिला एसआई ने नया फेसबुक प्रोफाइल बनाया और एक्यूज को फ्रेंड रिक्वेस्ट भेजी. लड़के को लड़की के रूप में अपना नया शिकार मिल चुका था इसलिए उसने भी फ्रेंड रिक्वेस्ट को एक्सेप्ट कर लिया और फिर जल्द ही दोनों के बीच फेसबुक मैसेंजर पर चैट शुरू हो गयी.
अपनी बातों के जरिये लड़के को यकीन दिलाने के बाद एसआई ने आरोपी को मिलने के लिए बुलाया. मुलाकात का दिन 31 जुलाई 2021 मुकर्रर हुआ. जिस दिन मुलाकात होनी थी उस दिन आरोपी बार बार मिलने की जगह बदलता रहा आखिरकार उसे दिल्ली स्थित श्री माता मंदिर महावीर एनक्लेव में गिरफ्तार किया गया. गिरफ्तारी के बाद जो जानकारी आरोपी युवक ने पुलिस को दी है वो चौंकाने वाली है.
प्राप्त जानकारी के अनुसार युवक द्वारका में एक चूड़ी की दुकान में काम करता है. पिछले डेढ़ साल में उसने इस तरह एक के बाद एक कई लड़कियों से दोस्ती गांठी और उनका जमकर यौन शोषण किया.
लड़का गिरफ्तार हो चुका है. जल्द ही कोर्ट इस बात का फैसला कर देगी कि उसे क्या और कितनी सजा मिलनी चाहिए मगर इस पूरे मामले में जो बात सबसे अहम और काबिल ए गौर है वो महिला सब इंस्पेक्टर की सूझ बूझ है. ध्यान रहे इस मामले में पुलिस के पास कोई जानकारी नहीं थी और इसलिए पुलिस चाहती तो रेप के इस मामले की जांच बंद कर फाइल को ठंडे बस्ते में डाल सकती थी. लेकिन पुलिस विशेषकर दिल्ली पुलिस की एसआई प्रियंका सैनी ने स्मार्ट रास्ता अपनाना और टेक्नोलॉजी की मदद ली और नतीजा हम सबसे सामने है.
इस पूरे मामले में दिल्ली पुलिस की एसआई प्रियंका सैनी की तारीफ इसलिए भी बनती है क्योंकि अपनी सूझ बूझ और समझ से उन्होंने असंभव को संभव कर दिखाया है. दिल्ली पुलिस के अलावा पूरे देश के पुलिस महकमे को एसआई प्रियंका सैनी से सीख लेनी चाहिए. पुलिस इतनी ही स्मार्ट होनी चाहिए. पुलिस सिर्फ और सिर्फ ऐसी ही होनी चाहिए.दिल्ली में घटित ये घटना तो फिर भी रेप की थी, यदि महकमे में ऐसे पुलिस वाले होंगे और उनका काम करने का तरीका इतना स्मार्ट होगा. तो बड़े से बड़े और जटिल से जटिल मामले हमारी पुलिस चुटकियों में सुलझा देगी.
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