2017 की शुरुआत ही कुछ ऐसी हुई थी कि पूरा भारत शर्मिंदा हो गया था. बेंगलुरु मास मॉलेस्टेशन की हेडलाइन ने 1 जनवरी को पूरे देश में तहलका मचा दिया था. नए साल का जश्न मनाने गई लड़कियों को कई मनचलों की टोली ने छेड़ा था. पुलिस भी कुछ नहीं कर पाई थी. अपने परिवार के साथ गई लड़कियां भी नहीं बच पाई थीं.
उस केस के बारे में काफी चर्चा की गई. नेताओं ने बयान दिए कि लड़कियों को सही कपड़े पहनने चाहिए थे. उन्हें ऐसे कहीं भी जाना नहीं चाहिए था. रात में लड़कियां बाहर निकलेंगी तो ये गलत है न ऐसे कई बयान बड़े-बड़े नेताओं ने दिए थे. ये थी भारत में 2017 की शुरुआत.
2017 कई मामलों में महिलाओं के लिए बहुत खराब साबित हुआ है. एक ओर तो दुनिया 21वीं सदी में कदम रख रही है और दूसरी तरफ भारत में महिलाओं के हालात बद से बद्तर होते जा रहे हैं.
2017 में वैसे तो कई खबरों ने सुर्खियां बटोरीं, लेकिन महिलाओं से जुड़ी हुई ये 15 खबरें शायद सबसे काली रहीं...
1. हरियाणा में 5 साल की एक लड़की का रेप किया गया और उसके गुप्तांग में लड़की डाली गई..
2. रोहतक में लड़की के साथ गैंगरेप हुआ, उसकी फूड पाइप तक निकाल ली गई और ईंटों से मार दिया गया क्योंकि उसने शादी का रिश्ता ठुकराया था.
3. दिल्ली में 21 महीने की एक बच्ची का पड़ोसी ने ही रेप कर दिया. जिसने हाल ही में चलना सीखा था.
4. दिल्ली में एक 27 साल की महिला का ऑटो ड्राइवर ने रेप किया जब वो सो गई थी.
5. तमिलनाडु में एक 15 साल की लड़की से बस में गैंगरेप. 2 ड्राइवर और कंडक्टर गिरफ्तार.
6. 7 साल की बच्ची का उसके ही स्कूल में रेप और मर्डर. मामला ईत्मादपुर, आगरा जिले का है.
7. पिता ने अपनी 16 साल की लेस्बियन बेटी का रेप किया. ये सिर्फ इसलिए था ताकि वो साबित कर सके कि सेक्स मर्दों के साथ बेहतर होता...
2017 की शुरुआत ही कुछ ऐसी हुई थी कि पूरा भारत शर्मिंदा हो गया था. बेंगलुरु मास मॉलेस्टेशन की हेडलाइन ने 1 जनवरी को पूरे देश में तहलका मचा दिया था. नए साल का जश्न मनाने गई लड़कियों को कई मनचलों की टोली ने छेड़ा था. पुलिस भी कुछ नहीं कर पाई थी. अपने परिवार के साथ गई लड़कियां भी नहीं बच पाई थीं.
उस केस के बारे में काफी चर्चा की गई. नेताओं ने बयान दिए कि लड़कियों को सही कपड़े पहनने चाहिए थे. उन्हें ऐसे कहीं भी जाना नहीं चाहिए था. रात में लड़कियां बाहर निकलेंगी तो ये गलत है न ऐसे कई बयान बड़े-बड़े नेताओं ने दिए थे. ये थी भारत में 2017 की शुरुआत.
2017 कई मामलों में महिलाओं के लिए बहुत खराब साबित हुआ है. एक ओर तो दुनिया 21वीं सदी में कदम रख रही है और दूसरी तरफ भारत में महिलाओं के हालात बद से बद्तर होते जा रहे हैं.
2017 में वैसे तो कई खबरों ने सुर्खियां बटोरीं, लेकिन महिलाओं से जुड़ी हुई ये 15 खबरें शायद सबसे काली रहीं...
1. हरियाणा में 5 साल की एक लड़की का रेप किया गया और उसके गुप्तांग में लड़की डाली गई..
2. रोहतक में लड़की के साथ गैंगरेप हुआ, उसकी फूड पाइप तक निकाल ली गई और ईंटों से मार दिया गया क्योंकि उसने शादी का रिश्ता ठुकराया था.
