कोरोना वायरस (Coronavirus) को लेकर पूरी दुनिया में गफ़लत फैली है. बीमारी की एक अहम वजह संक्रमण है. कोरोना का संक्रमण कैसे और किन कारणों से लोगों में पहुंच रहा है और उन्हें अपनी चपेट में ले रहा है, इसपर दुनिया के अलग अलग देशों में शोध चल रहा है. चूंकि कोरोना का सबसे पहला मामला चीन में आया था इसलिए हालिया दिनों में कोरोना वायरस और इसके संक्रमण को लेकर सबसे ज्यादा काम भी चीन (China) में ही हो रहा है. चीन के शोध पत्रों में ऐसी तमाम दिलचस्प रिसर्च छापी जा रही हैं जो ये बता रही हैं कि चीन में ये जानलेवा वायरस किस तरह फैला. ऐसी ही एक रिसर्च एयर कंडीशनर (AC) को लेकर हुई है. शोध के अनुसार चीन के एक रेस्टोरेंट में बैठे हुए तीन परिवारों को कोरोना वायरस फैला है और इसका एक बड़ा कारण एयर कंडीशनर को माना गया है.
जी हां भले ही ये बात सुनने में थोड़ी अटपटी लगे लेकिन ये सच है. अमेरिका के सेंटर फ़ॉर कंट्रोल एंड प्रिवेंशन द्वारा इमरजिंग इंफेक्शियस डिजीज जर्नल में प्रकाशित की गई है.इस शोध को 10 कोविड-19 मरीजों पर किया गया है. बता दें कि ये 10 मरीज उन 3 परिवारों में से थे जो चीन के एक ही रेस्टोरेंट में लंच करने गए थे.
बताया जा रहा है कि वुहान से आने वाला पहला संक्रमित व्यक्ति पांच उस रेस्टोरेंट में 24 जनवरी को खाना खाने गया था. इस रेस्टोरेंट में वेंटिलेशन की कोई व्यवस्था नहीं थी. दूसरे परिवार के सदस्य उसके पास ही के टेबल पर बैठकर खाना खा रहे थे. कहा ये गया था कि वो व्यक्ति जो सबसे पहले संक्रमित हुआ उसे उसी दिन लक्षण दिखाई दिए. वहीं जो दूसरा परिवार था उन्हें अपने में ये लक्षण 5 फरवरी को दिखाई दिये. बताया ये भी जा रहा है की तीनों ही परिवार 1 घंटे तक रेस्टोरेंट में बैठे थे.
स्टडी में इस बात पर बल दिया गया है कि हो सकता है संक्रमण ड्रापलेट के कारण हवा में फैला हो जिसने उपस्थित लोगों को अपनी चपेट में लिया हो. शोध के अनुसार एसी की हवा का तेज फ्लो ड्रापलेंट्स को हवा में लाया हो जो संक्रमण की वजह बना.स्टडी में इस बात पर भी जोर दिया गया है कि अगर...
कोरोना वायरस (Coronavirus) को लेकर पूरी दुनिया में गफ़लत फैली है. बीमारी की एक अहम वजह संक्रमण है. कोरोना का संक्रमण कैसे और किन कारणों से लोगों में पहुंच रहा है और उन्हें अपनी चपेट में ले रहा है, इसपर दुनिया के अलग अलग देशों में शोध चल रहा है. चूंकि कोरोना का सबसे पहला मामला चीन में आया था इसलिए हालिया दिनों में कोरोना वायरस और इसके संक्रमण को लेकर सबसे ज्यादा काम भी चीन (China) में ही हो रहा है. चीन के शोध पत्रों में ऐसी तमाम दिलचस्प रिसर्च छापी जा रही हैं जो ये बता रही हैं कि चीन में ये जानलेवा वायरस किस तरह फैला. ऐसी ही एक रिसर्च एयर कंडीशनर (AC) को लेकर हुई है. शोध के अनुसार चीन के एक रेस्टोरेंट में बैठे हुए तीन परिवारों को कोरोना वायरस फैला है और इसका एक बड़ा कारण एयर कंडीशनर को माना गया है.
जी हां भले ही ये बात सुनने में थोड़ी अटपटी लगे लेकिन ये सच है. अमेरिका के सेंटर फ़ॉर कंट्रोल एंड प्रिवेंशन द्वारा इमरजिंग इंफेक्शियस डिजीज जर्नल में प्रकाशित की गई है.इस शोध को 10 कोविड-19 मरीजों पर किया गया है. बता दें कि ये 10 मरीज उन 3 परिवारों में से थे जो चीन के एक ही रेस्टोरेंट में लंच करने गए थे.
