किसी के प्यार में खो कर उसके साथ जिंदगी के सपने देखने वाली लड़की को पता नहीं रहता है कि उसके साथ भविष्य में क्या होने वाला है? उसे यकीन होता है कि वह अपने पार्टनर के साथ खुश रहेगी. उसे लगता है कि पार्टनर उसका खूब ख्याल रखेगा. उसके लिए चाय बनाएगा, नाश्ता तैयार करेगा.
वह उसके साथ शायद इसी सोच के साथ आगे बढ़ती है कि आने वाले कुछ दिनों में दोनों शादी कर लेंगे, उनके बच्चे होंगे और एक खुशहाल परिवार होगा. कुछ लड़कियों को उनकी मंजिल मिल भी जाती है मगर कई लड़कियों को धोखा मिल जाता है. इसलिए लिव इन में रहने वाली लड़कियों को पहले ही कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए, ताकि आगे चलकर उन्हें कोई पछतावा ना हो.
जल्दीबाजी न करें
लड़कियों को पता होना चाहिए कि वे अपनी जिंदगी से क्या चाहती हैं. सिर्फ लुभावने वादे पर ऐतबार करके खुद को सौंपने से पहले सौ दफा सोच लेना चाहिए. ऐसा ना हो कि आज पहचान हुई, कल दोस्ती हुई परसो प्यार हुआ और तरसो उसके साथ जाकर रहने लगे. जिस तरह शादी का फैसला बड़ा होता है, लिव इन को भी वैसा ही मानकर चलना चाहिए. भले ही हम किसी इंसान के अंदर झांक कर नहीं देख सकते मगर उसके बारे में पता तो लगा ही सकते हैं. उसका बैकग्राउंड अपने स्तर पर चेक कर लें. उसकी पसंद, ना पसंद का आंकलन करें. उसके विचारों को समझे, उसकी सोच को परखें...इसके बाद ही उसके साथ रहने का फैसला करें.
परिवार से रिश्ता न तोड़े
सबके जरूरी बात यह है कि पार्टनर के बारे में अपने परिवार से कुछ न छिपाएं. उसके बारे में सारी जानकारी घरवालों को बताएं. हमेशा घरवालों की बातों को गौर करें, उनकी बात माने. अगर वे ऐसे किसी रिश्ते के...
किसी के प्यार में खो कर उसके साथ जिंदगी के सपने देखने वाली लड़की को पता नहीं रहता है कि उसके साथ भविष्य में क्या होने वाला है? उसे यकीन होता है कि वह अपने पार्टनर के साथ खुश रहेगी. उसे लगता है कि पार्टनर उसका खूब ख्याल रखेगा. उसके लिए चाय बनाएगा, नाश्ता तैयार करेगा.
वह उसके साथ शायद इसी सोच के साथ आगे बढ़ती है कि आने वाले कुछ दिनों में दोनों शादी कर लेंगे, उनके बच्चे होंगे और एक खुशहाल परिवार होगा. कुछ लड़कियों को उनकी मंजिल मिल भी जाती है मगर कई लड़कियों को धोखा मिल जाता है. इसलिए लिव इन में रहने वाली लड़कियों को पहले ही कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए, ताकि आगे चलकर उन्हें कोई पछतावा ना हो.
जल्दीबाजी न करें
लड़कियों को पता होना चाहिए कि वे अपनी जिंदगी से क्या चाहती हैं. सिर्फ लुभावने वादे पर ऐतबार करके खुद को सौंपने से पहले सौ दफा सोच लेना चाहिए. ऐसा ना हो कि आज पहचान हुई, कल दोस्ती हुई परसो प्यार हुआ और तरसो उसके साथ जाकर रहने लगे. जिस तरह शादी का फैसला बड़ा होता है, लिव इन को भी वैसा ही मानकर चलना चाहिए. भले ही हम किसी इंसान के अंदर झांक कर नहीं देख सकते मगर उसके बारे में पता तो लगा ही सकते हैं. उसका बैकग्राउंड अपने स्तर पर चेक कर लें. उसकी पसंद, ना पसंद का आंकलन करें. उसके विचारों को समझे, उसकी सोच को परखें...इसके बाद ही उसके साथ रहने का फैसला करें.
परिवार से रिश्ता न तोड़े
सबके जरूरी बात यह है कि पार्टनर के बारे में अपने परिवार से कुछ न छिपाएं. उसके बारे में सारी जानकारी घरवालों को बताएं. हमेशा घरवालों की बातों को गौर करें, उनकी बात माने. अगर वे ऐसे किसी रिश्ते के खिलाफ हैं तो उन्हें समझने की कोशिश करें और उनसे रिश्ता ना तोड़ें. हमेशा उनसे टच में रहें और अपने रिश्ते के बारे में उनसे बातें शेयर करें.
