यूं तो होली आ चुकी है, लेकिन रंग खेलने वाली होली को अभी एक दिन बाकी है. लोगों पर इस त्योहार का रंग चढ़ने भी लगा है. गली-मुहल्लों में बच्चों से लेकर बड़े तक कई लोग आपको रंगों में रंगे दिख सकते हैं. होली के दिन कोई भी किसी को भी रंग लगा देता है और अगर सामने वाला शख्स गुस्सा करे तो बस एक लाइन सुनने को मिलती है- 'बुरा न मानो, होली है'. लेकिन इस 'बुरा न मानो' की आड़ में लोग इतने घिनौने काम करने पर उतारू हो जाते हैं, जिन्हें देखकर तो यही लगता है कि अब होली को भी बैन कर देना चाहिए. अब वो समय आ गया है जब होली पर भी प्रतिबंध लगा देना चाहिए. होली के दीवानों को यह बात बुरी जरूर लगेगी, लेकिन जरा उन लोगों के बारे में सोचिए, जिनके साथ होली के नाम पर ऐसी हरकतें हुईं, कि उन्हें न चाहकर भी बुरा मानना ही पड़ा. चलिए आपको देश की राजधानी में होली के नाम पर हुई एक घिनौनी हरकत के बारे में बताते हैं, शायद उसके बाद आप भी सोचें कि होली को बैन कर देना चाहिए.
वीर्य से भरा गुब्बारा लड़की पर फेंका
जी हां, वीर्य से भरा गुब्बारा. बात सिर्फ हैरान करने की नहीं, बल्कि परेशान करने की भी है कि ये कौन से लोग हैं, जो होली के नाम पर सारी हदें पार करने को तैयार हैं. मामला दिल्ली के अमर कॉलेनी मार्केट का है, जहां पर दिल्ली विश्वविद्यालय की एक छात्रा पर वीर्य से भरा गुब्बारा फेंका गया. पहले तो लड़की ने समझा कि यह सिर्फ एक गुब्बारा है, लेकिन जब वह हॉस्टल पहुंची तो उसे सच्चाई का पता चला. लड़की का दावा है कि उस पर जो गुब्बारा फेंका गया था उसमें semen यानी वीर्य भरा था.
सोशल मीडिया पर पोस्ट डालकर बताया
लड़की ने अपने साथ हुई इस घटना को लेकर इंस्टाग्राम पर दो पोस्ट डाली हैं. पोस्ट में लड़की ने लिखा है- 'मैं...
यूं तो होली आ चुकी है, लेकिन रंग खेलने वाली होली को अभी एक दिन बाकी है. लोगों पर इस त्योहार का रंग चढ़ने भी लगा है. गली-मुहल्लों में बच्चों से लेकर बड़े तक कई लोग आपको रंगों में रंगे दिख सकते हैं. होली के दिन कोई भी किसी को भी रंग लगा देता है और अगर सामने वाला शख्स गुस्सा करे तो बस एक लाइन सुनने को मिलती है- 'बुरा न मानो, होली है'. लेकिन इस 'बुरा न मानो' की आड़ में लोग इतने घिनौने काम करने पर उतारू हो जाते हैं, जिन्हें देखकर तो यही लगता है कि अब होली को भी बैन कर देना चाहिए. अब वो समय आ गया है जब होली पर भी प्रतिबंध लगा देना चाहिए. होली के दीवानों को यह बात बुरी जरूर लगेगी, लेकिन जरा उन लोगों के बारे में सोचिए, जिनके साथ होली के नाम पर ऐसी हरकतें हुईं, कि उन्हें न चाहकर भी बुरा मानना ही पड़ा. चलिए आपको देश की राजधानी में होली के नाम पर हुई एक घिनौनी हरकत के बारे में बताते हैं, शायद उसके बाद आप भी सोचें कि होली को बैन कर देना चाहिए.
वीर्य से भरा गुब्बारा लड़की पर फेंका
जी हां, वीर्य से भरा गुब्बारा. बात सिर्फ हैरान करने की नहीं, बल्कि परेशान करने की भी है कि ये कौन से लोग हैं, जो होली के नाम पर सारी हदें पार करने को तैयार हैं. मामला दिल्ली के अमर कॉलेनी मार्केट का है, जहां पर दिल्ली विश्वविद्यालय की एक छात्रा पर वीर्य से भरा गुब्बारा फेंका गया. पहले तो लड़की ने समझा कि यह सिर्फ एक गुब्बारा है, लेकिन जब वह हॉस्टल पहुंची तो उसे सच्चाई का पता चला. लड़की का दावा है कि उस पर जो गुब्बारा फेंका गया था उसमें semen यानी वीर्य भरा था.
सोशल मीडिया पर पोस्ट डालकर बताया
लड़की ने अपने साथ हुई इस घटना को लेकर इंस्टाग्राम पर दो पोस्ट डाली हैं. पोस्ट में लड़की ने लिखा है- 'मैं अमर कालोनी मार्केट में अपने एक दोस्त के साथ एक कैफे में लंच करने गई थी. जब मैं रिक्शे से बैठकर वापस आ रही थी तभी कुछ लोग आए और मेरी तरफ एक लिक्विड से भरा गुब्बारा फेंक दिया जो मेरे कूल्हे से टकराया और फट गया. गुब्बारे में भरी चीज के अंश मेरी ड्रेस पर फैल गए. मेरी काली लैगिंग पर सफेद निशान पड़ गए. मैं अनुमान नहीं लगा सकी कि असल में यह क्या था. लेकिन इतना तो तय था कि वह चिपचिपा पदार्थ पानी तो नहीं था. जब मैं हॉस्टल पहुंची तो मैंने अपनी एक अन्य मित्र को वीर्य से भरे गुब्बारे फेंके जाने की बात करते सुना.' (इस मामले की रिपोर्ट पुलिस थाने में दर्ज करा दी गई है.)
