एक अच्छी पत्नी (ideal wife) कैसे बनें, आदर्श पत्नी कैसे बनें, अच्छी पत्नी के क्या गुण होने चाहिए, How to become a good wife...इस बारे में गूगल पर खोज कर देखिए, आपको हजारों जवाब मिल जाएंगे. इन पोस्ट में भारी-भरकम शब्दों में बताया गया है कि, एक लड़की कैसे एक बेहतरीन पत्नी बन सकती है?
वैसे जब एक लड़की होश संभालती है तभी से उसे इस बात का एहसास कराया जाता है कि, वह पराया धन है और उसे किसी और के घर जाना है. वहीं लड़की की शादी तय होते ही उसकी मोरल पुलिसिंग शुरु हो जाती है. घर की बड़ी महिलाएं उसे बताती हैं कि, ससुराल जाने के बाद उसे कैसे रहना है, क्या करना है और क्या नहीं करना है.
लड़की के दिमाग में ये बातें इतनी भर दी जाती हैं कि, वह ससुराल पहंचने से पहले ही दबाव में आ जाती है. आइए जानते हैं कि एक अच्छी पत्नी बनने के लिए समाज ने क्या पैरामीटर तय किए हैं?
वह पत्नी जो पति की हर बात मानती है
जो तुमको हो पसंद वही बात करेंगे...वाली पत्नी हमेशा से आदर्श मानी जाती है. एक अच्छी पत्नी पति की हर बात मानती है. वह कभी पति की बात का विरोध नहीं करती है. वह कोई भी काम अपने पति से पूछकर करती है.
वह पत्नी जो घर की सारी जिम्मेदारी अकेले उठाती है
एक पत्नी आदर्श तभी कहलाती है जब वह पूरे घर की जिम्मेदारी अकेले अपने कंधे पर उठा ले. मान लीजिए पत्नी ऑफिस से घर आती है. वह देखती है कि सारा घर बिखरा पड़ा है. पति सोफे पर आराम कर रहा है और बच्चे हंगामा मचाए हुए है. सास-ससुर शाम की चाय के इंतजार में है. ऐसे में उसे सबसे पहले तो गहरी सांस लेनी हैं और गुस्सा तो...
एक अच्छी पत्नी (ideal wife) कैसे बनें, आदर्श पत्नी कैसे बनें, अच्छी पत्नी के क्या गुण होने चाहिए, How to become a good wife...इस बारे में गूगल पर खोज कर देखिए, आपको हजारों जवाब मिल जाएंगे. इन पोस्ट में भारी-भरकम शब्दों में बताया गया है कि, एक लड़की कैसे एक बेहतरीन पत्नी बन सकती है?
वैसे जब एक लड़की होश संभालती है तभी से उसे इस बात का एहसास कराया जाता है कि, वह पराया धन है और उसे किसी और के घर जाना है. वहीं लड़की की शादी तय होते ही उसकी मोरल पुलिसिंग शुरु हो जाती है. घर की बड़ी महिलाएं उसे बताती हैं कि, ससुराल जाने के बाद उसे कैसे रहना है, क्या करना है और क्या नहीं करना है.
लड़की के दिमाग में ये बातें इतनी भर दी जाती हैं कि, वह ससुराल पहंचने से पहले ही दबाव में आ जाती है. आइए जानते हैं कि एक अच्छी पत्नी बनने के लिए समाज ने क्या पैरामीटर तय किए हैं?
वह पत्नी जो पति की हर बात मानती है
जो तुमको हो पसंद वही बात करेंगे...वाली पत्नी हमेशा से आदर्श मानी जाती है. एक अच्छी पत्नी पति की हर बात मानती है. वह कभी पति की बात का विरोध नहीं करती है. वह कोई भी काम अपने पति से पूछकर करती है.
वह पत्नी जो घर की सारी जिम्मेदारी अकेले उठाती है
एक पत्नी आदर्श तभी कहलाती है जब वह पूरे घर की जिम्मेदारी अकेले अपने कंधे पर उठा ले. मान लीजिए पत्नी ऑफिस से घर आती है. वह देखती है कि सारा घर बिखरा पड़ा है. पति सोफे पर आराम कर रहा है और बच्चे हंगामा मचाए हुए है. सास-ससुर शाम की चाय के इंतजार में है. ऐसे में उसे सबसे पहले तो गहरी सांस लेनी हैं और गुस्सा तो बिल्कुल नहीं करना है.
उसे बस बैग रखना है और गैस पर चाय चढ़ाकर घर की सफाई करनी है. बच्चों की डिमांड पूरी करने के बाद चुपचाप रात के खाने की तैयारी में लग जाना है. अगर कोई महिला ऐसा नहीं करती है तो वह आदर्श पत्नी तो नहीं हो सकती, यह हम नहीं समाज कहता है.
वह पत्नी जो बिना बोले ही पति की सारी बातें समझ जाए
आदर्श पत्नी को अंतर्यामी होती है, जो पति के बिना बोले ही उसके सभी इच्छाओं को जान जाए. जैसे अगर पति का मूड खराब है तो वह अपने आप समझ जाए. पत्नी को क्या पसंद है और क्या पसंद नहीं है, उस हिसाब से वह खुद को ढाल ले. पति उससे क्या चाहता है, वह उसे मालूम हो जाना चाहिए.
वह पत्नी जो पति की गलतियों को माफ कर दे
गृहस्थी चलाने के लिए पत्नी के पास बड़ा दिल होना चाहिए. ताकि वह पति की गलतियों को अनदेखा करके बार-बार माफ कर सके. पति को माफ करने वाली पत्नी सभी की नजरों में महान होती है.
