एक समाज के रूप में हम अजीब दौर से गुजर रहे हैं. महिलाएं जहां एक तरफ गोरा और छरहरा दिखने के लिए परेशान हैं. अपने लिए तमाम तरह के जतन कर रही हैं. तो वहीं पुरुषों की भी अपनी समस्याएं हैं. बाजार हम पर कुछ इस हद तक हावी है कि मौजूदा वक़्त में छोटी से छोटी चीज कब एक बड़े मुद्दे के रूप में हमारे सामने आ जाए, नहीं मालूम. वो बिंदु जिनपर कभी हमारा ध्यान नहीं गया. या जिन्हें हमने नजरअंदाज किया, उन्हें हमारे सामने किसी 'इशू' की तरह पेश किया जा रहा है.
दिलचस्प ये कि इन्हें दुरुस्त करने के लिए एक भरी पूरी मंडी तैयार है. बाल झड़ने की समस्या भी ऐसी ही है. कुछ लोग हैं हमारे बीच जो इसके लिए ख़राब पानी को दोष देते हैं तो वहीं कुछ का कहना है कि प्रदूषण बालों को नुकसान पहुंचा रहा है. चूंकि आज के वक़्त में हमपर सामाजिक दबाव है. लड़के भी वही पसंद किये जाते हैं जिनके सिर पर घने - काले बाल हों. दिल्ली के अतहर रशीद की भी समस्या यही थी. उसे शादी करनी थी लेकिन सिर पर बाल न होने के कारण अतहर की शादी नहीं हो रही थी. अतहर ने अपनी इस समस्या के समाधान के रूप में 'हेयर ट्रांसप्लांट' को चुना लेकिन शायद वक़्त को कुछ और मंजूर था. लेने के देने पड़ गए और हेयर ट्रांसप्लांट के चक्कर में दिल्ली के रहने वाले और 30 साल के युवक अतहर रशीद की मौत हो गयी. घरवालों का रो रोकर बुरा हाल हैं कहा यही जा रहा है किअगर बाल ज़िन्दगी की बलि ले लें तो उनसे बेहतर गंजापन ही है.
जी हां सही सुन रहे हैं आप. हेयर ट्रांसप्लांट अतहर रशीद नाम के युवक की मौत की वजह बना है. दरअसल युवक ने इसके लिए सर्जरी कराई थी. जिसमें गड़बड़ी हुई, फिर युवक को इंफेक्शन हुआ और उसकी मौत हो गयी. घटना से मृतक के घरवालों को गहरा झटका...
एक समाज के रूप में हम अजीब दौर से गुजर रहे हैं. महिलाएं जहां एक तरफ गोरा और छरहरा दिखने के लिए परेशान हैं. अपने लिए तमाम तरह के जतन कर रही हैं. तो वहीं पुरुषों की भी अपनी समस्याएं हैं. बाजार हम पर कुछ इस हद तक हावी है कि मौजूदा वक़्त में छोटी से छोटी चीज कब एक बड़े मुद्दे के रूप में हमारे सामने आ जाए, नहीं मालूम. वो बिंदु जिनपर कभी हमारा ध्यान नहीं गया. या जिन्हें हमने नजरअंदाज किया, उन्हें हमारे सामने किसी 'इशू' की तरह पेश किया जा रहा है.
दिलचस्प ये कि इन्हें दुरुस्त करने के लिए एक भरी पूरी मंडी तैयार है. बाल झड़ने की समस्या भी ऐसी ही है. कुछ लोग हैं हमारे बीच जो इसके लिए ख़राब पानी को दोष देते हैं तो वहीं कुछ का कहना है कि प्रदूषण बालों को नुकसान पहुंचा रहा है. चूंकि आज के वक़्त में हमपर सामाजिक दबाव है. लड़के भी वही पसंद किये जाते हैं जिनके सिर पर घने - काले बाल हों. दिल्ली के अतहर रशीद की भी समस्या यही थी. उसे शादी करनी थी लेकिन सिर पर बाल न होने के कारण अतहर की शादी नहीं हो रही थी. अतहर ने अपनी इस समस्या के समाधान के रूप में 'हेयर ट्रांसप्लांट' को चुना लेकिन शायद वक़्त को कुछ और मंजूर था. लेने के देने पड़ गए और हेयर ट्रांसप्लांट के चक्कर में दिल्ली के रहने वाले और 30 साल के युवक अतहर रशीद की मौत हो गयी. घरवालों का रो रोकर बुरा हाल हैं कहा यही जा रहा है किअगर बाल ज़िन्दगी की बलि ले लें तो उनसे बेहतर गंजापन ही है.
जी हां सही सुन रहे हैं आप. हेयर ट्रांसप्लांट अतहर रशीद नाम के युवक की मौत की वजह बना है. दरअसल युवक ने इसके लिए सर्जरी कराई थी. जिसमें गड़बड़ी हुई, फिर युवक को इंफेक्शन हुआ और उसकी मौत हो गयी. घटना से मृतक के घरवालों को गहरा झटका लगा है और उन्होंने मामले की शिकायत पुलिस से की और पुलिस ने भी मामले को गंभीरता से लेते हुए एक्शन लिया और मामले के तहत 4 लोगों को गिरफ्तार किया है.
