लड़कियां प्यार में किसी को अपना मानकर सबकुछ भूली देती हैं. उस प्यार को पाने के लिए वे अपनों से बैर मोल लेती हैं. वे उसके साथ जिंदगी बिताने के लिए सबसे रिश्ता तोड़ देती हैं. कुछ लड़कियों को मंजिल मिल जाती है तो कुछ लड़कियां मांस का टुकड़ा बन जाती हैं. कुछ दिनों पहले श्रद्धा मर्डर केस में 35 टुकड़ों ने सुर्खिया बिटोरीं और अब रूबिका पहाड़िया मर्डर केस (Rubika Murder Case) में 50 टुकड़े चर्चा में हैं.
सही बात है, लड़कियां सिर्फ हाड़, मांस ही तो हैं जिन्हें पहले नोंचा-चोथा जाता है फिर उनको बेरहमी से मारकर टुकड़ों में इधर-उधर फेंक दिया जाता है. लड़कियां ना हुईं कि भेड़-बकरिया हो गईं.
यह ताजा मामला झारखंड के साहिबगंज का है. जहां 22 साल की आदिवासी लड़की रूबिका पहाड़िया को 25 साल के मुस्लिम लड़के दिलदार अंसारी से प्यार हो गया. दिलदार वैसे तो कबाड़ी का काम करता था मगर टिप टॉप रहता था. वह लड़कों के लेटेस्ट फैशन को फॉलो करता था. वह पहले से शादीशुदा था फिर भी रूबिका उसके प्यार में डूबती चली गई.
जब रूबिका को घरवालों को इस बात की जानकारी लगी तो वे इस रिश्ते का विरोध करने लगे. मगर रूबिका को जमाना दुश्मन लगने लगा. वह सिर्फ दिलदार पर भरोसा करती थी. वह उसके साथ जिंदगी बिताना चाहती थी इसलिए सबकुछ छोड़कर उसके साथ आकर रहने लगी. दोनों दो सालों तक एक-दूसरे के साथ रहे और फिर डेढ़ महीने पहले ही शादी कर ली.
रूबिका को लगा कि उसका सपना पूरा हो गया, वह ख्यालों की दुनिया में इतना खो गई कि जिंदगी की तपिश को महसूस नहीं कर पाई. दिलदार है भी तो भोला शक्ल वाला. ऊपर से मीठी-मीठी बातें करने वाला, आखिर रूबिका उसे कैसे पहचान पाती?
रिपोर्ट्स के...
लड़कियां प्यार में किसी को अपना मानकर सबकुछ भूली देती हैं. उस प्यार को पाने के लिए वे अपनों से बैर मोल लेती हैं. वे उसके साथ जिंदगी बिताने के लिए सबसे रिश्ता तोड़ देती हैं. कुछ लड़कियों को मंजिल मिल जाती है तो कुछ लड़कियां मांस का टुकड़ा बन जाती हैं. कुछ दिनों पहले श्रद्धा मर्डर केस में 35 टुकड़ों ने सुर्खिया बिटोरीं और अब रूबिका पहाड़िया मर्डर केस (Rubika Murder Case) में 50 टुकड़े चर्चा में हैं.
सही बात है, लड़कियां सिर्फ हाड़, मांस ही तो हैं जिन्हें पहले नोंचा-चोथा जाता है फिर उनको बेरहमी से मारकर टुकड़ों में इधर-उधर फेंक दिया जाता है. लड़कियां ना हुईं कि भेड़-बकरिया हो गईं.
यह ताजा मामला झारखंड के साहिबगंज का है. जहां 22 साल की आदिवासी लड़की रूबिका पहाड़िया को 25 साल के मुस्लिम लड़के दिलदार अंसारी से प्यार हो गया. दिलदार वैसे तो कबाड़ी का काम करता था मगर टिप टॉप रहता था. वह लड़कों के लेटेस्ट फैशन को फॉलो करता था. वह पहले से शादीशुदा था फिर भी रूबिका उसके प्यार में डूबती चली गई.
