कंपनी ने मिंत्रा लोगो कंट्रोवर्सी (Myntra Logo controversy) के बाद इसे बदलने का फैसला लिया है, लेकिन महिलाओं को इसमें आपत्तिजनक क्या दिखा...क्या इस कंट्रोवर्सी से पहले आपकी नजर कभी मिंत्रा के लोगो पर पड़ी थी.
हममें से कई लोगों की नजर शायद नहीं पड़ी होगी. क्या कभी आपका ध्यान इस पर गया कि कैसे यह महिलाओं की भावना को ठेस पहुंचा सकता है. आजकल मिंत्रा ऑनलाइन शॉपिंग (Myntra Online Shopping) का फेवरेट अड्डा है. फैशन की दुनिया का एक अनोखा नाम जहां से ऑनलाइन शॉपिंग आराम से की जाती है. अब इस कंपनी ने अपना लोगो बदलने का फैसला किया है. लेकिन क्या यह इतना आसान था?
दरअसल, मिंत्रा का लोगो ध्यान से देखने से समझ आएगा कि महिलाओं ने इसके खिलाफ क्यों अपनी आपत्ति जाहिर की है. क्या इसे बनाते समय ध्यान नहीं गया या ऐसा फिर जान बूझकर किया गया. यहां तो पुरुष-महिला दोनों शॉपिंग कर सकते हैं फिर?
वैसे भी मार्केटिंग के लिए महिलाओं का प्रयोग काफी पहले से किया जाता है. आपको वह परफ्यूम का ऐड तो याद ही होगा, जिसमें एक लड़का अपने शरीर पर जैसे ही परफ्यूम से स्प्रे करता है, लड़कियां दौड़कर उसके पास आ जाती हैं. ऐसे ही अंडरवियर से लेकर उन चीजों के लिए भी डायरेक्टली या इनडायरेक्टली रूप से महिलाओं को शामिल किया जाता है जिनसे उनका कोई मतलब भी न हो. क्या महिलाएं बस लुभाने या दिखावे के लिए बनी हैं, कोई चीज हों जैसे.
दरअसल, नाज पटेल जो एक एनजीओ से जुड़ी हैं. उन्होंने दिसंबर 2020 में ही ई-कॉमर्स वेबसाइट मिंत्रा के खिलाफ मुंबई साइबर सेल में केस दर्ज करवाकर मिंत्रा के इस लोगो को हटाने की मांग की थी. साथ ही कंपनी के खिलाफ उचित कार्रवाई करने की भी बात कही थी.
यही नहीं नाज ने सोशल मीडिया...
कंपनी ने मिंत्रा लोगो कंट्रोवर्सी (Myntra Logo controversy) के बाद इसे बदलने का फैसला लिया है, लेकिन महिलाओं को इसमें आपत्तिजनक क्या दिखा...क्या इस कंट्रोवर्सी से पहले आपकी नजर कभी मिंत्रा के लोगो पर पड़ी थी.
हममें से कई लोगों की नजर शायद नहीं पड़ी होगी. क्या कभी आपका ध्यान इस पर गया कि कैसे यह महिलाओं की भावना को ठेस पहुंचा सकता है. आजकल मिंत्रा ऑनलाइन शॉपिंग (Myntra Online Shopping) का फेवरेट अड्डा है. फैशन की दुनिया का एक अनोखा नाम जहां से ऑनलाइन शॉपिंग आराम से की जाती है. अब इस कंपनी ने अपना लोगो बदलने का फैसला किया है. लेकिन क्या यह इतना आसान था?
दरअसल, मिंत्रा का लोगो ध्यान से देखने से समझ आएगा कि महिलाओं ने इसके खिलाफ क्यों अपनी आपत्ति जाहिर की है. क्या इसे बनाते समय ध्यान नहीं गया या ऐसा फिर जान बूझकर किया गया. यहां तो पुरुष-महिला दोनों शॉपिंग कर सकते हैं फिर?
वैसे भी मार्केटिंग के लिए महिलाओं का प्रयोग काफी पहले से किया जाता है. आपको वह परफ्यूम का ऐड तो याद ही होगा, जिसमें एक लड़का अपने शरीर पर जैसे ही परफ्यूम से स्प्रे करता है, लड़कियां दौड़कर उसके पास आ जाती हैं. ऐसे ही अंडरवियर से लेकर उन चीजों के लिए भी डायरेक्टली या इनडायरेक्टली रूप से महिलाओं को शामिल किया जाता है जिनसे उनका कोई मतलब भी न हो. क्या महिलाएं बस लुभाने या दिखावे के लिए बनी हैं, कोई चीज हों जैसे.
दरअसल, नाज पटेल जो एक एनजीओ से जुड़ी हैं. उन्होंने दिसंबर 2020 में ही ई-कॉमर्स वेबसाइट मिंत्रा के खिलाफ मुंबई साइबर सेल में केस दर्ज करवाकर मिंत्रा के इस लोगो को हटाने की मांग की थी. साथ ही कंपनी के खिलाफ उचित कार्रवाई करने की भी बात कही थी.
यही नहीं नाज ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म और अलग-अलग फोरम में इस मुद्दे को उठाया. जहां कई लोग नाज के समर्थन में आए वहीं महिलाओं ने इसे आपत्तिजनक बताया. जिसके बाद मिंत्रा कंपनी ने लोगो में बदलाव करने का फैसला लिया.
मुंबई पुलिस के साइबर क्राइम विभाग की डीएसपी रश्मि करंदीकर के अनुसार, जब हमने मिंत्रा लोगो की जांच की तो पाया कि यह महिलाओं के लिए आपत्तिजनक है. इसके बाद कंपनी को ईमेल किया गया. मेल मिलने के बाद कंपनी के अधिकारी हमसे मिलने आए. लोगो में बदलाव के लिए कंपनी ने एक महीने का समय मांगा था.
वहीं मिंत्रा का कहना है कि, लोगो पर आपत्ति होने के बाद कंपनी ने बड़ा फैसला लिया है. जिसके अनुसार कंपनी वेबसाइट और मोबाइल एप्लिकेशन पर जल्द ही लोगो बदल देगी. साथ ही पैकिंग मैटीरियल पर भी लोगो बदल दिया जाएगा. फिलहाल नए लोगो के साथ पैकिंग मैटीरियल छपाई के लिए भेज दिया गया है.
इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.