कोरोना संक्रमण (corona infection) का पता चलने के बाद ही सरकार, डॉक्टर, एक्सपर्ट और साइंटिस्ट, सभी ने मास्क (Double Masking) पहनने पर शुरू से ही जोर दिया. मास्क को लेकर कई बार अलग-अलग स्टडी (new study on mask) भी सामने आती रही है. इस आर्टिकल में हम आपको बता रहे हैं कि किस तरह मास्क पहनकर आप corona infection के खतरे से बच सकते हैं.
दरअसल, अमेरिका के Centers for Disease Control and Prevention (CDC) ने मास्क को लेकर एक नई बात कही है. CDC के एक्सपर्ट के अनुसार एक मास्क की जगह दो मास्क पहनना ज्यादा फायदेमंद है. जिसे डबल मास्किंग नाम दिया गया है. यानी डबल मास्क पहनने से शरीर में जाने वाले ड्रॉपलेट के संक्रमण को 90 प्रतिशत से ज्यादा तक रोका जा सकता है.
डबल मास्किंग क्या है?
डबल मास्किंग का मतलब दो मास्क एक साथ पहने से है. जिसमें एक सर्जिकल और दूसरा साधारण मास्क होता है. यहां हम आपको बता रहे हैं कि डबल मास्किंग (How To Safely Wear And Take Off Double Mask) क्या है, इसे कैसे, कब पहना जाना चाहिए और कब नहीं. साथ ही किन दो मास्क को एक साथ नहीं पहनना चाहिए.
कैसे पहनें?
एक्सपर्ट ने डबल मास्किंग के लिए एक सर्जिकल और एक साधारण कपड़े वाला मास्क पहनने को बोला है. अगर किसी के पास सर्जिकल मास्क नहीं है तो वह एक के उपर एक कपड़े वाला मास्क पहन सकता है. सबसे पहले एक मेडिकल मास्क को लें और इसके लास्टिक दोनों छोरों पर गांठ बांध दें. अब नाक और चेहरे पर मास्क को अंदर की तरफ मोड़कर कर फिट करें. इससे संक्रमण फैलने का खतरा कम हो जाता है. अब इसके ऊपर साधारण कपड़े का बना हुआ मास्क पहनें. इसके बाद चेक करें कि मास्क पूरे चेहरे को अच्छी तरह कवर कर रहा है या नहीं.
चेहरे...
कोरोना संक्रमण (corona infection) का पता चलने के बाद ही सरकार, डॉक्टर, एक्सपर्ट और साइंटिस्ट, सभी ने मास्क (Double Masking) पहनने पर शुरू से ही जोर दिया. मास्क को लेकर कई बार अलग-अलग स्टडी (new study on mask) भी सामने आती रही है. इस आर्टिकल में हम आपको बता रहे हैं कि किस तरह मास्क पहनकर आप corona infection के खतरे से बच सकते हैं.
दरअसल, अमेरिका के Centers for Disease Control and Prevention (CDC) ने मास्क को लेकर एक नई बात कही है. CDC के एक्सपर्ट के अनुसार एक मास्क की जगह दो मास्क पहनना ज्यादा फायदेमंद है. जिसे डबल मास्किंग नाम दिया गया है. यानी डबल मास्क पहनने से शरीर में जाने वाले ड्रॉपलेट के संक्रमण को 90 प्रतिशत से ज्यादा तक रोका जा सकता है.
डबल मास्किंग क्या है?
डबल मास्किंग का मतलब दो मास्क एक साथ पहने से है. जिसमें एक सर्जिकल और दूसरा साधारण मास्क होता है. यहां हम आपको बता रहे हैं कि डबल मास्किंग (How To Safely Wear And Take Off Double Mask) क्या है, इसे कैसे, कब पहना जाना चाहिए और कब नहीं. साथ ही किन दो मास्क को एक साथ नहीं पहनना चाहिए.
कैसे पहनें?
एक्सपर्ट ने डबल मास्किंग के लिए एक सर्जिकल और एक साधारण कपड़े वाला मास्क पहनने को बोला है. अगर किसी के पास सर्जिकल मास्क नहीं है तो वह एक के उपर एक कपड़े वाला मास्क पहन सकता है. सबसे पहले एक मेडिकल मास्क को लें और इसके लास्टिक दोनों छोरों पर गांठ बांध दें. अब नाक और चेहरे पर मास्क को अंदर की तरफ मोड़कर कर फिट करें. इससे संक्रमण फैलने का खतरा कम हो जाता है. अब इसके ऊपर साधारण कपड़े का बना हुआ मास्क पहनें. इसके बाद चेक करें कि मास्क पूरे चेहरे को अच्छी तरह कवर कर रहा है या नहीं.
चेहरे और मास्क के किनारों के बीच बिल्कुल गैप नहीं होना चाहिए. बाहर से मास्क और नाक के अंदर हवा नहीं जानी चाहिए. अगर आपने चश्मा लगाया है और मास्क पहनने का बाद चश्में पर भाप जम रही है तो इसका मतलब आपका मास्क लूज है. इसलिए मास्क को अच्छी तरह फिट कर लीजिए.
वहीं डबल मास्क पहनने के बाद कुछ कदम चलकर चेक करें कि आपको कोई परेशानी तो नहीं हो रही है. अगर डबल मास्क लगाने के बाद आपको सांस लेने में दिक्कत हो रही है तो एक ही मास्क पहनें, कपड़े वाले मास्क को हटा दें. कभी भी दो सर्जिकल मास्क को एक साथ न पहनें और ना ही N95 मास्क के ऊपर कोई दूसरा मास्क पहनें.
डबल मास्क कब पहनने की जरूरत है
-ट्रैवल करने पर
-किसी भीड़ वाली जगह जान्ज पर
-जहां सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना मुश्किल हो
-घर से बाहर जाने पर
-डॉक्टर के पास जाने पर
कब डबल मास्क कब न पहनें
-घर में हैं तो एक मास्क पहनने से काम चल जाएगा
-जहां सोशल डिस्टेंसिंग का पूरा ध्यान रखा जा रहा है
-बच्चों को डबल मास्क न पहनाएं
कितनी कारगर है डबल मास्किंग
-सर्जिकल मास्क ड्रॉपलेट रोकने में 56.1 % कारगर है
-लास्टिक में गांठ बांधने और किनारों को मोड़ने के बाद मास्क 77% तक कारगर है
-डबल मास्क ड्रॉपलेट को रोकने में 85.4 % तक फायदेमंद है
मास्क खरीदते समय ध्यान रखें ये बातें
2 से 3 लेयर वाले मास्क एक लेयर वाले की तुलना में ज्यादा असरदार हैं, ऐसा एक्सपर्ट का मानना है. कई स्टडी में यह खुलासा हो चुका है कि 2 से 3 लेयर वाला मास्क संक्रमण रोकने में ज्यादा असरदार है. ढीले या बहुत ज्यादा टाइट मास्क का इस्तेमाल ना करें. साथ ही अलग से सांस लेने के लिए जिसमें वाल्व बना हो उस मास्क का ना लें और प्लास्टिक व लेदर के बने मास्क का भी यूज ना करें, इससे सांस लेने में परेशानी होती है.
इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.