दुनिया में शायद ही ऐसी कोई महिला होगी जिसने कभी बदतमिजी, शोषण या छेड़खानी का सामना नहीं किया होगा. जब-जब हमारे साथ या हम में से किसी भी महिला के साथ ऐसा होता हुआ हम देखते या सुनते हैं तो दिल में आता है कि कहीं चले जाएं. इस देश-दुनिया से दूर किसी ऐसी जगह जहां हमारे औरत होने की वजह से हमें दिक्कतों का सामना ना करना पड़े. ऐसी जगह जहां हम क्या पहनें, क्या खाएं, कहां जाएं इन सभी से किसी को फर्क नहीं पड़ता हो.
धरती पर तो ऐसी जगह मिलनी मुश्किल ही नहीं नामुमकिन है तो परलोक में जगह देखनी होगी. अगर आपको भी यही लगता है तो ठहरिए. चाहे जहां भी जाइए पर इस गलतफहमी को तो दूर कर लीजिए कि धरती पर हमारे सपनों का शहर और समाज है ही नहीं. हमारे सपनों से सुंदर शहर और समाज इसी धरती पर हैं. वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम ने अपने ग्लोबल जेंडर गैप इंडेक्स में देशों की सूची जारी की है. इसमें उन देशों की लिस्ट है जहां महिलाओं के साथ अभद्रता सबसे कम होती है. खास बात ये है कि ना सिर्फ ये देश महिलाओं के लिए सेफ हैं बल्कि घूमने वालों के लिए जन्नत भी है.
1- आइसलैंड
महिलाओं को सुरक्षित माहौल देने और अपनी खुबसूरत वादियों के कारण इस नोर्डिक देश ने पहला नंबर पाया है. नोर्डिक देश, यूरोप और अटलांटिक महासागर के उत्तर में पड़ने वाले देशों के ग्रुप को कहते हैं. इसमें. डेनमार्क, फिनलैंड, आइसलैंड और स्वीडन आते हैं.
आइसलैंड की खासियत है उसकी जनकल्याण सेवाएं, उदार विचार और सामाजिक स्वीकृति. इसके अलावा आइसलैंड की खासियत है उसका पोस्टर बनाने जैसी खुबसूरती. इसके हरे-भरे पहाड़, हॉट स्प्रिंग और छोटे-छोटे गांव इसकी खासियत हैं. अगर छुट्टियों में कभी यूरोप घूमना हो तो यहां जरुर जाएं.
2- फिनलैंड
फिनलैंड के लोग अपनी महिलाओं...
दुनिया में शायद ही ऐसी कोई महिला होगी जिसने कभी बदतमिजी, शोषण या छेड़खानी का सामना नहीं किया होगा. जब-जब हमारे साथ या हम में से किसी भी महिला के साथ ऐसा होता हुआ हम देखते या सुनते हैं तो दिल में आता है कि कहीं चले जाएं. इस देश-दुनिया से दूर किसी ऐसी जगह जहां हमारे औरत होने की वजह से हमें दिक्कतों का सामना ना करना पड़े. ऐसी जगह जहां हम क्या पहनें, क्या खाएं, कहां जाएं इन सभी से किसी को फर्क नहीं पड़ता हो.
धरती पर तो ऐसी जगह मिलनी मुश्किल ही नहीं नामुमकिन है तो परलोक में जगह देखनी होगी. अगर आपको भी यही लगता है तो ठहरिए. चाहे जहां भी जाइए पर इस गलतफहमी को तो दूर कर लीजिए कि धरती पर हमारे सपनों का शहर और समाज है ही नहीं. हमारे सपनों से सुंदर शहर और समाज इसी धरती पर हैं. वर्ल्ड इकोनॉमिक फोरम ने अपने ग्लोबल जेंडर गैप इंडेक्स में देशों की सूची जारी की है. इसमें उन देशों की लिस्ट है जहां महिलाओं के साथ अभद्रता सबसे कम होती है. खास बात ये है कि ना सिर्फ ये देश महिलाओं के लिए सेफ हैं बल्कि घूमने वालों के लिए जन्नत भी है.
