दुनिया में जब कोई किसी लड़की को गंदी नज़रों से देखता है तब लड़की भाग कर अपने पिता के साये में जा खड़ी होती है. पिता न हों तो बड़ा भाई पिता बन कर बहन की रक्षा करता है. लेकिन तब क्या जब एक पिता ही लगातार दो साल तक अपनी बेटी का बलात्कार (Rape) करें? पिता को देख कर भाई भी बलात्कार करने लगे?
क्या सच में जब एक मर्द को सेक्स की तलब लगती है तो उसे बेटी या बहन में सिर्फ़ उसकी छातियां या वज़ाईना ही नज़र आते होंगे? एक 13 साल की बच्ची क्या सच में सेक्स करने के लिए औरत नज़र आने लग जाती होगी बाप और भाई को?
मैंने सोच रखा था कि बलात्कार पर नहीं लिखूंगी सिर्फ़ अपने पीस ऑफ़ माइंड के लिए लेकिन गंदी आदत लग चुकी है, ग़लत देख कर चुप रह नहीं सकती हूँ. ज़मीर धिक्कारने लगता है. जानती हूँ मेरे लिख देने से कुछ नहीं बदल जाएगा लेकिन नहीं लिखूंगी तो घुटन होगी. सांस नहीं ले पाऊंगी.
Indian Express के पेज नम्बर 3 पर ये ख़बर छपी है. 13 साल की बच्ची जब थी वो तब से उसके साथ उसका बाप और भाई बलात्कार करते आए हैं. अब वो 16 साल की है. शायद अब भी वो नहीं बोलती लेकिन उसे लगा कि अगर अब चुप रही तो पापा और भईया उसकी छोटी बहन के साथ भी यही करेंगे.
मैं समझ नहीं पा रही हूँ कि उस बच्ची पर 2019 से ले कर अब तक क्या बीती होगी? कैसे वो उस घर में हर दिन मर-मर कर ज़िंदा रह रही होगी? कैसे हर रात उसके लिए किसी हॉरर फ़िल्म की तरह आती रही होगी? 13 साल की उम्र में तो हम लड़कियां अपने शरीर को भी ढंग से नहीं पहचान रही होती, ऐसे में बाप और भाई ने किसी रात सोती हुई उस बच्ची को जब ग़लत तरीक़े से छुआ होगा तो उसे कैसा लगा होगा?
उसे शायद कुछ समझ में ही नहीं आया होगा या फिर उसे पहली बार लगा...
दुनिया में जब कोई किसी लड़की को गंदी नज़रों से देखता है तब लड़की भाग कर अपने पिता के साये में जा खड़ी होती है. पिता न हों तो बड़ा भाई पिता बन कर बहन की रक्षा करता है. लेकिन तब क्या जब एक पिता ही लगातार दो साल तक अपनी बेटी का बलात्कार (Rape) करें? पिता को देख कर भाई भी बलात्कार करने लगे?
क्या सच में जब एक मर्द को सेक्स की तलब लगती है तो उसे बेटी या बहन में सिर्फ़ उसकी छातियां या वज़ाईना ही नज़र आते होंगे? एक 13 साल की बच्ची क्या सच में सेक्स करने के लिए औरत नज़र आने लग जाती होगी बाप और भाई को?
मैंने सोच रखा था कि बलात्कार पर नहीं लिखूंगी सिर्फ़ अपने पीस ऑफ़ माइंड के लिए लेकिन गंदी आदत लग चुकी है, ग़लत देख कर चुप रह नहीं सकती हूँ. ज़मीर धिक्कारने लगता है. जानती हूँ मेरे लिख देने से कुछ नहीं बदल जाएगा लेकिन नहीं लिखूंगी तो घुटन होगी. सांस नहीं ले पाऊंगी.
Indian Express के पेज नम्बर 3 पर ये ख़बर छपी है. 13 साल की बच्ची जब थी वो तब से उसके साथ उसका बाप और भाई बलात्कार करते आए हैं. अब वो 16 साल की है. शायद अब भी वो नहीं बोलती लेकिन उसे लगा कि अगर अब चुप रही तो पापा और भईया उसकी छोटी बहन के साथ भी यही करेंगे.
मैं समझ नहीं पा रही हूँ कि उस बच्ची पर 2019 से ले कर अब तक क्या बीती होगी? कैसे वो उस घर में हर दिन मर-मर कर ज़िंदा रह रही होगी? कैसे हर रात उसके लिए किसी हॉरर फ़िल्म की तरह आती रही होगी? 13 साल की उम्र में तो हम लड़कियां अपने शरीर को भी ढंग से नहीं पहचान रही होती, ऐसे में बाप और भाई ने किसी रात सोती हुई उस बच्ची को जब ग़लत तरीक़े से छुआ होगा तो उसे कैसा लगा होगा?
उसे शायद कुछ समझ में ही नहीं आया होगा या फिर उसे पहली बार लगा होगा कि उसे कुछ ग़लतफ़हमी हुई होगी. उसने कोई बुरा सपना देख लिया होगा. लेकिन जब हर गुज़रती रात वही बाप जिसने उसे अपने हाथों से पाल कर बड़ा किया, उसी ने उसके साथ बलात्कार किया तो वह किस मेंटल ट्रामा में रहती रही होगी?
मैं तो शायद इसे लिख कर भूल भी जाऊँ लेकिन क्या कभी वो इस हादसे से उबर पाएगी? और क्या वो लड़की अकेली लड़की है जिसके साथ उसके बाप और भाई ने बलात्कार किया है? हम और आप भी बख़ूबी जानते हैं कि सबसे ज़्यादा सेक्शुअली हैरेसमेंट परिवार के लोग या नज़दीकी रिश्तेदार ही करते हैं.
कई बार तो माँ तक को पता होता है कि उनकी बेटी के साथ उनका बेटा या पति बलात्कार कर रहा है और वो चुप रहती हैं और बेटी को भी चुप रहने के लिए कहती हैं. जब तक माँ स्टैंड नहीं लेंगी, कौन लेगा इन बेटियों के लिए स्टैंड? सड़क पर कोई आवारा छेड़ दे तो दस लोग मदद के लिए आ जाएंगे लेकिन घर में बाप, भाई ही बलात्कार पर उतर आएँ तो बेटियां कहां जाएं?
हम किस ओर जा रहे हैं? एक लड़की किस-किस से लड़ें? कभी-कभी लगता है ईश्वर ये एक जोड़ी ब्रेस्ट और वज़ाईना नहीं देता, या फिर बेटी बनाना ही बंद कर देता, बस.
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