हमारे देश में अगर तलाक की बात करें, तो ट्रिपल तलाक का ही मुद्दा टीवी चैनलों पर दिखाई देता है. इसके विपरीत देश में रोज़ाना हज़ारों लोगों का तलाक होता है. मगर ये तलाक क्यों होता है? क्या इसका कारण पति पत्नी के बीच सेक्स नहीं होना है? शायद झारखण्ड में कुछ लोगों को ऐसा ही लगता है कि झारखण्ड में जो तलाक हो रहे हैं उनका कारण यही है. इसीलिए झारखंड के पाकुड़ जिले में झारखंड मुक्ति मोर्चा के विधायकों ने आदिवासी दंपतियों के लिए चुंबन प्रतियोगिता आयोजित कराई.
झारखंड मुक्ति मोर्चा के विधायकों का कहना है कि उन्होंने आदिवासी समाज में बढ़ते तलाक के मामलों पर लगाम लगाने के लिए यह प्रतियोगिता कराई थी. ये प्रतियोगिता 10 दिसंबर को हुई थी. इस प्रतियोगिता में कहा गया कि जो भी जोड़ा सबसे ज़्यादा देर तक एक दूसरे को चुम्बन करेगा, वही इस प्रतियोगिता को जीतेगा. इसमें आदिवासी समाज के 20 दंपतियों ने हिस्सा लिया था.
इस प्रतियोगिता का वीडियो इंटरनेट पर आते ही कई तरह के विवाद खड़े हो गए. सत्ताधारी बीजेपी ने इस मामले पर कड़ा विरोध जताया. बीजेपी का कहना है कि इस तरह की प्रतियोगिता आयोजित करने वाले दोनों विधायकों को निलंबित किया जाए. क्योंकि उन्होंने स्थानीय संस्कृति का अपमान किया है. वहीं बीजेपी ने तो यह भी कहा है कि वो इस मुद्दे को शीतकालीन सत्र में उठाएंगे. मगर क्या ये प्रतियोगिता वाकई में सही थी? शायद नहीं. क्योंकि झारखण्ड में तो वैसे ही आदिवासी इलाको में जनसंख्या वृद्धि को लेकर अभाव है. कई बार सरकार ने कई तरह की मुहिम ऐसे आदिवासी इलाकों में चलायी है. आदिवासी इलाकों में सरकार ने कंडोम भी मुफ्त में बाटें है और बड़े बड़े पोस्टर लगाकर ये बताया है कि एड्स जैसी बीमारियों से बचने के लिए कंडोम का इस्तेमाल कीजिये.