न्यूडिज्म को अब एक अलग धर्म ही घोषित कर देना चाहिए. पूरी दुनिया में जितने लोग इसे मानने वाले हैं उतने को मिला दिया जाए तो एक धर्म तो आसानी से बनाया ही जा सकती है. अगर आप सोच रहे हैं कि ये बात अचानक कहां से आ गई तो पहले कुछ जानकारी दे दूं. पैरिस में एक पार्क है बोएस डे विन्केन्स ( Bois de Vincennes). इस पार्क के एक हिस्से को न्यूड पार्क बना दिया गया है. यानि यहां सिर्फ न्यूड (निर्वस्त्र) लोग ही जा सकेंगे और इस पूरे हिस्से का इस्तेमाल अपने हिसाब से कर सकेंगे.
ये हिस्सा सिर्फ एक्सपेरिमेंट के तौर पर खोला गया है जिसे 31 अगस्त से लेकर 15 अक्टूबर तक सुबह 8 बजे से लेकर शाम 7.30 बजे तक इस्तेमाल किया जा सकेगा. इस पार्क के इंचार्ज का कहना है कि ये खुले विचारों वाले लोगों के लिए है जो नैचुरिज्म को ज्यादा पंसद करते हैं. मतलब जैसे भगवान ने बनाया है वैसे ही रहने दो.
ये एरिया जिसमें लोग न्यूड रह सकेंगे वो पूरे 7300 स्क्वेयर मीटर बड़ा है यानि कुछ दो एकड़ के आस-पास. मतलब आराम से घूमिए, पक्षियों को निहारिए, ठंडी हवा का मजा लीजिए और बस बैठे रहिए.
पैरिस वैसे भी न्यूडिस्ट के प्रति हमेशा से उदार रहा है. इस शहर में नैचुरिस्ट (जो लोग निर्वस्त्र रहकर प्रकृति में विश्वास रखते हैं) को अपनाया जाता है. न्यूडिटी को पिछले 20 सालों से मान्यता भी मिली हुई है. पैरिस और उसके आस-पास एक पब्लिक पूल है जिसमें हफ्ते में तीन बार कोई भी न्यूड स्विमिंग का लुत्फ उठा सकता है. पूरे फ्रांस में 460 जगहें ऐसी हैं जहां न्यूडिस्ट के लिए सरी सुविधाएं हैं. इसके अलावा, 155 कैंप साइट है और 73 ऐसे बीच हैं जहां लोग आराम से न्यूड होकर घूम सकते हैं.
यहां किसी भी तरह का सेक्शुअल प्लेजर किसी न्यूड इंसान को देखकर लेना सक्त मना है. मतलब किसी को जो करना है करे, लेकिन दूसरे इंसान को न निहारे.
क्या कहते हैं आंकड़े?
फ्रांस में करीब 2.6 मिलियन लोग यानि 26 लाख लोग न्यूडिज्म को एक आदत बना चुके हैं. ये आकड़ा फ्रांस फॉर नैचुरिज्म असोसिएशन का है. पैरिस नैचुरिस्ट असोसिएशन की अपनी अलग वेबसाइट भी है जहां ये सारी जानकारी दी हुई है.
दुनिया भर में कई न्यूडिस्ट रेस्त्रां खुले हुए हैं. चीन, जापान, अमेरिका, लंदन आदि में ये काफी लोकप्रिय हैं जहां लोग बिना कपड़ों के खाना खाते हैं. कई न्यूडिस्ट बीच हैं जहां लोग बिना कपड़ों को घूमना पसंद करते हैं. नेकेड जिम भी हैं जहां लोग फिट रहने के लिए भी नैचुरिस्ट तरीका अपनाते हैं. ऐसे कई रिजॉर्ट भी हैं जो सिर्फ न्यूडिस्ट लोगों के लिए बनाए गए हैं. दुनिया भर में नैचुरिस्ट लोग तेजी से बढ़ रहे हैं.
तो अब खुद ही बताइए कि आखिर इसे एक धर्म ही क्यों न बना दिया जाए. जहां लोगों को नैचुरल रहने की इजाजत हो, जहां लोग अपने नियम खुद बना सकें, जहां लोगों को बेपरवाह रहने दिया जाए. जिस तरह पैरिस ने न्यूडिज्म को अपनाया है वैसे बाकी देश भी अपना सकते हैं, पर शायद अपनाएंगे नहीं. बहरहाल, अगर यूरोप में ये नया धर्म बनकर उभर आए तो उसमें चौंकने की बात भी नहीं रहेगी.
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