नया साल शुरू होने वाला है और एक बार फिर इंटरनेट पर Dry January चैलेंज शुरू हो गया है. अगर आप ड्राय जनवरी के बारे में पहली बार सुन रहे हैं तो मैं आपको बता दूं कि इसका इतिहास 4 साल पुराना है और हर साल न्यू इयर के पहले ये इंटरनेट चैलेंज वायरल हो जाता है. ये ब्रिटेन से शुरू हुआ एक चैलेंज है जिसे पहली बार 2014 में लोगों की सेहत का ख्याल रखने के लिए शुरू किया गया है. कई लोगों को अगर इस चैलेंज के बारे में बताया जाए तो उनके अजीब से बहाने होते हैं. कोई कहता है कि मजा नहीं आएगा, कोई कहता है कि सर्दी लगेगी, पर ये एक भ्रम ही है कि शराब पीने से सर्दी कम लगती है या मजा नहीं आता. हाल ही में जो रिसर्च हुई है वो ऐसे तर्क देने वालों का मुंह बंद कर सकती है.
क्या है इस चैलेंज की खासियत-
ये इंटरनेट चैलेंज लोगों को पूरे महीने तक शराब पीने से रोकता है. उन्हें जनवरी के महीने में शराब को हाथ भी नहीं लगाना होता है. ये खास तौर पर ब्रिटेन में प्रैक्टिस किया जाता है, लेकिन पिछले साल से इसके भारत में बढ़ने के बाद इस साल भी यहां लोकप्रिय होता दिख रहा है.
ड्राय जनवरी टर्म को 2014 में ट्रेडमार्क के तौर पर शराब मुक्ति करवाने वाले एक चैरेटी ने रजिस्टर करवाया था. जिस साल ये शुरू हुआ था उसी साथ करीब 17000 ब्रिटिश नागरिकों ने पूरे महीने शराब नहीं पी. इसका असर ये हुआ कि 6 महीने बाद किए गए सर्वे में 900 प्रतियोगियों से बात की गई उनमें से 72% का कहना था कि उनकी ड्रिंकिंग की आदतें बदल गईं और करीब 4% ने तो इसके बाद शराब छोड़ ही दी.
नया साल शुरू होने वाला है और एक बार फिर इंटरनेट पर Dry January चैलेंज शुरू हो गया है. अगर आप ड्राय जनवरी के बारे में पहली बार सुन रहे हैं तो मैं आपको बता दूं कि इसका इतिहास 4 साल पुराना है और हर साल न्यू इयर के पहले ये इंटरनेट चैलेंज वायरल हो जाता है. ये ब्रिटेन से शुरू हुआ एक चैलेंज है जिसे पहली बार 2014 में लोगों की सेहत का ख्याल रखने के लिए शुरू किया गया है. कई लोगों को अगर इस चैलेंज के बारे में बताया जाए तो उनके अजीब से बहाने होते हैं. कोई कहता है कि मजा नहीं आएगा, कोई कहता है कि सर्दी लगेगी, पर ये एक भ्रम ही है कि शराब पीने से सर्दी कम लगती है या मजा नहीं आता. हाल ही में जो रिसर्च हुई है वो ऐसे तर्क देने वालों का मुंह बंद कर सकती है.
क्या है इस चैलेंज की खासियत-
ये इंटरनेट चैलेंज लोगों को पूरे महीने तक शराब पीने से रोकता है. उन्हें जनवरी के महीने में शराब को हाथ भी नहीं लगाना होता है. ये खास तौर पर ब्रिटेन में प्रैक्टिस किया जाता है, लेकिन पिछले साल से इसके भारत में बढ़ने के बाद इस साल भी यहां लोकप्रिय होता दिख रहा है.
ड्राय जनवरी टर्म को 2014 में ट्रेडमार्क के तौर पर शराब मुक्ति करवाने वाले एक चैरेटी ने रजिस्टर करवाया था. जिस साल ये शुरू हुआ था उसी साथ करीब 17000 ब्रिटिश नागरिकों ने पूरे महीने शराब नहीं पी. इसका असर ये हुआ कि 6 महीने बाद किए गए सर्वे में 900 प्रतियोगियों से बात की गई उनमें से 72% का कहना था कि उनकी ड्रिंकिंग की आदतें बदल गईं और करीब 4% ने तो इसके बाद शराब छोड़ ही दी.