3. दिल्ली में 21 महीने की एक बच्ची का पड़ोसी ने ही रेप कर दिया. जिसने हाल ही में चलना सीखा था.
4. दिल्ली में एक 27 साल की महिला का ऑटो ड्राइवर ने रेप किया जब वो सो गई थी.
5. तमिलनाडु में एक 15 साल की लड़की से बस में गैंगरेप. 2 ड्राइवर और कंडक्टर गिरफ्तार.
6. 7 साल की बच्ची का उसके ही स्कूल में रेप और मर्डर. मामला ईत्मादपुर, आगरा जिले का है.
7. पिता ने अपनी 16 साल की लेस्बियन बेटी का रेप किया. ये सिर्फ इसलिए था ताकि वो साबित कर सके कि सेक्स मर्दों के साथ बेहतर होता है.
8. 4 साल के बच्चे ने अपनी क्लासमेट का रेप किया. उसके गुप्तांग में उंगली और पेंसिल डाली.
9. दो बच्चों के पिता ने पड़ोसी की 18 महीने की बच्ची का रेप किया. उस समय उसके अपने बच्चे मौजूद थे.
10. भोपाल गैंगरेप मामला जिसमें कोचिंग से लौट रही 19 साल की लड़की के साथ 4 लोगों ने गैंगरेप किया और 3 घंटों तक बंधक बना कर रखा. बीच-बीच में मुजरिम गुटखा और चाय पीने के लिए ब्रेक लिया. पुलिस ने उस छात्रा की कहानी को फिल्मी बताया. पीड़ित लड़की ने खुद अपने गुनहगारों को पकड़ा.
11. एक अपाहिज लड़की का जगन्नाथ पुरी मंदिर के अंदर रेप किया. जब मंदिर में काफी कम लोग थे तब लड़की भगवान के दर्शन के लिए गई थी.
12. दोस्त को बंधक बनाकर 8 लोगों ने झारखंड में एक आदिवासी लड़की का रेप किया.
13. उत्तर प्रदेश में एक 100 साल की महिला का रेप किया गया. महिला ने बाद में दम तोड़ दिया.
14. मथुरा के राधा-रानी मंदिर के बावर्ची और गार्ड ने एक महिला का रेप किया.
15. सेक्स के लिए मना करने पर पत्नी के गुप्तांगों में डाला एसिड.
ये सभी खबरें 2017 की हैं. कहीं 18 महीने की बच्ची तो कहीं 100 साल की महिला. कोई भला कैसे कहे कि इनके कपड़ों की वजह से इनके साथ रेप हुआ. उस 100 साल की बूढ़ी महिला के बारे में क्या कहा जाएगा जो अपने घर में सो रही थी और किसी दरिंदे ने उसका रेप किया. उस 18 महीने की बच्ची के बारे में क्या कहा जाएगा जो पड़ोसी के घर खेलने गई थी और उसका रेप किया गया. उस 4 साल की बच्ची के बारे में क्या कहा जाएगा जो स्कूल में थी और उसके ही साथ पढ़ने वाले 4 साल के बच्चे ने उसकी योनि में पेंसिल डाल दी.
अगर इन मामलों में भी लड़कियों को दोष दिया जा रहा है तो वाकई समाज एक घिनौना रूप ले चुका है. किसी भी मामले में ये कहना कि लड़की की गलती होगी काफी आसान सी सफाई है, लेकिन सच तो ये है न कि समस्या अब भारत को खोखला कर रही है. निर्भया कांड के 5 साल बाद एक बार फिर दिल्ली में गैंगरेप होता है. उसी दिन.. होता है, लेकिन कोई कुछ नहीं कर पाता.
ऊपर दी गई खबरें तो सिर्फ चंद किस्सों की तरह है. अकेले देश की राजधानी दिल्ली की बात करें तो वो दुनिया के सामने रेप कैपिटल बन गई है. अब 2018 आ गया है. कैलेंडर भी अब वयस्क हो गया है. नई शताब्दी भी 18 साल की हो गई है. क्या अब भी भारत में सिर्फ धर्म के नाम पर ही राजनीति की जाएगी? क्या महिलाओं के लिए कुछ नहीं किया जाएगा? अगर ऐसा ही चलता रहा तो शायद मंदिर तो वहीं बन जाएगा, लेकिन वहां पूजा करने के लिए कोई मां, बेटी, बहन नहीं बचेगी..
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