वह पत्नी जो अच्छा खाना बनाती है
ससुराल वालों की नजरों वह पत्नी सबसे अच्छी होती है जो बढ़िया कुक हो. मतलब अच्छी पत्नी बनने के लिए अच्छा खाना बनाने तो आना ही चाहिए वरना, आपके सारे गुण के फीके बन जाएंगे.
वह पत्नी जो बिना शर्त के खुद से ज्यादा पति को प्यार करती है
एक लड़की को खुद से ज्यादा पति की परवाह करनी चाहिए. पत्नी को बिना किसी शर्त अपने पति को प्यार करना चाहिए. आप सही नहीं है, यह जानते हुए भी आपको पूरे दिल से स्वीकार करती है. वह आपकी असफलताओं के बावजूद आपके साथ रहती है और कभी आप पर ऊंगली नहीं उठाती है.
वह पत्नी जो सबसे पहले जगती है और सबसे आखिरी में सोती है
शादी के बाद अच्छी पत्नी वह होती है जो सुबह 4 या 5 बजे जग जाए. जो नहा-धोकर पूजा करने के बाद ही रसोई में जाए. जो सुबह सबके लिए नाश्ता बनाए. जो सबके खाने के बाद ही खाए और सबके सोने के बाद ही सोए.
वह पत्नी जो अच्छी बहू होती है
अच्छी पत्नी बनने की शुरुआत अच्छी बहू बनने से होती है. संस्कारी बहू जो सबसे हां में हां मिलाती है. जो गलत बात सुनकर भी जवाब नहीं देती है. जो सारी परेशानी सहते हुए भी चेहरे पर मुस्कान रखती है. जो सबका ख्याल रखती है. जो घर को संभालने में खुद को भूल जाती है.
वह पत्नी जो मायके का अधिक जिक्र न करे
कैसी बहू लाए हो, इसके पांव तो ससुराल में टिकते ही नहीं है. जब देखो मायके जाकर बैठ जाती है. वह पत्नी जो मायके को भूलकर ससुराल के नाम की माला नहीं जपती हो. वह पत्नी जो मायके से पहले ससुराल को रखती है. वह पत्नी जो अपने पैसे माचये वालों को न दे.
वह पत्नी जो पाई-पाई जोड़कर पैसे बचाए
घर की सभी खर्चों के बीच पैसे बचाने की जिम्मेदारी अकेली पत्नी पर आ जाती है. पति को पार्टी करनी है. पति को दोस्तों पर खाने पर बुलाना है. पति को टूर पर जाना है. इसिलए पैसे पत्नी को बचाने है. वह पत्नी अच्छी होती है जो अपने ऊपर खर्च नहीं करती है. वह घर खर्च में से भी पैसे बचाती है.
वह पत्नी जो पति का सम्मान करे
पति जैसा भी हो लेकिन पत्नी को हमेशा उसका सम्मान करना चाहिए. भले ही पति भरी सभा में पत्नी को थप्पड़ ही क्यों न मार दे लेकिन अच्छी पत्नी उसे पटलकर मुंह से भी जवाब नहीं देगी.
वह पत्नी जो पति को ही सबकुछ मान ले
शादी होने के बाद अच्छी पत्नी अपनी ख्वाहिशों, अपनी हॉबी अपना सबकुछ पति के नाम पर कुर्बान कर देती है. वह अपना सारा समय को दे देती है. वह पति की हर बात मानती है. गृहस्थी को चलाने के लिए वह अपने आप को भी भूल जाए.
वह पत्नी जो पति तो रिझाने की कोशिश करे
एक पत्नी जो पति की हर छोटी से छोटी बात का भी ख्याल रखती है. जो पति को प्यार करे सजसंवर उसे रिझाने की कोशिश करे. जो अपनी इच्छाओं को पति के हिसाब से मोड़ दे.
क्या ऐसी ही ट्रेनिंग बेटों को दी जाती है?
शादी से पहले जिस तरह लड़कियों को अच्छी पत्नी और बहू बनने की ट्रेनिंग दी जाती है. क्या ऐसी ही ट्रेनिंग बेटों को दी जाती है कि वह अपनी पत्नी का कैसे सम्मान करें, कैसे उसे समझे, कैसे उसकी कद्र करें? सबसे जरूरी बात वह है है उसे वही रहने दे.
शादी से पहले क्या कोई पिता अपने बेटे को समझने की कोशिश करता है कि जिसे तू जीवनसाथी बनाने जा रहा है, अगर वह किसी दिन कच्ची रोटी बनाए तो खा लेना? किसी दिन सब्जी में नमक कम हो जाए तो ऊपर से काला नमक मिला लेना. क्या मां जिस तरह अपनी बेटियों को सिखाती है कि पति के साथ कैसे रहना, वह अपने बेटों को भी वही बातें बताती है...
क्या वह आदर्श पत्नी नहीं है जो खाना न बना पाती है, क्या वह अच्छी पत्नी नहीं है जो ससुराल और मायका दोनों का ध्यान रखती है, क्या वह अच्छी पत्नी नहीं जो भूख लगने पर पहले नाश्ता कर लेती है, क्या वह अच्छी पत्नी नहीं जो छोट-मोटे फैसले खुद से कर लेती है, क्या वह अच्छी पत्नी नहीं जो घर के कामों में किसी की मदद की उम्मीद करती है, क्या वह अच्छी पत्नी नहीं जो अपमान नहीं सहती है, क्या वह अच्छी पत्नी नहीं जो अपने सपनों को पूरा करती है, क्या वह अच्छी पत्नी नहीं जो कुछ पल सिर्फ अपने लिए निकालती है, क्या वह अच्छी पत्नी नहीं जो किसी बात के लिए ना बोलती है? जवाब खुद आपके पास है...
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