टोना-टोटका चाहें किसी भी देश में हो, लोग इसमें दिलचस्पी जरूर लेते हैं. अमेरिका में जहां लोग देशी तरह से किए गए टोने को देखकर लोग उसकी जांच करवाते हैं तो अरब देशों में अगर कुछ ऐसा मिलता है तो मौलवी को बुलवाते हैं. जी हां, सुनने में भले ही अजीब लगे, लेकिन ऐसा वाकई में हुआ है.
दुबई के करीबी शहर शारजाह का एक रोचक मामला सामने आया है. जब अल खान बीच पर एक अजीब फल बहकर आया तो पुलिस के होश उड़ गए. दरअसल, बात कुछ ऐसी थी कि उस फल में कीलें लगी हुई थीं और कुछ लाइनें लिखी हुई थीं जो किसी की समझ में नहीं आ रही थीं. आस-पास रहने वाले लोगों ने डरकर इसकी सूचना पुलिस को दी और फिर शायद पुलिस वाले भी थोड़ा डर गए होंगे.
तो पुलिस वालों ने इससे निपटने का क नायाब तरीका निकाला. उस फल का जादू खत्म करने के लिए बाकायदा मौलवी को बुलवाया. फिर मौलवी साहब ने अपने हिसाब से उस फल का जादू हटाया. उसे काटा और नष्ट किया.
फल को काटता हुआ मौलवी |
इसके बाद मौलवी साहब से वो फल लेकर शारजाह के इस्लामी मामलों के विभाग को भेज दिया गया. मौलवी के मुताबिक उन्होंने उस फल पर लिखी गई लाइनों का मतलब निकालने की भी कोशिश की, लेकिन ये पता नहीं लगा पाए कि उसमें कौन सा जादू था. भई वाह! पुलिस की तत्पर्ता को देखते हुए कहा जा सकता है कि मामला संगीन था. पर पुलिस का ये इलाज खुद अपने आप में किसी टोने-टोटके से कम नहीं है.
काश हमारे यहां कि पुलिस भी इसी तरह का काम करती. वर्ना हमारे यहां तो दिवाली के दूसरे दिन जितने भी टोने सड़क पर मिलते हैं उसे सफाई कर्मचारी अपनी जान पर खेलकर ही हटाते होंगे. हमारे यहां किसी को डर कहां. ये तो आम बात है ना साहब, लेकिन मसला ये है कि विदेशों में ऐसे...
टोना-टोटका चाहें किसी भी देश में हो, लोग इसमें दिलचस्पी जरूर लेते हैं. अमेरिका में जहां लोग देशी तरह से किए गए टोने को देखकर लोग उसकी जांच करवाते हैं तो अरब देशों में अगर कुछ ऐसा मिलता है तो मौलवी को बुलवाते हैं. जी हां, सुनने में भले ही अजीब लगे, लेकिन ऐसा वाकई में हुआ है.
दुबई के करीबी शहर शारजाह का एक रोचक मामला सामने आया है. जब अल खान बीच पर एक अजीब फल बहकर आया तो पुलिस के होश उड़ गए. दरअसल, बात कुछ ऐसी थी कि उस फल में कीलें लगी हुई थीं और कुछ लाइनें लिखी हुई थीं जो किसी की समझ में नहीं आ रही थीं. आस-पास रहने वाले लोगों ने डरकर इसकी सूचना पुलिस को दी और फिर शायद पुलिस वाले भी थोड़ा डर गए होंगे.
तो पुलिस वालों ने इससे निपटने का क नायाब तरीका निकाला. उस फल का जादू खत्म करने के लिए बाकायदा मौलवी को बुलवाया. फिर मौलवी साहब ने अपने हिसाब से उस फल का जादू हटाया. उसे काटा और नष्ट किया.
फल को काटता हुआ मौलवी |
इसके बाद मौलवी साहब से वो फल लेकर शारजाह के इस्लामी मामलों के विभाग को भेज दिया गया. मौलवी के मुताबिक उन्होंने उस फल पर लिखी गई लाइनों का मतलब निकालने की भी कोशिश की, लेकिन ये पता नहीं लगा पाए कि उसमें कौन सा जादू था. भई वाह! पुलिस की तत्पर्ता को देखते हुए कहा जा सकता है कि मामला संगीन था. पर पुलिस का ये इलाज खुद अपने आप में किसी टोने-टोटके से कम नहीं है.
काश हमारे यहां कि पुलिस भी इसी तरह का काम करती. वर्ना हमारे यहां तो दिवाली के दूसरे दिन जितने भी टोने सड़क पर मिलते हैं उसे सफाई कर्मचारी अपनी जान पर खेलकर ही हटाते होंगे. हमारे यहां किसी को डर कहां. ये तो आम बात है ना साहब, लेकिन मसला ये है कि विदेशों में ऐसे टोने हमारे देश से ज्यादा मायने रखते हैं. असल में इस्लामिक देशों में अपनी अलग मान्यताएं होती हैं और इसके कारण ही वहां टोने-टोटके जैसी चीजें बहुतायत में मानी जाती हैं. यही वजह है कि पुलिस ने मौलवी को बुलवाकर ही फल को हाथ लगाया.
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