एक लड़के ने अपनी प्रेमिका के चेहरे पर यह कहते हुए एसिड फेंका (acid attack) कि तुम मेरी नहीं हो सकती तो किसी और की भी नहीं हो सकती. वह लड़का सजा काटता है, लड़की से माफी मांगता है और फिर उसी से शादी कर लेता है. लोग वाहवाह कर रहे हैं, लेकिन मैं इन अंधरों को सुबह कैसे कहूं...
समझ नहीं आ रहा है कि इसमें अच्छा क्या हुआ है? तेजाब फेंका गया लड़की के चेहरे पर, चेहरा जला उसका, अंधी हुई लड़की, जिंदगी भर तेजाब फेंकेने वाले पति के साथ रहेगी वो लड़की...मुझे तो समझ नहीं आ रहा है कि यह कैसा इंसाफ है? ऐसे प्यार और पति के साथ रहने से तो अच्छा है कि लड़कियां सिंगल ही रहें.
जरा सा हाथ जल जाए तो लड़कियों की चीख निकल जाती है. चेहरे पर जरा सा गर्म तेल का छिंटा लग जाए तो तुरंत बर्फ लगाती हैं और 10 उपाय करती हैं कि एक दाग न पड़े. एक पिंपल निकल जाए तो टेंशन करने लगती हैं. ऐसे में जब किसी लड़की का चेहरा एसिड से जला दिया जाए तो उसके दर्द को मैं शब्दों में भला कैसे बयां कर सकती हूं? क्योंकि घाव भले भर जाए, दर्द भले कम हो जाए लेकिन एसिड चेहरे पर बदसूरती का वो दाग छोड़ जाता है जो जिंदगी भर नहीं भरता.
लड़कियां अपने चेहरे का इतना ख्याल रखती हैं कि वे खाना एक टाइम नहीं खाएंगी लेकिन चेहरा धोना नहीं भूलेंगी. ऐसे में बदसूरत वाले चेहरे को रोज आइना में देखना उन्हें अंदर ही अंदर मार देता है. खुद से घिन आने लगती है और हीन भावना ऐसी कि किसी के सामने आने की हिम्मत नहीं होती.
ऐसे में एसिड फेंकने वाले प्रेमी का प्यार हमारी समझ से तो परे ही है. जब-जब वह लड़की अपने एसिड फेंकने वाले पति का चेहरा देखेगी तब-तब उसे याद आएगा कि उसने उसके साथ क्या किया था? एक तरह से अब वह लड़की...
एक लड़के ने अपनी प्रेमिका के चेहरे पर यह कहते हुए एसिड फेंका (acid attack) कि तुम मेरी नहीं हो सकती तो किसी और की भी नहीं हो सकती. वह लड़का सजा काटता है, लड़की से माफी मांगता है और फिर उसी से शादी कर लेता है. लोग वाहवाह कर रहे हैं, लेकिन मैं इन अंधरों को सुबह कैसे कहूं...
समझ नहीं आ रहा है कि इसमें अच्छा क्या हुआ है? तेजाब फेंका गया लड़की के चेहरे पर, चेहरा जला उसका, अंधी हुई लड़की, जिंदगी भर तेजाब फेंकेने वाले पति के साथ रहेगी वो लड़की...मुझे तो समझ नहीं आ रहा है कि यह कैसा इंसाफ है? ऐसे प्यार और पति के साथ रहने से तो अच्छा है कि लड़कियां सिंगल ही रहें.
जरा सा हाथ जल जाए तो लड़कियों की चीख निकल जाती है. चेहरे पर जरा सा गर्म तेल का छिंटा लग जाए तो तुरंत बर्फ लगाती हैं और 10 उपाय करती हैं कि एक दाग न पड़े. एक पिंपल निकल जाए तो टेंशन करने लगती हैं. ऐसे में जब किसी लड़की का चेहरा एसिड से जला दिया जाए तो उसके दर्द को मैं शब्दों में भला कैसे बयां कर सकती हूं? क्योंकि घाव भले भर जाए, दर्द भले कम हो जाए लेकिन एसिड चेहरे पर बदसूरती का वो दाग छोड़ जाता है जो जिंदगी भर नहीं भरता.
