पुरुषों का अक्सर रोना रहता है कि, औरतों को संभालना बहुत मुश्किल है. हम उन्हें खुश करने की कितनी भी कोशिश कर लें मगर वे हमेशा दुखी ही रहती हैं. क्या कभी आपने ध्यान से सोचा है कि जो औरतें दिन भर घर-बाहर का काम करती हैं, वे आखिर क्यों उखड़ी-उखड़ी रहती हैं?
असल में पति-पत्नी का रिश्ता तभी खराब होता है जब वे एक-दूसरे पर ध्यान देना बंद कर देते हैं. खासकर पति ऐसे बहाने बनाते हैं जैसे वे काम में कितना बिजी हैं मगर यहां बात प्रायोरिटी की होती है. वे जब फ्री रहते हैं तो भी अपने मोबाइल में लगे रहते हैं. वे अक्सर अपनी पत्नी को अनदेखा करते हैं. शायद वे पत्नी को लेकर निश्चिंत हो जाते हैं कि यह तो रिश्ते से बंध चुकी है, कहां जाएगी?
ऐसे लोगों से हम सिर्फ इतना कहना चाहेंगे कि जब लोग लॉजिक छोड़कर इमोशनली सोचने लगेंगे तब शादी में परेशानी नहीं आएगी. इसलिए हम कहते हैं कि औरतों को हैंडल करना बहुत आसान है. आपको सिर्फ इन बातों का पालन करना होगा.
ऑफिस जाते वक्त प्यार से माथे पर एक किस
दोपहर में खाना खाया या नहीं ये पूछने के लिए लिए एक कॉल
जब वे नई साड़ी पहनें तो उन्हें देखकर आपके चेहरे पर एक स्माइल
उनके हाथ का बनाया खाना खाने पर उनके लिए एक कॉम्प्लिमेंट
और शाम को ऑफिस से आने के बाद उनके साथ बिताने के लिए एक घंटा
कोई फैसला लेने से पहले उनकी सलाह
किसी बात पर अनबन होने पर अकेले में बात
दूसरों के सामने या अकेले में...
पुरुषों का अक्सर रोना रहता है कि, औरतों को संभालना बहुत मुश्किल है. हम उन्हें खुश करने की कितनी भी कोशिश कर लें मगर वे हमेशा दुखी ही रहती हैं. क्या कभी आपने ध्यान से सोचा है कि जो औरतें दिन भर घर-बाहर का काम करती हैं, वे आखिर क्यों उखड़ी-उखड़ी रहती हैं?
असल में पति-पत्नी का रिश्ता तभी खराब होता है जब वे एक-दूसरे पर ध्यान देना बंद कर देते हैं. खासकर पति ऐसे बहाने बनाते हैं जैसे वे काम में कितना बिजी हैं मगर यहां बात प्रायोरिटी की होती है. वे जब फ्री रहते हैं तो भी अपने मोबाइल में लगे रहते हैं. वे अक्सर अपनी पत्नी को अनदेखा करते हैं. शायद वे पत्नी को लेकर निश्चिंत हो जाते हैं कि यह तो रिश्ते से बंध चुकी है, कहां जाएगी?
ऐसे लोगों से हम सिर्फ इतना कहना चाहेंगे कि जब लोग लॉजिक छोड़कर इमोशनली सोचने लगेंगे तब शादी में परेशानी नहीं आएगी. इसलिए हम कहते हैं कि औरतों को हैंडल करना बहुत आसान है. आपको सिर्फ इन बातों का पालन करना होगा.
ऑफिस जाते वक्त प्यार से माथे पर एक किस
दोपहर में खाना खाया या नहीं ये पूछने के लिए लिए एक कॉल
जब वे नई साड़ी पहनें तो उन्हें देखकर आपके चेहरे पर एक स्माइल
उनके हाथ का बनाया खाना खाने पर उनके लिए एक कॉम्प्लिमेंट
और शाम को ऑफिस से आने के बाद उनके साथ बिताने के लिए एक घंटा
कोई फैसला लेने से पहले उनकी सलाह
किसी बात पर अनबन होने पर अकेले में बात
दूसरों के सामने या अकेले में सम्मान
जब वे कुछ कहें तो ध्यान से उनकी बातों का सुनना
कभी-कभार ऐसे ही पूछ लेना कि तुम कैसी हो
थो़डा घर के कामों में हाथ बंटाकर
उन्हें बराबरी का अधिकार दे कर
असल में किसी भी रिलेशनशिप में ईमानदारी जरुरी है. जब आप पत्नी की वजह से खुश हों तो उन्हें आई लव यू और जब वे आपकी वजह से दुखीं हो तो उन्हें सॉरी बोल दीजिए...बस उनके लिए इतना कर देने से आपकी जिंदगी की सारी परेशानियां दूर हो जाएंगी. औरतों की खुशी के लिए ये करना इतना भी मुश्किल नहीं है. हम अक्सर महिलाओं को फॉर ग्रांटेड लेने की गलती करती हैं औऱ यही हमारी सबसे बड़ी भूल है.
इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.