गमला चोर, गमला चोर (#GamlaChor)...हर तरफ गमला चोर के चर्चे हैं. लगता है अब गमलों की निगरानी के लिए भी चौकीदार रखना पड़ेगा. जब से गमला चोरी की खबर आई है चिंटू की मम्मी अपना बॉलकनी में कुर्सी लगाकर बैठ गई हैं. उनका कहना है कि क्या भरोसा कोई उनके प्यारे-प्यारे फूलों से खिला पौधा उठा ले जाए. वैसे चोरों को शायद फूलों की जरूरत होगी मगर अब फूल तोड़ना तो मना है ना इसलिए वे गमला ही उठा ले गए. वैसे हमारी बात मानकर आप भी अपनो गमलों में जंजीर बांधकर ताला लगा लीजिए, क्या पता कौन गमला चोर आपके पौधों पर नजर गड़ाए बैठा हो. खैर, चलिए इस गमला चोर की पूरी कहानी जान लेते हैं.
असल में गुरुग्राम में जी-20 सम्मेलन की सजावट के लिए सड़क पर गमले रखे गए थे. जिनमें से कुछ गमलों को मनमोहन यादव ने अपने एक सहयोगी के साथ मिलकर चुरा लिया. इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने लगा. जिसमें दो व्यक्ति सड़क पर रखे गमलों को लग्जरी कार में रखते नजर आ रहे हैं. वे गमलों की ऐसे छांट कर रख रहे हैं जैसे पौधों को खरीद रहे हों. इसके बाद गुरुग्राम पुलिस ने मनमोहन यादव को अरेस्ट कर गमले बरामद कर लिए हैं.
रुकिए, क्योंकि यह कहानी का अंत नही है, क्योंकि इसमें बड़ा गोलमाल है. मतलब चोरी किसी और ने की है और बदनामी बेचारे यूट्यूबर एल्विश यादव के ऊपर लगी. लोग एल्विश यादव की वीडियो शेयर कर उन पर गमला चोरी का आरोप लगाने लगे. यहां तक कि ट्विटर पर #Gamlachor के साथ एल्विश का नाम ट्रेड करने लगा. उनके खिलाफ नैरेटिव सेट किया गया जबकि उनका इस चोरी से कोई लेना-देना नहीं था. लोगों ने आरोप लगाया कि जिस कार में गमले चोरी हुए वह एल्विश की है. लोग कह रहे हैं कि यूट्यूबर एल्विश यादव की गाड़ी गमले चोरी करने का काम करती है क्या? जिस गाड़ी से...
गमला चोर, गमला चोर (#GamlaChor)...हर तरफ गमला चोर के चर्चे हैं. लगता है अब गमलों की निगरानी के लिए भी चौकीदार रखना पड़ेगा. जब से गमला चोरी की खबर आई है चिंटू की मम्मी अपना बॉलकनी में कुर्सी लगाकर बैठ गई हैं. उनका कहना है कि क्या भरोसा कोई उनके प्यारे-प्यारे फूलों से खिला पौधा उठा ले जाए. वैसे चोरों को शायद फूलों की जरूरत होगी मगर अब फूल तोड़ना तो मना है ना इसलिए वे गमला ही उठा ले गए. वैसे हमारी बात मानकर आप भी अपनो गमलों में जंजीर बांधकर ताला लगा लीजिए, क्या पता कौन गमला चोर आपके पौधों पर नजर गड़ाए बैठा हो. खैर, चलिए इस गमला चोर की पूरी कहानी जान लेते हैं.
असल में गुरुग्राम में जी-20 सम्मेलन की सजावट के लिए सड़क पर गमले रखे गए थे. जिनमें से कुछ गमलों को मनमोहन यादव ने अपने एक सहयोगी के साथ मिलकर चुरा लिया. इस घटना का वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने लगा. जिसमें दो व्यक्ति सड़क पर रखे गमलों को लग्जरी कार में रखते नजर आ रहे हैं. वे गमलों की ऐसे छांट कर रख रहे हैं जैसे पौधों को खरीद रहे हों. इसके बाद गुरुग्राम पुलिस ने मनमोहन यादव को अरेस्ट कर गमले बरामद कर लिए हैं.
