मंगलसूत्र नाम सुनते ही हमें महिलाओं की याद आ जाती है, क्योंकि इसे ऐसा गहना माना जाता है जिसे सिर्फ महिलाएं ही पहन सकती हैं. हिंदू धर्म में बिना मंगलसूत्र के शादी अधूरी मानी जाती है. आगे की खबर जानकर आपको हैरानी हो सकती है क्योंकि हम जिस पति के बारे में आपको बता रहे हैं वह मंगलसूत्र पहनता है. लोगों को यह बात अजीब लगी थी. इसके बदले लोगों ने पति-पत्नी का जीना मुश्किल कर दिया था. दोनों को बहुत ट्रोल किय गया. उनकी शादी का मजाक बनाया गया. लड़के को ताने कसे गए लेकिन वह सिर्फ अपनी पत्नी के प्रति अपने प्रेम को जताना चाहता था.
हम जिसकी बात कर रहे हैं उस शख्स का नाम शारदुल है. जो पुणे का रहने वाला है. एक साल पहले शादी के समय पत्नी ने उसे मंगलसूत्र पहनाया था. जब शारदुल ने ये तस्वीरें सोशल मीडिया पर डालीं तो उसे सिंदूर लगाने के लिए कहा गया. लोगों ने तो यह भी पूछा कि तुम्हें पीरियड्स भी आते होंगे? लोगों ने मजाक उड़ाना शुरु किया कि तुम साड़ी क्यों नहीं पहन लेते?
अब इस कहानी की चर्चा एक बार फिर शुरु हो गई क्योंकि हाल ही में फैशन डिजाइनर सब्यसाची मुखर्जी ने अपने नए मंगलसूत्र का कलेक्शन लॉन्च किया था. जिसके फोटोशूट को लेकर काफी बलाव मचा था. इसके बाद शारदुल ने बताया कि उसने समाज के नियम विपरीत जाकर मंगलसूत्र पहने का फैसला क्यों लिया था?
शारदुल का कहना है कि वे मंगलसूत्र इसलिए पहनते हैं क्योंकि यह प्यार की निशानी है. कुछ लोग मंगलसूत्र को महिलाओं और रस्म-रिवाजों से जोड़ देते हैं, जबकि इसका अर्थ उन्हें पता भी नहीं होता है. असल में मंगलसूत्र दो शब्दों से मिलकर बना है, 'मंगल' यानी शुभ और 'सूत्र' मतलब पवित्र धागा.
मंगलसूत्र एक ऐसा पवित्र धागा है जो दो लोगों को जीवनभर एक...
मंगलसूत्र नाम सुनते ही हमें महिलाओं की याद आ जाती है, क्योंकि इसे ऐसा गहना माना जाता है जिसे सिर्फ महिलाएं ही पहन सकती हैं. हिंदू धर्म में बिना मंगलसूत्र के शादी अधूरी मानी जाती है. आगे की खबर जानकर आपको हैरानी हो सकती है क्योंकि हम जिस पति के बारे में आपको बता रहे हैं वह मंगलसूत्र पहनता है. लोगों को यह बात अजीब लगी थी. इसके बदले लोगों ने पति-पत्नी का जीना मुश्किल कर दिया था. दोनों को बहुत ट्रोल किय गया. उनकी शादी का मजाक बनाया गया. लड़के को ताने कसे गए लेकिन वह सिर्फ अपनी पत्नी के प्रति अपने प्रेम को जताना चाहता था.
हम जिसकी बात कर रहे हैं उस शख्स का नाम शारदुल है. जो पुणे का रहने वाला है. एक साल पहले शादी के समय पत्नी ने उसे मंगलसूत्र पहनाया था. जब शारदुल ने ये तस्वीरें सोशल मीडिया पर डालीं तो उसे सिंदूर लगाने के लिए कहा गया. लोगों ने तो यह भी पूछा कि तुम्हें पीरियड्स भी आते होंगे? लोगों ने मजाक उड़ाना शुरु किया कि तुम साड़ी क्यों नहीं पहन लेते?
अब इस कहानी की चर्चा एक बार फिर शुरु हो गई क्योंकि हाल ही में फैशन डिजाइनर सब्यसाची मुखर्जी ने अपने नए मंगलसूत्र का कलेक्शन लॉन्च किया था. जिसके फोटोशूट को लेकर काफी बलाव मचा था. इसके बाद शारदुल ने बताया कि उसने समाज के नियम विपरीत जाकर मंगलसूत्र पहने का फैसला क्यों लिया था?
शारदुल का कहना है कि वे मंगलसूत्र इसलिए पहनते हैं क्योंकि यह प्यार की निशानी है. कुछ लोग मंगलसूत्र को महिलाओं और रस्म-रिवाजों से जोड़ देते हैं, जबकि इसका अर्थ उन्हें पता भी नहीं होता है. असल में मंगलसूत्र दो शब्दों से मिलकर बना है, 'मंगल' यानी शुभ और 'सूत्र' मतलब पवित्र धागा.
मंगलसूत्र एक ऐसा पवित्र धागा है जो दो लोगों को जीवनभर एक साथ बांधे रखता है. कहां गया है कि इसे सिर्फ महिलाएं ही पहन सकती हैं पुरुष नहीं. शारदुल के अनुसार वे मंगलसूत्र से जुड़े भाव से बहुत प्रभावित थे. उन्होंने शादी के दिन प्यार जाहिर करने के लिए पत्नी तनुजा को मंगलसूत्र पहनाने के बाद पत्नी के हाथों खुद भी मंगलसूत्र पहना. यह तनुजा के लिए सबसे खास पल था. शारदुल मानते हैं कि जब कपल एक-दूसरे को एंगेजमेंट रिंग पहनाते हैं तब तो कोई यह नहीं कहता कि यह महिलाओं का गहना है, रिंग को लड़के भी पहनते हैं.
शारदुल ने ऑफिस पहनकर जान के लिए अलग से एक ब्रेसलेट मंगलसूत्र डिजाइन करवाया. उन्हें लगा था कि शायद ऑफिस में भी लोग उनका मजाक बनाए लेकिन ऐसी नहीं हुआ. लोगों ने पूछा जरूर लेकिन जज नहीं किया. उन्हें महिलाएं चिढ़ाती भी हैं कि तुम्हारा मंगलसूत्र तो पत्नी से भी बड़ा है और वे हंसने लगती हैं.
वे कहते हैं कि आज भी तीज-त्योहार के खास दिन हम दोनों एक दूसरे से मंगलसूत्र पहनाते हैं, यह हमें हमारी शादी की अहमियत को याद दिलाता है. यह एक अद्भुत एहसास है. लोगों ने तो हमारी शादी को मजाक बनाकर रख दिया था. हम दोनों पति-पत्नी अपनी जिंदगी में खुश हैं, बाकी लोग क्या कहते हैं? इससे अब फर्क नहीं पड़ता...
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