प्रदेश की राजधानी स्थित किंग जॉर्ज चिकित्सा विश्वविद्यालय को राष्ट्रीय मूल्यांकन और प्रत्यायन परिषद (NAAC) द्वारा ए प्लस रेटिंग प्रदान की गई हैं. बताते चलें कि करीब पांच साल पहले वर्ष 2017 में केजीएमयू को एनएएसी द्वारा ए रेटिंग मिली थी. पांच वर्ष पूरे होने के बाद दोबारा एनएएसी ने केजीएमयू का 2 फरवरी से 5 फरवरी 2023 के बीच निरीक्षण किया.
जिसके बाद मंगलवार को एनएएसी ने नतीजे घोषित किए. जिसमें केजीएमयू को कुल 4 में से 3.36 अंक प्राप्त हुए और जिसके बाद ए प्लस रेटिंग दी गई. इस बार चिकित्सा विश्वविद्यालय को स्वच्छता मानक पर उच्चतम स्कोर दिया गया साथ ही कुछ अन्य मापदंडों पर केजेएमयू को अपेक्षित अंक प्राप्त हुए.
लखनऊ विश्वविद्यालय पहले ही ए प्लस की श्रेणी में
प्राप्त जानकारी के अनुसार विश्वविद्यालय (केजीएमयू) में इस बार पहले से काफी सुधार हुए हैं. संयोगवश लखनऊ विश्वविद्यालय को पिछले वर्ष जुलाई 2022 में निरीक्षण के बाद ए प्लस प्लस रेटिंग एनएएसी द्वारा दी गई थी. इसी क्रम में गोरखपुर स्थित पंडित दीन दयाल उपाध्याय विश्वविद्यालय को इस वर्ष के प्रारंभ में ए प्लस प्लस रेटिंग मिली थी. आपको बता दें कि एनएएसी रैंकिंग विश्वविद्यालय कैंपस में मौजूद, व्यवस्थाओं, सेवाओं, शोध कार्य और निरीक्षण से संबंधित दस्तावेजों के परिक्षण के आधार पर देती हैं.
एनएएसी द्वारा दी जाने वाली रेटिंग, समीक्षा प्रक्रिया के माध्यम से कमजोरियों और अवसरों का पता लगाने में मदद करती हैं. जिसके फलस्वरुप बेहतर रेटिंग आने से अंतरराष्ट्रीय सहयोग में भी मदद मिलती हैं. केजीएमयू देश के कुछ चुनिंदा चिकित्सा शिक्षण केंद्रों में से एक हैं. जहां पर लगभग पचहत्तर से अधिक विभागों में मरीजों के लिए चार हजार पांच सौ से अधिक बेड हैं.
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