क्यों नहीं लगना चाहिए प्रतिबंध?
होली रंगों का त्योहार है. भारत में होली खेली भी धूमधाम से जाती है, लेकिन क्या होली किसी के भी साथ खेल सकते हैं? किसी को भी सरेबाजार पकड़ के रंग लगा सकते हैं? राह चलती किसी लड़की पर होली के नाम पर रंग भरे गुब्बारे फेंक सकते हैं? इतना सब करने के बाद भी लोग कहते हैं- 'बुरा न मानो, होली है'. सवाल ये है कि बुरा क्यों नहीं मानें? सरेबाजार ऐसी हरकत से लोगों की नजरों में हंसी का पात्र बन गई लड़की और कई बार तो लोगों की गंदी नीयत तक का सामना करने वाली लड़की को ये सब अच्छा कैसे लगेगा? क्या फिर भी बुरा नहीं मानना चाहिए? अगर होली इसी तरह से खेलनी है तो होली को बैन ही कर देना चाहिए, क्योंकि होली खुशियां मनाने का त्योहार है, ना कि किसी की इज्जत उतार देने का.
विरोध में उतरीं लड़कियां
इसे लेकर लेडी श्रीराम कॉलेज की स्टूडेंट यूनियन ने 1 मार्च को विरोध प्रदर्शन भी करने की बात कही है. इसे लेकर फेसबुक पर एक पोस्ट भी डाला है, जिसमें लिखा है कि उन्हें होली के दिन कैसी-कैसी बातें सुनने को मिलती हैं. पोस्ट में लिखा है कि जब भी हम कभी विरोध करते हैं तो सुनने को मिलता है- अरे ये तो खेल-खेल में है, अरे तुम्हें तो बैज पहन कर घूमना चाहिए कि हम होली नहीं खेलेंगे, नहीं खेलना तो घर से मत निकलो ना, बुरा ना मानो यार होली है. आखिर में लिखा है- 'वक्त है कहने का: हम बुरा मानेंगे'.
पहले भी हुआ है ऐसा
जैसा मामला अमर कॉलोनी पुलिस स्टेशन में दर्ज किया गया है वैसा ही मामला ग्रेटर कैलाश में भी दर्ज किया गया है. ग्रेटर कैलाश में भी लड़की पर वीर्य से भरा गुब्बारा फेंका गया है. वैसे मामला सिर्फ इन दो लड़कियों तक सीमित नहीं है. बहुत सी लड़कियां तो इस डर से ही शिकायत नहीं करती हैं कि लोग क्या सोचेंगे. यानी अगर सारी लड़कियां पुलिस में रिपोर्ट लिखवाने लगें तो शायदा ऐसे मामलों का अंबार लग जाएगा. पुलिस फिलहाल मामले की जांच कर रही है और दोषियों को पकड़ने की कोशिशें की जा रही हैं. इंस्टाग्राम पर अब और भी लड़कियां #MyWhiteKurta के साथ ऐसे पोस्ट कर रही हैं और अपने साथ हुई बदसलूकी बयां कर रही हैं. लड़कियां कह रही हैं- मेरा सफेद कुर्ता आपको मेरे ऊपर गुब्बारे फेंकने के लिए आमंत्रित नहीं करता है. सड़क पर अकेली जा रही लड़की आपको इस बात का निमंत्रण नहीं देती है कि आप उसके शरीर को छूकर उसे Happy Holi कहें.
चलते-चलते ये भी सुन लीजिए
दिल्ली यूनिवर्सिटी की एक छात्रा प्रसन्ना जैकब ने भी अपनी फेसबुक वॉल पर एक ऐसी ही पोस्ट की है, जिसमें उन्होंने वीर्य से भरे गुब्बारे का जिक्र किया है. उन्होंने बताया कि जब वह बस से जा रही थी, उसी बीच सागरपुर बस स्टॉप के पास एक लड़के ने उन्हें वीर्य से भरा गुब्बारा मारा. जब तक वह खुद को संभाल पाईं तब तक लड़के वहां से फरार हो गए. फिर सामने वाली सीट पर बैठी महिला ने कहा- बेटा बुरा न मानो होली है. इतना ही नहीं, पूरी बस छात्रा को देखकर हंसने लगी और सभी यही बोले कि बुरा न मानो होली है. प्रसन्ना ने अपनी आपबीती तो फेसबुक पर डाली ही है साथ ही सभी लड़कियों से अनुरोध किया है कि अगर उनके साथ भी ऐसा कुछ होता है तो चुप न रहें, बल्कि इसकी शिकायत करें.
अब आप ही बताइये, जो त्योहार खुशियों का है, उसे लेकर लड़कियों को शर्मिंदगी का सामना करना पड़ रहा है, होली के नाम पर उनके साथ घिनौनी हरकतें हो रही हैं तो फिर कोई बुरा कैसे नहीं मानेगा? इस होली जरूरत है बुरा मानने की और ऐसे लोगों के खिलाफ आवाज उठाने की जो राह चलती लड़कियों को अपनी जागीर समझ लेते हैं. तो इस होली जी भर के मस्ती कीजिए, लेकिन कोई आपके साथ जबरदस्ती करता है तो उसका बुरा जरूर मानिए.
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