नई रिसर्च बताती है कितना असरदार है ये चैलेंज-
यूनिवर्सिटी ऑफ ससेक्स (Sussex) की एक नई रिसर्च बताती है कि ड्राई जनवरी चैलेंज बहुत असरदार है. अगर आप साल के पहले महीने में शराब नहीं पीते हैं तो इससे शरीर में शराब के प्रति कंट्रोल बढ़ जाता है और पीने की आदत पर असर होता है. इतना ही नहीं शरीर में कई तरह के फायदे भी होते हैं.
इस रिसर्च में 800 लोगों का डेटा लिया गया था जिन्होंने Dry January 2018 में हिस्सा लिया था. रिसर्च के मुताबिक अगले 7 महीने यानी अगस्त तक वो प्रतिभागी कम शराब पी रहे थे. टल्ली होने का एवरेज भी 3.4 प्रति माह से बदलकर 2.1 प्रति माह हो गया था. एक महीना शराब से दूर रहना लोगों को और कम शराब पीने को प्रेरित करता है और यही कारण है कि आदत में बदलाव आता है.
इसके अन्य फायदे भी हैं जैसे-
- 10 में से 9 लोग पैसे बचाने लगे.- 10 में से 7 लोग बेहतर नींद लेने लगे.- 5 में से 3 लोगों का वजन भी कम हो गया. - 71 प्रतिशत लोगों का स्वास्थ्य बेहतर हो गया.
यहां तक कि वो लोग जो पूरा महीना ये चैलेंज पूरा नहीं कर पाए उनमें भी बदलाव देखने को मिले हालांकि, बहुत कम. सिर्फ यही स्टडी नहीं इस इंटरनेट चैलेंज पर और भी कई साइंटिफिक रिसर्च हुई हैं जो इसी की तरह रिजल्ट दे रही हैं. एक स्टडी बताती है कि ड्राई जनवरी से न सिर्फ स्वास्थ्य अच्छा होता है बल्कि इससे स्किन और लुक्स पर भी असर पड़ता है.
YouGov poll के अनुसार ब्रिटेन में हर 10 में से 1 इंसान 2019 में ड्राई जनवरी का हिस्सा बनने की तैयारी कर रहा है. इस चैलेंज की खासियत समझने की जरूरत है. ये सिर्फ इसलिए नहीं है कि आप 31 दिन तक बिना शराब के रहें बल्कि ये इसलिए है कि लोगों की समझ आए कि बिना शराब के भी वो आसानी से जिंदगी जी सकते हैं और इसकी आदत छुड़वाई जा सकती है.
हम में से कई लोग इससे जुड़े हेल्थ रिस्क जानते हैं, 7 तरह के कैंसर, लिवर की समस्या, डिप्रेशन और अन्य तरह की समस्याएं, लेकिन लोग इसे छोड़ नहीं पाते. ऐसे में 1 महीने न पीने की कसम खा लेना काफी हद तक बेहतर विकल्प हो सकता है.
इंटरनेट पर दुनिया भर के चैलेंज एक के बाद एक वायरल होते रहते हैं. ब्लू व्हेल और मोमो चैलेंज जैसे खतरनाक चैलेंज भी लोग स्वीकार करते हैं. आइस बकेट चैलेंज को भी लोगों ने बेहद खुश होकर पूरा किया था और ये चैलेंज पूरी दुनिया में वायरल हो गया था. इसी तरह आए दिन न जाने कितने ही फालतू प्रैंक और इंस्टाग्राम चैलेंज खबरों का हिस्सा बनते रहते हैं. पर शायद उन सबमें से सिर्फ एक यही ऐसा चैलेंज है जिसने कुछ बेहतर करने का सोचा है. लोगों के लिए बेहतर विकल्प हो सकता है Dry January. 2019 में भी सोशल मीडिया की दुनिया में बहुत कुछ होगा, लेकिन उससे पहले अगर जनवरी में इस चैलेंज को पूरा करने का संकल्प लिया जाए तो शायद नया साल कुछ बेहतर बन सकता है. खुद सोचकर देखिए कि अगर एक महीने शराब को हाथ न लगाया जाए और उससे इतने सारे फायदे मिलें तो फिर उसमें बुरा क्या है. उम्मीद है इंटरनेट चैलेंज के दीवाने लोग इस साल इस नई मुहिम को भी अपनाएंगे और फायदे में रहेंगे. 2019 की शुरुआत होने वाली है और जनवरी के लिए इस चैलेंज को स्वीकार कीजिए.
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इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.