1- आइसलैंड
महिलाओं को सुरक्षित माहौल देने और अपनी खुबसूरत वादियों के कारण इस नोर्डिक देश ने पहला नंबर पाया है. नोर्डिक देश, यूरोप और अटलांटिक महासागर के उत्तर में पड़ने वाले देशों के ग्रुप को कहते हैं. इसमें. डेनमार्क, फिनलैंड, आइसलैंड और स्वीडन आते हैं.
आइसलैंड की खासियत है उसकी जनकल्याण सेवाएं, उदार विचार और सामाजिक स्वीकृति. इसके अलावा आइसलैंड की खासियत है उसका पोस्टर बनाने जैसी खुबसूरती. इसके हरे-भरे पहाड़, हॉट स्प्रिंग और छोटे-छोटे गांव इसकी खासियत हैं. अगर छुट्टियों में कभी यूरोप घूमना हो तो यहां जरुर जाएं.
2- फिनलैंड
फिनलैंड के लोग अपनी महिलाओं के साथ पारंपरिक शिष्टाचार से तो व्यवहार करता ही है साथ ही उन्हें बराबरी का भी दर्जा देता है. दुनिया का ये इकलौता देश है जहां महिलाओं को 263 दिन की मैटरनिटी लीव मिलती है. आदमी और औरत के बीच साझा जिम्मेदारियों की अवधारणा को फिनिश समाज अपने जीवन में आत्मसात कर लिया है.
डेनमार्क की तरह ये भी अपने प्राकृतिक सौंदर्य के लिए जाना जाता है. यही नहीं यहां पर आप प्राकृतिक सौंदर्य के साथ-साथ कला और संस्कृति का भी बेजोड़ अंश देखेंगे. विश्व के बेजोड़ म्यूजियम, आर्ट गैलेरी और एक अद्भूत अंडरग्राउंड चर्च भी यहीं देखने के लिए मिलेगा.
3- नॉर्वे
2013 के राष्ट्रीय चुनावों में यहां के संसद में 40 फीसदी महिलाओं को लोगों ने चुनकर भेजा. पूरे यूरोप के मुकाबले नॉर्वे में कामगारों की संख्या में महिलाओँ का योगदान सबसे ज्यादा है.
ये देश कला और प्राकृतिक सौंदर्य का बेहद खुबसूरत मिश्रण है.
4-स्वीडन
लिस्ट में चौथा नंबर स्वीडन का आता है. यहां पर महिलाओं का एम्पलॉयमेंट रेट विश्व में सबसे ज्यादा है. यहां की सरकार ने 1938 में ही बर्थ कंट्रोल और गर्भपात को कानूनी वैघता दे दी थी.
ये झीलों के लिए तो मशहूर है ही. साथ ही यहां के कई तरह के विंटर स्पोर्ट्स जैसे स्कीईंग, स्नोबोर्डिंग और आइस फीशिंग जैसे कई ऐसी चीजें हैं जो आपको लाइफ टाइम एक्सपीरियंस देगी.
5- डेनमार्क
विश्व में अगर महिला-पुरुष अधिकारों की बात करते हैं तो डेनमार्क का नंबर सबसे पहले आ सकता है. उदाहरण के लिए, आय में समानता, सुरक्षा और महिलाओं में संतोष के लिए, यह अपने यूरोपीय पड़ोसियों की तुलना में बहुत ऊपर होगा.
समुद्र और बीच से प्यार करने वाले लोगों को एक बार यहां जरुर आना चाहिए. उसके साथ ही कोपेनहेगन के बंदरगाह की खुबसूरती को देखे बगैर कैसे रह सकते है.
ये भी पढ़ें-
हर मर्द एक सा नहीं होता, शोषण का तरीका सबका अलग-अलग है
इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.