कोरोना वायरस का एकदम नया वेरिएंट (coronavirus new variant) सामने आया है. जी हां NICD ने बताया कि दक्षिण अफ्रीका में कोरोना वायरस के नए वैरिएंट (south africa covid new variant) का नाम है B.1.1.529 है. घबराने वाली बात यह है कि पूरे देश में 100 से ज्यादा लोग इस नए वेरिएंट से संक्रमित भी हो चुके हैं.
ना-ना अभी आप एकदम से सकते में मत आइए क्योंकि बहुत सी ऐसी बातें हैं जो अभी तक साफ नहीं हो सकी हैं. अभी पता लगाया जा रहा है कि Covid-19 B.1.1.529 वेरिएंट कितना खतरनाक है?
Omicron क्या है- दक्षिण अफ्रीका में पाए गए कोरोना वायरस के नए वेरिएंट को ओमीक्रॉन (Omicron) कहा जा रहा है. इसे वैज्ञानिक Covid-19 B.1.1.529 strain के रूप में पहचान दी है. इसके पहले कोविड के अल्फा, बीटा, गामा और डेल्टा नाम वाले वेरिएंट सामने आ चुके हैं, जिसमें सबसे ज्यादा खतरनाक डेल्टा वेरिएंट था. WHO इस नए वेरिएंट को लेकर बैठक कर रही है, जो बताना होगा वह साफ-साफ बताएंगे. तब तक हम आपको डरा नहीं रहे हैं बल्कि यह एक गंभीर मुद्दा है. इसलिए जितनी बातें अब तक हमारे सामने आईं हैं वही जानकारी हम आपको बता रहे हैं.
अब यह बताने की जरूरत तो है नहीं कि कोरोना वायरस पूरी दुनियां में कितनी तबाही मचा चुका है. कोरोना आखिर हमारा पीछा छोड़ क्यों नहीं देता? जैसे ही हमें लगता है कि हम इस पर विजय करने वाले हैं तभी कोई ऐसी खबर सामने आती है कि हमें डरा जाती है, लेकिन हम भी कहां हार नहीं मानने वाले हैं. बात दहशत में आने की नहीं है लेकिन सावधानी बरतने की जरूर है.
कोविड के नए वेरिएंट B.1.1.529 के बारे में जानते हैं सबकुछ-
अभी...
कोरोना वायरस का एकदम नया वेरिएंट (coronavirus new variant) सामने आया है. जी हां NICD ने बताया कि दक्षिण अफ्रीका में कोरोना वायरस के नए वैरिएंट (south africa covid new variant) का नाम है B.1.1.529 है. घबराने वाली बात यह है कि पूरे देश में 100 से ज्यादा लोग इस नए वेरिएंट से संक्रमित भी हो चुके हैं.
ना-ना अभी आप एकदम से सकते में मत आइए क्योंकि बहुत सी ऐसी बातें हैं जो अभी तक साफ नहीं हो सकी हैं. अभी पता लगाया जा रहा है कि Covid-19 B.1.1.529 वेरिएंट कितना खतरनाक है?
Omicron क्या है- दक्षिण अफ्रीका में पाए गए कोरोना वायरस के नए वेरिएंट को ओमीक्रॉन (Omicron) कहा जा रहा है. इसे वैज्ञानिक Covid-19 B.1.1.529 strain के रूप में पहचान दी है. इसके पहले कोविड के अल्फा, बीटा, गामा और डेल्टा नाम वाले वेरिएंट सामने आ चुके हैं, जिसमें सबसे ज्यादा खतरनाक डेल्टा वेरिएंट था. WHO इस नए वेरिएंट को लेकर बैठक कर रही है, जो बताना होगा वह साफ-साफ बताएंगे. तब तक हम आपको डरा नहीं रहे हैं बल्कि यह एक गंभीर मुद्दा है. इसलिए जितनी बातें अब तक हमारे सामने आईं हैं वही जानकारी हम आपको बता रहे हैं.
अब यह बताने की जरूरत तो है नहीं कि कोरोना वायरस पूरी दुनियां में कितनी तबाही मचा चुका है. कोरोना आखिर हमारा पीछा छोड़ क्यों नहीं देता? जैसे ही हमें लगता है कि हम इस पर विजय करने वाले हैं तभी कोई ऐसी खबर सामने आती है कि हमें डरा जाती है, लेकिन हम भी कहां हार नहीं मानने वाले हैं. बात दहशत में आने की नहीं है लेकिन सावधानी बरतने की जरूर है.