रुकिए, क्योंकि यह कहानी का अंत नही है, क्योंकि इसमें बड़ा गोलमाल है. मतलब चोरी किसी और ने की है और बदनामी बेचारे यूट्यूबर एल्विश यादव के ऊपर लगी. लोग एल्विश यादव की वीडियो शेयर कर उन पर गमला चोरी का आरोप लगाने लगे. यहां तक कि ट्विटर पर #Gamlachor के साथ एल्विश का नाम ट्रेड करने लगा. उनके खिलाफ नैरेटिव सेट किया गया जबकि उनका इस चोरी से कोई लेना-देना नहीं था. लोगों ने आरोप लगाया कि जिस कार में गमले चोरी हुए वह एल्विश की है. लोग कह रहे हैं कि यूट्यूबर एल्विश यादव की गाड़ी गमले चोरी करने का काम करती है क्या? जिस गाड़ी से एल्विश पिछले साल रैलियां कर रहा थे उसी गाड़ी से गमला चोरी हो रहा है. लोग गाड़ी की नंबर शेयर कर एल्विश को घरने का काम कर रहे हैं.
इसके बाद एल्विश ने ट्विट कर कहा है कि मुझे एक बार कार में देखा गया था, इसका मतलब यह नहीं है कि मैं इसका मालिक हूं. कुछ गंदी सोच जिन्हें झूठी कहानी गढ़ने की आदत है, वे एक बार फिर बाहर आ गए हैं. मेरी बात छोड़िए वे देश या पीएम को भी नहीं छोड़ते. आप उनसे इससे ज्यादा की उम्मीद नहीं कर सकते. सही बात है किसी कार से एक बार ट्रेवल कर लेने से वह कार एल्विश की तो हो नहीं जाएगी. मगर उन्हें बदनाम करने के लिए यह कहानी गढ़ी गई. आलम यह है कि गमला चोर लिखने पर एल्विश नाम आ रहा है. मतलब 40 लाख की Kia Car में 400 रूपए वाले गमले किसी औऱ ने चारी की और नाम बदनाम हुआ एल्विश का. हालांकि अब सबके सामने सच्चाई आ चुकी है. मान लीजिए अगर हम प्लेन से सफर करते हैं तो वह हमारी तो नहीं हो जाती ना?
इतना ही नहीं लोग कह रहे हैं कि अब चोर की दाढ़ी में तिनका नहीं गमला होता है. कई लोग किआ गाड़ी को भी बदनाम कर रहे हैं. वे कह रहे है कि Kia कार चोरी के लिए सही है. वे Kia Car की ही बेइज्जती कर रहे हैं. ड्रामा यहीं आकर नहीं रूका. हुआ यूं कि किसी ने गमला चोरी का वीडियो रिवर्स फॉर्म में एडिट करके लगा दिया, जिसे देखने से ऐसा लग रहा था कि गमला चोरी करने वाले दोनों लोग पौधों को ले नहीं जा रहे बल्कि कार से गमले उतार कर सड़क पर रख रहे हैं. वो तो आस-पास की दूसरी चीजों को देखने से साफ हो गया कि माजरा क्या है?
कहने का मतलह यह है कि जिन्होंने गमले चोरी किए उनके बारे में तो कोई जानना ही नहीं चाह रहा. सब अपनी कहानी गढ़ने में लगे हैं. जो चोर है वह तो किसी कोने में छिपा पड़ा है. वह सोच रहा होगा कि सही है इसी बहाने वह बदनाम होने से बच गया.
रिपोर्टस् की माने तो आरोपी मनमोहन यादव गुरुग्राम के गांधी नगर का रहने वाला है और प्रॉपर्टी डीलर का काम करता है. कार मनमोहन की पत्नी बीना कुमारी के नाम पर रजिस्टर्ड है. असल में आरोपी मनमोहन यावद का लड़का एल्विश का दोस्त है तो कभी कार इस्तेमाल कर ली होगी.
सोचिए कहानी किस मोड़ पर आकर पहुंच गई. खैर, अच्छी बात यह है कि सच का पता चल गया वरना गलती किसी औऱ की होती औऱ सजा किसी औऱ को मिलता. वैसे आपको गमलों का क्या हाल है? चिंटू का मम्मी की तरह आपको भी सावधान हो जाना चाहिए, क्या भरोसा कल को कोई आपके गमलों पर हाथ फेर ले...माने बोल रहे हैं.
इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.