विश्व का कोई भी हिस्सा हो, अगर वहां आतंकी घटनाएं हुईं हैं और यदि आप उन घटनाओं का अवलोकन करें तो मिलेगा कि इनमें से ज्यादातर घटनाओं को ऐसे आतंकियों ने अंजाम दिया है जो इस्लाम (Islam) को मानते हैं और मुसलमान (Muslims) हैं. गलती इन आतंकियों की होती है और उसका खामियाजा आम मुसलमानों को भुगतना पड़ता है. ये शायद इन इस्लामिक कट्टरपंथियों के कारण है कि यदि आज कोई आम मुसलमान दाढ़ी रखले, टोपी लगाले या फिर कोई मुस्लिम महिला बुर्का ओढ़कर बाजार निकल जाए, तो आम मुसलमान की छवि कुछ ऐसी हो गयी है कि लोग डर जाते हैं. उन्हें इस बात का डर रहता है कि सामने दाढ़ी टोपी या बुर्के में खड़ा व्यक्ति जिहाद को अंजाम देते हुए बम ब्लास्ट करके मासूम निर्दोष लोगों को मौत के घाट न उतार दे. आज जैसी मुसलमानों की छवि दुनिया में है वो कई मायनों में चिंताजनक है और चिंता का स्तर क्या है इसे हम अमेरिका में घटी एक घटना से समझ सकते हैं. इंटरनेशनल कॉफ़ी चेन स्टारबक्स (Starbucks) के अमेरिका स्थित स्टोर में एक मुस्लिम युवती के साथ नस्लीय भेदभाव का अचरज में डालने वाला मामला सामने आया है. युवती मिनेसोटा (Minnesota) के स्टारबक्स स्टोर में कॉफी लेने गयी थी जहां उसके कप पर ISIS लिख दिया गया. मामला इंटरनेट पर वायरल है जिसपर भांति भांति की प्रतिक्रिया आ रही है.
अमेरिका के मिनेसोटा में जिस लड़की के साथ ये घटना हुई उसका नाम आयशा है जो स्टारबक्स से कोल्ड कॉफ़ी लेने गयी थी. कप पर लिखने के लिए लड़की से उसका नाम पूछा गया और बाद में जब उसे वो उसका कॉफी कप मिला उसपर ISIS लिखा हुआ था. ये देखकर लड़की बहुत आहत हुई और उसने...
विश्व का कोई भी हिस्सा हो, अगर वहां आतंकी घटनाएं हुईं हैं और यदि आप उन घटनाओं का अवलोकन करें तो मिलेगा कि इनमें से ज्यादातर घटनाओं को ऐसे आतंकियों ने अंजाम दिया है जो इस्लाम (Islam) को मानते हैं और मुसलमान (Muslims) हैं. गलती इन आतंकियों की होती है और उसका खामियाजा आम मुसलमानों को भुगतना पड़ता है. ये शायद इन इस्लामिक कट्टरपंथियों के कारण है कि यदि आज कोई आम मुसलमान दाढ़ी रखले, टोपी लगाले या फिर कोई मुस्लिम महिला बुर्का ओढ़कर बाजार निकल जाए, तो आम मुसलमान की छवि कुछ ऐसी हो गयी है कि लोग डर जाते हैं. उन्हें इस बात का डर रहता है कि सामने दाढ़ी टोपी या बुर्के में खड़ा व्यक्ति जिहाद को अंजाम देते हुए बम ब्लास्ट करके मासूम निर्दोष लोगों को मौत के घाट न उतार दे. आज जैसी मुसलमानों की छवि दुनिया में है वो कई मायनों में चिंताजनक है और चिंता का स्तर क्या है इसे हम अमेरिका में घटी एक घटना से समझ सकते हैं. इंटरनेशनल कॉफ़ी चेन स्टारबक्स (Starbucks) के अमेरिका स्थित स्टोर में एक मुस्लिम युवती के साथ नस्लीय भेदभाव का अचरज में डालने वाला मामला सामने आया है. युवती मिनेसोटा (Minnesota) के स्टारबक्स स्टोर में कॉफी लेने गयी थी जहां उसके कप पर ISIS लिख दिया गया. मामला इंटरनेट पर वायरल है जिसपर भांति भांति की प्रतिक्रिया आ रही है.
अमेरिका के मिनेसोटा में जिस लड़की के साथ ये घटना हुई उसका नाम आयशा है जो स्टारबक्स से कोल्ड कॉफ़ी लेने गयी थी. कप पर लिखने के लिए लड़की से उसका नाम पूछा गया और बाद में जब उसे वो उसका कॉफी कप मिला उसपर ISIS लिखा हुआ था. ये देखकर लड़की बहुत आहत हुई और उसने स्टारबक्स पर नफरत फैलाने का आरोप लगाया है.
हम इस खबर पर या फिर उसके बाद क्या हुआ उसपर कोई बात नहीं करेंगे. मगर हम जरूर उस मानसिकता पर बात करेंगे जिसका खामियाजा आज दुनिया भर के मुसलमानों को भुगतना पड़ रहा है. ध्यान रहे कि तमाम वारदातों में कट्टरपंथी या ये कहें कि आतंकी तो अपना काम करके निकल जाते हैं उसके बाद जिसकी सबसे ज्यादा भद्द पिटती है वो एक साधारण मुसलमान होता है. जिसका जीना आज उसके अपनों ने ही मुहाल कर दिया है.
इस मामले को भी देखें तो इसमें आयशा की गलती बस उसका मुसलमान होना या फिर हिजाब पहनकर स्टोर में जाना था और उसके बाद जो हुआ साफ था कि उसे नफरत या ये कहें कि घृणा का शिकार बनाया गया. यानी घटना ने बता दिया है कि जिसे जो करना है वो अपना काम करके निकल जाएगा इसके बाद जिसकी शामत आएगी वो आयशा या फिर कोई और होगा.
बात सीधी और साफ है ये पूर्वाग्रह के एक मामला है जिसमें कॉफी लेने आई लड़की को आतंकी समझा गया. इस मामले में स्टारबक्स को आगे आना चाहिए और इस घटना और इस पूर्वाग्रह के लिए दुनिया से माफी मांगनी चाहिए.
स्टारबक्स को दुनिया को बताना चाहिए कि वो किसी भी समुदाय के लिए घृणा हरगिज़ भी बर्दाश्त नहीं करेगा. इस मामले के बाद अब वो वक़्त आ गया है जब स्टारबक्स को स्पष्ट करना होगा कि यदि उसके परिवार के किसी सदस्य के मन में किसी एक समुदाय या फिर किसी एक धर्म के लिए नफरत है तो फिर ऐसा व्यक्ति उसके परिवार का हिस्सा नहीं हो सकता.
गौरतलब है कि इस मामले में अगर स्टारबक्स परिवार के किसी एक व्यक्ति की घृणा को यदि नजरअंदाज कर दिया गया तो फिर वो धीरे धीरे समूह की घृणा और बाद में एक संस्था की घृणा बन जाएगी. इस मामले में हर सूरत में लड़की को इंसाफ मिलना चाहिए ताकि एक नजीर बने और भविष्य में कोई भी ऐसी किसी हरकत को अंजाम न दे.
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