श्रद्धा वॉलकर हत्याकांड से हम सब वाकिफ हैं. श्रद्धा को मारने वाला आफताब उसका करीबी था. श्रद्धा उसके हाथों मारी गई जिसके लिए वो अपने घर वालों से लड़-झगड़कर आई थी. आफताब ने बेरहमी से गला दबा कर उसकी हत्या कर दी और उसके बाद उसके 35 टुकड़े किए. जिससे ये साबित होता है कि एक लड़की उसके ही हाथों मारी गई, जिससे वह प्यार करती थी. हाल ही प्रकाशित हुई यूएन की रिपोर्ट में महिलाओं के प्रति उत्पीड़न और घरेलू हिंसा के मामले में आकंड़े काफी चौकांने वाले है. इस रिपोर्ट के हवाले से साल 2021 में पूरी दुनियाभर में कुल 81,000 महिलाएं और लड़कियों की हत्या की गई. जिसमें से 56 प्रतिशत यानी 45,000 महिलाएं और लड़कियां ऐसी थीं जो अपने पार्टनर या किसी करीबी के हाथों मारी गईं. जबकि इनमें से 11 प्रतिशत महिलाओं को Sexually assault और उनके निजी अंग को आहत करके मारा गया.
अभी भी कई केस ऐसे हैं जिनकी कोई गिनती नहीं है. क्योंकि या तो किसी ने उन्हें रिपोर्ट करना जरूरी नहीं समझी या फिर ये हत्याएं इस प्रकार से की गईं कि कोई इनके बारे में पता नहीं लगा पाया. और हर 10 महिलाओं की हत्या में 4 ऐसी महिलाएं हैं जिन्हें किसी आवेश या पागलपन के वजह से नहीं बल्कि सोच-समझ कर और पूरे प्लान के साथ मारा गया.
सारी दुनिया में महिलाएं घरेलू हिंसा और प्रताड़ना का सामना करती हैं. पूरी पृथ्वी पर ऐसी कोई जगह नहीं है जहां महिलाओं के खिलाफ हिंसा न होती हो. साल 2012 में एशिया में सबसे ज्यादा 17,800 हत्याएं की गईं. जबकि दूसरे नंबर पर अफ्रिका में 17,200 हत्याएं की गई.
देखा जाए तो एशिया में सबसे ज्यादा हत्याओं के मामले सामने आए लेकिन इन हत्याओं की दर अफ्रिका में सबसे ज्यादा है....
श्रद्धा वॉलकर हत्याकांड से हम सब वाकिफ हैं. श्रद्धा को मारने वाला आफताब उसका करीबी था. श्रद्धा उसके हाथों मारी गई जिसके लिए वो अपने घर वालों से लड़-झगड़कर आई थी. आफताब ने बेरहमी से गला दबा कर उसकी हत्या कर दी और उसके बाद उसके 35 टुकड़े किए. जिससे ये साबित होता है कि एक लड़की उसके ही हाथों मारी गई, जिससे वह प्यार करती थी. हाल ही प्रकाशित हुई यूएन की रिपोर्ट में महिलाओं के प्रति उत्पीड़न और घरेलू हिंसा के मामले में आकंड़े काफी चौकांने वाले है. इस रिपोर्ट के हवाले से साल 2021 में पूरी दुनियाभर में कुल 81,000 महिलाएं और लड़कियों की हत्या की गई. जिसमें से 56 प्रतिशत यानी 45,000 महिलाएं और लड़कियां ऐसी थीं जो अपने पार्टनर या किसी करीबी के हाथों मारी गईं. जबकि इनमें से 11 प्रतिशत महिलाओं को Sexually assault और उनके निजी अंग को आहत करके मारा गया.
अभी भी कई केस ऐसे हैं जिनकी कोई गिनती नहीं है. क्योंकि या तो किसी ने उन्हें रिपोर्ट करना जरूरी नहीं समझी या फिर ये हत्याएं इस प्रकार से की गईं कि कोई इनके बारे में पता नहीं लगा पाया. और हर 10 महिलाओं की हत्या में 4 ऐसी महिलाएं हैं जिन्हें किसी आवेश या पागलपन के वजह से नहीं बल्कि सोच-समझ कर और पूरे प्लान के साथ मारा गया.
सारी दुनिया में महिलाएं घरेलू हिंसा और प्रताड़ना का सामना करती हैं. पूरी पृथ्वी पर ऐसी कोई जगह नहीं है जहां महिलाओं के खिलाफ हिंसा न होती हो. साल 2012 में एशिया में सबसे ज्यादा 17,800 हत्याएं की गईं. जबकि दूसरे नंबर पर अफ्रिका में 17,200 हत्याएं की गई.
देखा जाए तो एशिया में सबसे ज्यादा हत्याओं के मामले सामने आए लेकिन इन हत्याओं की दर अफ्रिका में सबसे ज्यादा है. अफ्रिका में इसकी दर हर 100,000 महिला पर 2.5 प्रतिशत है जबकि एशिया में ये आंकड़ा हर 100,000 महिलाओं पर 0.8 प्रतिशत है. देखा जाए तो सबसे कम 0.6 प्रतिशत हत्याओं के मामले यूरोप में सामने आए, जिनकी कुल संख्या 25,00 है.
रिपोर्टस की माने तो अमेरिका और यूरोप में महिलाओं की हत्या के मामले 2020 में कोविड 19 के आने से तेजी से बढ़ने लगे.
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