कोविड के नए वेरिएंट B.1.1.529 के बारे में जानते हैं सबकुछ-
अभी इस बात का पता लगाया जा रहा है कि यह वेरिएंट कितना संक्रामक है? कितना दुष्प्रभावी है? वहीं भारत सरकार के स्वास्थ्य सचिव राजेश भूषण ने सभी राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों को पत्र लिखकर कहा है कि कोरोना के नए वैरिएंट के मामले काफी तेजी से बढ़ रहे हैं. इसलिए सावधानी रखें और बाहर देशों से आने वाले सभी यात्रियों की सख्त जांच करें. यह चिंता का विषय इसलिए भी है क्योंकि दक्षिण अफ्रीक के अलावा बोत्सवाना और हॉन्ग कॉन्ग में भी B.1.1.529 वेरिएंट के मरीज मिल रहे हैं.
दुनियांभर के विशेषज्ञ इस नए वेरिएंट को सबसे अधिक खतरनाक मान हैं. इसी कारण अफ्रीकी देशों की फ्लाइट रोकने का सिलसिला शुरू हो गया है. B.1.1.529 वेरिएंट के कई म्यूटेशनों का पता चला है और यह टीके के असर को भी खत्म करने में सक्षम है. वैज्ञानिकों का कहना है कि B.1.1.529 वेरिएंट के 32 नए म्यूटेंट बन गए हैं. इनमें कुछ ऐसे म्यूटेंट्स हैं जो बहुत तेजी से फैलने वाले हैं.
यह ध्यान रखिए कि वायरस के हमारे शरीर की कोशिकाओं से संपर्क बनाने वाले हिस्से में 10 म्यूटेशन हुए हैं. जबकि दुनियां भर में तबाही मचाने वाले डेल्टा वेरिएंट में दो म्यूटेशन हुए थे.
फिलहाल विश्व स्वास्थ्य संगठन (who) यह तय करेगा कि कोरोना का नया वेरिएंट B.1.1.529 को ‘चिंतित करने वाला वेरिएंट’ की सूची में डाला जाएगा या नहीं. राहत की बात यह है कि भारत में अभी कोविड-19 वेरिएंट B.1.1.529 का कोई मामला सामने नहीं आया है, लेकिन इसे अब तक का सबसे ज्यादा म्यूटेशन वाला वेरिएंट बताया जा रहा है. यानी इसमें इतने म्यूटेशन हैं कि एक वैज्ञानिक ने डरावना तो दूसरे ने इसे अब तक सबसे खराब वेरिएंट कहा है.
पब्लिक हेल्थ सर्विलांस एंड रेसपॉन्स की प्रमुख डॉ. मिशेल ग्रूम के अनुसार, संक्रमित होने वाले लोगों की संख्या में तेजी से इजाफा हो रहा है. मिशेल ग्रूम ने लोगों से ज्यादा से ज्यादा बचाव रखने को कहा है.
हमारी राय है कि आप भी कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन करें. अगर आप वैक्सीन लगवा भी चुके हैं तो भी बिना मास्क लगाए न रहें. सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करे. हाथों की सफाई का ध्यान रखें और भीड़-भाड़ वाली जहगों पर न जाएं. फिलहाल हमें यह पता नहीं है कि नया वैरिएंट कितना खतरनाक है? अगर हम सभी बातें जानने तक इंतजार करेंगे तो गलत होगा, इसलिए पहले सावधानी बरतने में ही समझदारी है.
हमें तो अभी यह भी नहीं पता है कि कोरोना का नया वेरिएंट, डेल्टा वेरिएंट के मुकाबले कितना ज्यादा खतरनाक है या कितनी तेजी से फैल सकता है? हमारे सामने यह एकदम नया वेरिएंट है जिसके बारे में हमें बहुत ही कम जानकारी है लेकिन हम पूरी जानकारी मिलने तक इंतजार नहीं कर सकते, इतना अनुभव तो हम सभी ने ले ही लिया है, क्यों?
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