जब रूबिका को घरवालों को इस बात की जानकारी लगी तो वे इस रिश्ते का विरोध करने लगे. मगर रूबिका को जमाना दुश्मन लगने लगा. वह सिर्फ दिलदार पर भरोसा करती थी. वह उसके साथ जिंदगी बिताना चाहती थी इसलिए सबकुछ छोड़कर उसके साथ आकर रहने लगी. दोनों दो सालों तक एक-दूसरे के साथ रहे और फिर डेढ़ महीने पहले ही शादी कर ली.
रूबिका को लगा कि उसका सपना पूरा हो गया, वह ख्यालों की दुनिया में इतना खो गई कि जिंदगी की तपिश को महसूस नहीं कर पाई. दिलदार है भी तो भोला शक्ल वाला. ऊपर से मीठी-मीठी बातें करने वाला, आखिर रूबिका उसे कैसे पहचान पाती?
रिपोर्ट्स के अनुसार, रूबिका के पहले पति की मौत हो चुकी थी. उसे भावनात्मक रूप से किसी सहारे की जरूरत थी. दिलदार ने इसी बात का फायदा उठाकर उसे अपने प्रेम जाल में फंसाया. रूबिका से उसने शादी तो कर ली थी मगर आए दिन दोनों में लड़ाई-झगड़े होते रहते थे. रूबिका उसके साथ रहते हुए भी उसके इरादे समझ नहीं पाई. वह उस पर आंख बंद करके भरोसा करती थी. मगर दिलदार ने उसे हमेशा के लिए मौत की नींद सुला दी.
घटना की जानकारी कैसे हुई?
हुआ यूं कि एक दिन कुछ कुत्ते निर्माणाधीन आंगनबाड़ी के पास मानव अंग के टुकड़े को नोंच रहे थे. किसी ने देखा तो पुलिस को सूचना दी. पुलिस ने छानबीन की तो थोड़ी दूरी पर क्षत-विक्षत शव मिला. जांच में पता चला कि यह शव रूबिका का है. दिलदार ने रूबिका के शव के 12 टुकड़े पॉलिथीन बैग में लपेटकर सुनसान जगहों पर फेंक दिए थे. पुलिस को अभी भी रूबिका के सिर की तलाश है. पुलिस को दिलदाल के घरवालों पर भी हत्या में शामिल होने का शक है. दिलदार को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. पूछताछ में ही हत्या की वजहों का खुलासा हो पाएगा.
काश कि समय रहते रूबिका, दिलदार को समझ गई होती
काश की समय रहते हुए रूबिका को दिलदार की हकीकत समझ आ गई होती. काश कि वह अपने रिश्ते में खतरे की घंटी को पहचान ली होती, काश कि वह उस पर जरा सा शक कर लेती, काश कि वह इन सब में अपने घऱवालों को शामिल करती तो वह आज हम सबके बीच जिंदा होती.
इससे बचने के लिए लड़कियां क्या करें?
प्यार में पड़ी लड़कियों को याद रखना चाहिए कि वह किसी से कितना भी प्यार करें मगर खुद को सबसे आगे रखें. जिस रिश्ते में प्यार, इज्जत ना मिले उस रिश्ते से बाहर निकल आएं.
जब सामने वाले पर शक होने लगे, जब उससे डर लगने लगे, जब उसके साथ सुरक्षित महससू ना हो तो भाग निकल आएं.
जब वह आप पर चिल्लाने लगे, जब आप आप को गाली देने लगे, जब आप पर हांथ उठाने लगे, जब आपको मेंटली टॉर्चर करने लगे तो समझ जाएं कि रिश्ते में सबकुछ सही नहीं है. अपने माता-पिता से सपंर्क करें और पुलिस के पास जाएं.
हो सकता है कि कुछ लोग इसमें रूबिका की गलती निकालें, मगर उसकी गलती यही है कि उसने किसी से प्यार किया औऱ उस पर भरोसा किया था. उसकी गलती यह थी कि वह प्रेमी के रूप में छिपे शातिर हैवान को पहचान नहीं पाई. उसकी गलती यह थी कि उसने अपने प्यार के लिए अपने परिवार को छोड़ दिया...उसे क्या पता था कि आने वाले समय़ में उसका पति ही उसके साथ धोखा करने वाला है. भला किसी के मन में क्या छिपा है यह कोई कैसे पहचान सकता है?
इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.