बताया जा रहा है कि वुहान से आने वाला पहला संक्रमित व्यक्ति पांच उस रेस्टोरेंट में 24 जनवरी को खाना खाने गया था. इस रेस्टोरेंट में वेंटिलेशन की कोई व्यवस्था नहीं थी. दूसरे परिवार के सदस्य उसके पास ही के टेबल पर बैठकर खाना खा रहे थे. कहा ये गया था कि वो व्यक्ति जो सबसे पहले संक्रमित हुआ उसे उसी दिन लक्षण दिखाई दिए. वहीं जो दूसरा परिवार था उन्हें अपने में ये लक्षण 5 फरवरी को दिखाई दिये. बताया ये भी जा रहा है की तीनों ही परिवार 1 घंटे तक रेस्टोरेंट में बैठे थे.
स्टडी में इस बात पर बल दिया गया है कि हो सकता है संक्रमण ड्रापलेट के कारण हवा में फैला हो जिसने उपस्थित लोगों को अपनी चपेट में लिया हो. शोध के अनुसार एसी की हवा का तेज फ्लो ड्रापलेंट्स को हवा में लाया हो जो संक्रमण की वजह बना.स्टडी में इस बात पर भी जोर दिया गया है कि अगर टेबल्स के बीच दूरियां ज्यादा होतीं और वेंटिलेशन होता तो संक्रमण को फैलने से रोका जा सकता था.
तो क्या एसी भी है कोरोना फैलने की एक अहम वजह
जाहिर सी बात है इस खबर के बाद लोग विचलित हुए होंगे और एक दूसरे से कोरोना वायरस फैलने में एसी की भूमिका को लेकर एक दूसरे से सवाल कर रहे होंगे. तो बता दें कि ऐसा बिल्कुल नहीं है कि एसी ही कोरोना फैलने का एक कारण है या फिर एसी आपकी मुसीबतों में इजाफा कर सकता है. भारत के अलावा दुनिया भर में डॉक्टर्स का एक बड़ा वर्ग ऐसा है जिसका मानना है कि यदि व्यक्ति अपने घर मे एसी चला रहा है तो कोरोना नहीं फैलेगा.
एसी के कारण कोरोना फैलने की वजह सेंट्रलाइज्ड ए सी को माना गया है. यानी अगर व्यक्ति मॉल, मेट्रो एयरपोर्ट या रेलवे स्टेशन पर है और वहां पर कोई कोरोना संक्रमित मरीज है तो बीमारी फैल सकती है. क्यों कि हममें से अधिकांश लोग अपने घरों में हैं और घरों में प्रायः साफ सफाई रहती है इसलिए भी साधारण घरों में कोरोना का संक्रमण फैलने की संभावनाएं कम हैं.
ध्यान रहे कि कोरोना के मद्देनजर साफ सफाई को भी एक बड़ी वजह माना गया है. तमाम शोध ऐसे भी आए हैं जिनमें कहा गया है कि जहां साफ सफाई रहती है वहां से कोरोना वायरस फैलने की संभावनाएं कम रहती हैं.
गौरतलब है कि दुनियाभर में कोरोना वायरस संक्रमण अपना सबसे विकराल रूप ले चुका है. चाहे वो बीमारों की संख्या हो या फिर मरते हुए लोग आंकड़ें लगातार ऊपर जा रहे हैं तो इस बात का डर बना हुआ है कि शायद ही लोगों को इतनी जल्दी इस जानलेवा बीमारी से निजात मिल पाए. चूंकि बीमारी को लेकर लगातार अफवाहें भी उड़ रही हैं इसलिए भी ये बीमारी एक बड़ी चुनौती की तरह नजर आ रही है.
बीमारी की फिलहाल कोई दवाई नहीं है इसलिए हर जगह सोशल डिस्टेंसिंग को महत्त्व दिया जा रहा है. व्यक्ति घर पर रहे. सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करे फिर चाहे वो एसी चलाए या कूलर कोई भी उसका बाल बांका नहीं कर सकता. कोरोना के मद्देनजर समस्या एसी में नहीं है बल्कि भीड़ भाड़ से है आदमी भीड़ भाड़ से दूर रहे सेफ रहेगा.
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