लड़कियां अपने चेहरे का इतना ख्याल रखती हैं कि वे खाना एक टाइम नहीं खाएंगी लेकिन चेहरा धोना नहीं भूलेंगी. ऐसे में बदसूरत वाले चेहरे को रोज आइना में देखना उन्हें अंदर ही अंदर मार देता है. खुद से घिन आने लगती है और हीन भावना ऐसी कि किसी के सामने आने की हिम्मत नहीं होती.
ऐसे में एसिड फेंकने वाले प्रेमी का प्यार हमारी समझ से तो परे ही है. जब-जब वह लड़की अपने एसिड फेंकने वाले पति का चेहरा देखेगी तब-तब उसे याद आएगा कि उसने उसके साथ क्या किया था? एक तरह से अब वह लड़की जिंदगी भर सजा ही काटेगी. कुछ लोगों को यह लग सकता है कि ऐसा करके लड़के ने लड़की पर एहसान कर दिया लेकिन लड़की की यह हालात करने वाला अपराधी भी तो वही है.
असल में तुर्की के रहने वाले कासिम ओजन सेल्टी ने बेरफिन ओजेक पर साल 2019 में एसिड फेका था. दोनों रिलेशनशिप में थे. एक आम कपल की तरह उनमें भी प्यार था. किसी वजह से दोनों में अलगाव हो गया. यह बात ओजन सेल्टी से बर्दाश्त नहीं हुई और बदला लेने के लिए उसने अपनी प्रेमिका के चेहरे को जला दिया. वह प्रेमिका जिसे वह प्यार करने का दावा करता था वह लगभग अंधी ही हो गई क्योंकि उसे सिर्फ 30 प्रतिशत ही दिखाई देता है.
लड़के को 13 साल 6 महीने की सजा सुनाई गई लेकिन कोविड प्रोटोकॉल की वजह से वह जल्दी ही रिहा गया. उसने लड़की से लगातार माफी मांगी. उसे मैसेज भेजे और लड़की ने उसे माफ भी कर दिया. लड़की का दिल पसीज गया और उन दोनों ने शादी कर ली.
लोग सोशल मीडिया पर लड़की की आलोचना कर रहे हैं लेकिन मुझे लग रहा है कि जैसे उसके पास ऐसा करने के सिवा कोई और विकल्प नजर नहीं आया. वैसे जले हुए चेहरे से कौन शादी करना चाहता है? लड़की के पिता को उसकी. शादी की खबर नहीं थी उनका कहना था कि हम कानूनी लड़ाई लड़ रहे थे लेकिन अब मेहनत पर पानी फिर गया.
लड़की के साथ क्या अच्छा हुआ क्या बुरा हुआ? यह बहुत ही अजीब फैसला है जिस इंसान ने आपकी जिंदगी बर्बाद कर दी आप उसी के साथ कैसे जी सकते हो? सुनने में तो यही लग रहा है कि लड़के ने शादी करके बहुत बहादुरी का काम कर दिया. लड़के ने पहले उसे बदसूरत बनाया फिर उसे अपनाकर एहसान कर दिया. वैसे इस खबर ने मेरा मन तो खराब कर दिया.
मुझे लगता है कि लड़कियों को इतना भावुक और दयालु तो नहीं होना चाहिए कि जिसने आपके साथ इतना गलत किया उसी को हमसफर बना लें. लड़के के ऐसा करने से क्या उसका पाप धुल जाएगा? पाश्चताप करने से क्या उस लड़की की आंखों की रोशनी आ जाएगी...समझ नहीं आता कि इस खबर से खुश होना चाहिए या दुखी.
मेरे हिसाब से तो बजसूरत वह लड़का है, लड़की मन से अभी भी खूबसूरत ही है. किसी को माफ करना आसान नहीं होता...लगता है प्यार सच में अंधा होता है, वैसे आपकी इस बारे में क्या राय है?
इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.