मृतक अतहर रशीद के विषय में जो जानकारी बाहर आई है उसके अनुसार अतहर दिल्ली में अपने परिवार के साथ किराये के मकान में रहते थे और परिवार में अकेले कमाने वाले थे. जवान बेटे की असमय मौत ने मां को तोड़ कर रख दिया है. मृतक की मां आशिया बेगम के अनुसार, अतहर ने करीब 1 साल पहले हेयर ट्रांसप्लांट सर्जरी कराई थी. सर्जरी के बाद राशिद को सर्जरी के बाद सेप्सिस हो गया.
बताया ये भी जा रहा है कि सर्जरी के बाद अतहर के पूरे सिर में सूजन हो गई. इसके बाद उसकी परेशानी तब बढ़ी जब उसकी किडनी ने भी काम करना बंद किया. कहा ये भी जा रहा है अतहर की मौत की एक बड़ी वजह मल्टीपल ऑर्गन फेल है. आशिया बेगम के मुताबिक मरने से पहले उनके बेटे के पूरे शरीर में चकत्ते पड़ गए थे.
हो सकता है अतहर की मौत देश की एक बड़ी आबादी को हैरत में डाल दे लेकिन ये कोई पहली बार नहीं है जब हेयर ट्रांसप्लांट किसी की असमय मौत की वजह बना है. अभी बीते दिनों ही गुरुग्राम में भी ऐसा ही मामला सामने आया था जहां 31 साल के युवक की हेयर ट्रांसप्लांट के बाद एनाफिलैक्टिक शॉक से मौत हुई थी.
तो क्या है मौत की असली वजह
मामला भले ही हैरान करने वाला हो लेकिन एक बड़ा सवाल जो हमारे सामने है वो कि आखिर इस तरह होने वाली मौत की असल वजह क्या है? मामले के तहत अगर एक्सपर्ट्स की बात मानी जाए तो तमाम लोग ऐसे हैं जो गंजेपन का शिकार हैं और चूंकि हेयर ट्रांसप्लांट का बिजनेस एक मंडी में बदल चुका है ऐसे लोगों की शरण में चले जाते हैं जो अन प्रोफेशनल हैं और कम पैसों में ट्रीटमेंट कर देते हैं.
ऐसे क्लिनिक इस बात का भी दावा करते हैं कि ट्रीटमेंट कम से कम समय में हो जाएगा और इलाज के एक हफ्ते में ही उन्हें गंजेपन से निजात मिल जाएगी.ध्यान रहे हेयर ट्रांसप्लांट भले ही सुनने में एक आसान ही चीज लगे मगर जब हम इसकी तय में जाते हैं तो ऐसा बिलकुल नहीं है. ट्रांसप्लांट से पहले पेशेंट को एनेस्थीसिया दिया जाता है और इलाज में कम से कम 8 से 10 घंटे लगते हैं.
वो तमाम डॉक्टर्स जो हेयर ट्रांसप्लांट की सही प्रक्रिया को अंजाम देते हैं इस बता पर बल देते हैं कि जो भी मरीज इस ट्रीटमेंट को कराता है उसे कई अहम बातों का ख्याल करना पड़ता है और साथ ही उसे वो दिशा निर्देश भी मानने होते हैं जो डॉक्टर्स या एक्सपर्ट्स ने उन्हें बताए हैं.
यूट्यूब देखकर किया जा रहा है इलाज
हाल फ़िलहाल में कई रिपोर्टस ऐसी भी सामने आई हैं जिनमें कहा गया है कि तमाम सैलून और झोला छाप डॉक्टर्स यूट्यूब देखकर हेयर ट्रांसप्लांट की प्रक्रिया को सीख रहे हैं और अपनी दुकान चला रहे हैं. ऐसे लोगों के पास हेयर ट्रांसप्लांट से जुड़ा न तो कोई डिप्लोमा है और न ही डिग्री. ये लोग आम लोगों को सब्जबाग दिखा रहे हैं और उनकी आंखों में धूल झोंक रहे हैं.
बहरहाल विषय दिल्ली के अहतर की असमय मौत है तो हम बस ये कहकर अपनी बातों को विराम देंगे कि प्रशासन को इस दिशा में सख्त से सख्त कदम उठाने चाहिए और उन लोगों पर एक्शन लेना चाहिए जो बाल उगाने के नामपर आम लोगों की ज़िंदगी के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं. चूंकि अहतर की मौत बेहद दर्दनाक और हैरान करने वाली है हम बस इतना ही कहेंगे कि ऐसे जानलेवा हेयर ट्रांसप्लांट से अच्छा तो फिर गजापन है. गंजेपन के साथ आदमी भले ही समाज के सामने शर्मिंदगी का सामना करे लकिन वो कम से कम ज़िंदा तो रहेगा.
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