कानून की जानकारी रखें
बहुत सारी लड़कियां जानकारी के अभाव में पीड़ित बन जाती हैं. वे बिना सोचे समझे लिव इन में तो रहने लगती हैं मगर धोखा मिलने पर कानून की जानकारी ना होने पर वे दर-दर भटकती रहती हैं. यह बात जान लें कि लड़के-लड़कियां अपनी मर्जी से लिवइन में रह सकते हैं. इतना ही नहीं, लिव इन में रहने वाली महिलाओं को शादीशुदा महिलाओं की तरह कई अधिकार भी मिलते हैं. जिसमें घरेलू हिंसा और सपंत्ति का अधिकार तक शामिल हैं.
उम्मीद कम रखें
लिव इन एक ऐसा रिश्ता है जो कभी भी टूट सकता है. यह सिर्फ कुछ वादों पर टिका होता है और आजकल लोग कितना वादा निभाते हैं यह तो आपको पता ही है. इसलिए इस रिश्ते में जितना कम उम्मीद रखेंगी उतना अच्छा है. लिव इन में रहने वाली लड़कियां कुछ समय बाद खुद को पत्नी का दर्जा देने लगती हैं और यह बात उनके व्यवहार में भी दिखने लगती है. जब अधिकार ही चाहिए तो फिर शादी करने में क्या बुराई है? जिन लड़कों को लिव इन में आजादी चाहिए वे शादीशुदा जिंदगी नहीं चाहते और इसलिए लड़कियों से दूर भागने लगते हैं.
सच्चाई को अपनाना सीखें
रिलेशनशिप में कई बार एक समय के बाद वो चार्म खत्म हो जाता है. पहले वाली बता नहीं रहती. प्यार कम होने लगता है. जब रिश्ते में प्यार की जगह टकरार लेने लगे तो समझ जाएं कि आप दोनों के बीच सबकुछ ठीक नहीं है. इसका समाधान करने के लिए दोनों का खुलकर बात करना बेहद जरूरी है. अगर दोनों में प्यार ही नहीं रहा तो इस सच्चाई को अपनाना सीखें और रिश्ते में आगे बढ़ जाएं.
पार्टनर जाना चाहे तो उसे जाने दें
जब दोनों में प्यार हुआ, दोनों साथ आकर एक साथ रहने लगे. मगर जब सामने वाले के मन में आपके लिए प्यार खत्म हो जाए औऱ वह मूवऑन करने का बोला तो उसे जाने दे. हो सकता है कि आपके इमोशनल करने पर, रोने-धोने पर वह रूक जाए मगर रिश्ते में वो बात नहीं रहेगी. एक टाइम ऐसा आएगा कि आप दोनों एक-दूसरे के लिए बोझ बन जाएंगे, इसलिए अगर वह आपसे दूर जाना चाहे तो उसे जाने दे. खुद को प्यार करने के लिए अब किसी को मजबूर तो नहीं किया जा सकता है.
आंख बंद कर भरोसा ना करें
जब हम किसी से प्यार करते हैं तो उस पर भरोसा भी करते हैं और भरोसा करना भी चाहिए. मगर कई बार आंख बंदकर किसी पर विश्वास करना हमारे लिए भारी पड़ जाता है. कहावत है कि लोग प्यार में अंधे हो जाते हैं तभी तो वे धोखा खाते हैं. इसलिए पार्टनर पर भले शक ना करें, मगर नजर जरूर रखें.
जबरदस्ती शादी न करें
कई बार ऐसा होता है कि सामने वाला शादी नहीं करना चाहता है फिर भी लड़कियां उससे शादी करने के लिए मरी जाती हैं. अरे जब लड़का शादी नहीं करना चाहता तो आपको उससे शादी करके क्या मिल जाएगा? हम किसी को शादी करने के लिए मजबूर तो नहीं कर सकते हैं. पता है आप उसे खोना नहीं चाहतीं मगर उसके साथ रहकर आप कभी खुश नहीं रह सकती हैं. इसलिए जब सामने वाला ना चाहे तो उससे मजबूर कर जबरदस्ती शादी करने का दबाव न बनाएं. क्या पता कि शादी हो जाने के बाद वह आपको धोखा नहीं देगा.
हमारी समझ से जब आप लिव इन में रहने जाती हैं तो आपको सारी सच्चाई का पता रहता है. मगर उसके साथ रहने के बाद बहुत सारी नई चीजों के बारे में पता चलता है. किसी के साथ रहने पर भी हम उसके बारे में सारी बातें समझ पाते हैं. जरूरी नहीं है कि दूर से जो अच्छा लगता है वह पास आकर भी उतना अच्छा लगे. कई बार ख्वाब और हकीकत में काफी अंतर होता है.
इसलिए लिव इन में साथ रहने के बाद जब आपको समझ आ जाए कि सामने वाला आपके लिए ठीक नहीं है या फिर वह आपमें रूचि नहीं ले रहा है, उससे दूरी बनाने में ही आपकी भलाई है. याद रखिए एक बार हाथ उठाने वाले इंसान, दोबारा भी थप्पड़ मार सकता है. इसलिए दिल के साथ दिमाग भी खुला रखें और सबसे जरूरी बात सेल्फ लव कभा ना भूलें, याद रखें आप हैं तभी सबकुछ है वरना...
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