एक पिता की Swiggy में नौकरी लग जाती है. वह बेटी के सामने स्विगी का टीशर्ट लेकर आता है और उसे सरप्राइज देता है. उसे देखते ही छोटी बेटी खुशी से उछलने लगती है. वह बिना थके कूद रही है. वह हंस रही है. वह चहक रही है. वह कभी पिता को देख रही है तो कभी Swiggy की टीशर्ट को. ऐसा लग रहा है कि उसे क्या मिल गया है...
सुनते हैं ख़ुशी भी है ज़माने में कोई चीज़
हम ढूंडते फिरते हैं किधर है ये कहां है...
एक पिता की Swiggy में नौकरी लग जाती है. वह बेटी के सामने टीशर्ट लेकर आता है और उसे सरप्राइज देता है. उसे देखते ही छोटी बेटी खुशी से उछलने लगती है. वह बिना थके कूद रही है. वह हंस रही है. वह चहक रही है. वह कभी पिता को देख रही है तो कभी Swiggy की टीशर्ट को. ऐसा लग रहा है कि उसे क्या मिल गया है...
पिता की नौकरी लगने पर उसके पैर जमीन पर नहीं है. शायद उसे मालूम है कि अब उसकी सारी फरमाइशें पूरी होने वाली हैं. वह बार-बार पिता के गले लग रही है. वह पिता पर गर्व कर रही है और उनपर प्यार लुटा रही है. उसे पता है कि आज पिता ने एक बड़ी जंग जीत ली है. वह इस दिन का कबसे इंतजार कर रही थी जो आज जाकर पूरा हुआ है. उसे यकीन है कि अब उसकी सारी परेशानियां दूर हो जाएंगी.
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा यह वीडियो-
पिता भी इमोशनल हो रहे हैं लेकिन चेहरे पर अपने भाव को खुलकर जाहिर नहीं कर पा रहे हैं. वह मन ही मन खुश हो रहे हैं और खुद पर गुमान कर रहे हैं. वह लगातार बेटी के चेहरे को देख रहे हैं. वह बेटी के चेहरे पर इस खुशी को देखने के लिए कबसे तरस गए थे.
सच में यह खुशी अफसर बनने से कम नहीं है. एक पिता के लिए भला इससे बड़ा ईनाम क्या होगा कि उनकी वजह से बेटी इतनी खुश है. वह हाथ उठाकर मानो कह रही हो कि पापा हम जीत गए. वह अपने पापा को किसी सुपर हीरो से कम नहीं समझ रही होगी. बाप-बेटी के चेहरे के एक्शप्रेशन और हाव-भाव बिना कुछ कहे ही अपनी कहानी बयां कर रहे हैं. असल में यह एक बाप-बेटी की प्रेम की भाषा है जिसके लिए शब्दों की जरूरत नहीं है. मानो वह कह रहे हैं कि हमें भी खुश रहने का हक है.
सुनते हैं ख़ुशी भी है ज़माने में कोई चीज़
हम ढूंडते फिरते हैं किधर है ये कहां है...
एक पिता की Swiggy में नौकरी लग जाती है. वह बेटी के सामने टीशर्ट लेकर आता है और उसे सरप्राइज देता है. उसे देखते ही छोटी बेटी खुशी से उछलने लगती है. वह बिना थके कूद रही है. वह हंस रही है. वह चहक रही है. वह कभी पिता को देख रही है तो कभी Swiggy की टीशर्ट को. ऐसा लग रहा है कि उसे क्या मिल गया है...
पिता की नौकरी लगने पर उसके पैर जमीन पर नहीं है. शायद उसे मालूम है कि अब उसकी सारी फरमाइशें पूरी होने वाली हैं. वह बार-बार पिता के गले लग रही है. वह पिता पर गर्व कर रही है और उनपर प्यार लुटा रही है. उसे पता है कि आज पिता ने एक बड़ी जंग जीत ली है. वह इस दिन का कबसे इंतजार कर रही थी जो आज जाकर पूरा हुआ है. उसे यकीन है कि अब उसकी सारी परेशानियां दूर हो जाएंगी.
सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा यह वीडियो-
पिता भी इमोशनल हो रहे हैं लेकिन चेहरे पर अपने भाव को खुलकर जाहिर नहीं कर पा रहे हैं. वह मन ही मन खुश हो रहे हैं और खुद पर गुमान कर रहे हैं. वह लगातार बेटी के चेहरे को देख रहे हैं. वह बेटी के चेहरे पर इस खुशी को देखने के लिए कबसे तरस गए थे.
सच में यह खुशी अफसर बनने से कम नहीं है. एक पिता के लिए भला इससे बड़ा ईनाम क्या होगा कि उनकी वजह से बेटी इतनी खुश है. वह हाथ उठाकर मानो कह रही हो कि पापा हम जीत गए. वह अपने पापा को किसी सुपर हीरो से कम नहीं समझ रही होगी. बाप-बेटी के चेहरे के एक्शप्रेशन और हाव-भाव बिना कुछ कहे ही अपनी कहानी बयां कर रहे हैं. असल में यह एक बाप-बेटी की प्रेम की भाषा है जिसके लिए शब्दों की जरूरत नहीं है. मानो वह कह रहे हैं कि हमें भी खुश रहने का हक है.
पिता की नौकरी लगने पर बेटी के पैर जमीन पर नहीं है
इन्हें देखकर लगता है कि कैसे हम बड़ी खुशी खोजने के चक्कर में इन छोटी-छोटी खुशियों और पलों को एंजॉय करना भूल जाते हैं. मैं तो इस वीडियो को 4, 5 बार देख चुकी हूं. यह वीडियो जिंदगी के सकारात्मक पहलू को दिखाता है. यह बाप-बेटी हमें सीखा रहे हैं कि जिंदगी इतनी भी बोझिल नहीं है जितना हम समझते हैं. ये हमें बता रहे हैं कि हालात कोई भी क्यों ना हों हमें मुस्कुराने का बहाना खोज लेना चाहिए. यह वीडियो उनके लिए प्रेरणा है जिनके पास अच्छी नौकरी है फिर भी उनके चेहरे से खुशी गायब रहती है. इस पिता-बेटी की खुशी ने हमें समझा दिया है कि जिंदगी का असली सुकून क्या है...
इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.