क्या आइटम किधर जा रही हो- यह शब्द भला किसी को नॉर्मल कैसे लग सकता है? किसी लड़की को आइटम कहकर आगे निकल जाने में क्या मजा मिल जाता है? उस लड़की के कानों में ये शब्द कांटे की तरह चुभते हैं. मगर कहने वाला अपने तीखे बोल से लड़की के मन को छलनी कर गदगद हो जाता है.
यह एक ऐसा शब्द है जिसे बोलकर किसी लड़की को बुरा महसूस करवाया जा सकता है. किसी की तारीफ करनी है तो उसके लिए कई शब्द पहले से ही मौजूद हैं, अब आइटम शब्द का इस्तेमाल तभी किया जाता है जब सामने वाले को छेड़ना हो, उसे तकलीफ देनी हो. क्या कोई अपने घर की लड़की को कोई आइटम कहने का साहस करेगा. तो फिर दूसरों के लिए ऐसा क्यों?
ना जाने कुछ लोग लड़कियों को हांड़, मांस से अधिक कब समझेंगे-
कुछ लोग लड़कियों को इंसान नहीं सिर्फ मांस का टुकड़ा समझते हैं. देह भर समझते हैं. आखिर इन शब्दों के जरिए किसी को छेड़ने से कौन सा रस मिल जाता है? असल में कुछ लोग भले ही लड़की के शरीर को छूते नहीं है, मगर गलत शब्दों, तस्वीरों, आंखों औऱ तमाम तरीकों से असल में उसका यौन शोषण ही करते हैं. एक लड़की के साथ तो ऐसा ही कुछ हुआ.
मुंबई की एक अदालत ने 15 साल की लड़की के साथ हुए छेड़छाड़ मामले में कहा कि लड़की को 'आइटम' कहना 'अपमानजनक' है. इसके बाद कोर्ट ने लड़के को बिना माफ किए डेढ़ साल जेल की सजा सुनाई.
सुनवाई को दौरान कोर्ट ने कहा कि किसी भी तरह से संबंधित नहीं होने और किसी भी तरह के रिश्ते में नहीं होने के बावजूद शख्स ने जिस तरह का काम किया, वह पूरी तरह से अनुचित था.'
दरअसल, साल 2015 में लड़की के माता-पिता ने आरोपी अबरार नूर मोहम्मद खान और उसके दोस्त के खिलाफ शिकायत...
क्या आइटम किधर जा रही हो- यह शब्द भला किसी को नॉर्मल कैसे लग सकता है? किसी लड़की को आइटम कहकर आगे निकल जाने में क्या मजा मिल जाता है? उस लड़की के कानों में ये शब्द कांटे की तरह चुभते हैं. मगर कहने वाला अपने तीखे बोल से लड़की के मन को छलनी कर गदगद हो जाता है.
यह एक ऐसा शब्द है जिसे बोलकर किसी लड़की को बुरा महसूस करवाया जा सकता है. किसी की तारीफ करनी है तो उसके लिए कई शब्द पहले से ही मौजूद हैं, अब आइटम शब्द का इस्तेमाल तभी किया जाता है जब सामने वाले को छेड़ना हो, उसे तकलीफ देनी हो. क्या कोई अपने घर की लड़की को कोई आइटम कहने का साहस करेगा. तो फिर दूसरों के लिए ऐसा क्यों?
ना जाने कुछ लोग लड़कियों को हांड़, मांस से अधिक कब समझेंगे-
कुछ लोग लड़कियों को इंसान नहीं सिर्फ मांस का टुकड़ा समझते हैं. देह भर समझते हैं. आखिर इन शब्दों के जरिए किसी को छेड़ने से कौन सा रस मिल जाता है? असल में कुछ लोग भले ही लड़की के शरीर को छूते नहीं है, मगर गलत शब्दों, तस्वीरों, आंखों औऱ तमाम तरीकों से असल में उसका यौन शोषण ही करते हैं. एक लड़की के साथ तो ऐसा ही कुछ हुआ.
मुंबई की एक अदालत ने 15 साल की लड़की के साथ हुए छेड़छाड़ मामले में कहा कि लड़की को 'आइटम' कहना 'अपमानजनक' है. इसके बाद कोर्ट ने लड़के को बिना माफ किए डेढ़ साल जेल की सजा सुनाई.
सुनवाई को दौरान कोर्ट ने कहा कि किसी भी तरह से संबंधित नहीं होने और किसी भी तरह के रिश्ते में नहीं होने के बावजूद शख्स ने जिस तरह का काम किया, वह पूरी तरह से अनुचित था.'
दरअसल, साल 2015 में लड़की के माता-पिता ने आरोपी अबरार नूर मोहम्मद खान और उसके दोस्त के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी. उनका कहना था कि आरोपी हमेशा उनकी बेटी को परेशान करते हैं. उनकी बेटी स्कूल से जब घर आ रही थी तो अबरार उसके पीछे आया, उसके बाल खींचे और कहा 'क्या आइटम किधर जा रही हो'. सोचिए यह सुनकर उस लड़की के माता-पिता को कैसा लगा होगा.
मामले में कोर्ट की टिप्पणी बिल्कुल सही है. एक लड़की के लिए एक महिला के लिए शब्दों का इस्तेमाल करते वक्त सावधानी होनी चाहिए. 'आइटम और माल' शब्द का इस्तेमाल लड़के किस रूप में करते हैं....
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