रियल लाइफ में राजा रतन सिंह की भूल की खातिर रानी पद्मावती ने जौहर (आत्मदाह) किया था. अब रील लाइफ की पद्मावती की नाक काटने की धमकी देकर राजपूताना सेना जौहर (बहादुरी) दिखला रही है. विवाद कथित तौर पर पद्मावती और अलाउद्दीन खिलजी पर आजमाए गए एक रोमांटिक सीन पर है. अब ये सीन कितना विवादास्पद है ये तो फिल्म देखने वाले ही बता पाएंगे. हालांकि जिन्होंने देखा उन्होंने कहा विवाद जैसा कुछ भी नहीं.
पर दिक्कत ये है भाई कि जब अलाउद्दीन के भीतर पद्मावती को पाने की चाह उठी होगी तो उसने सपने तो देखे ही होंगे. अब उसमें बेचारी पद्मावती का क्या दोष? और फिल्म के कथानक में अगर अलाउद्दीन के ये सपने बुने गए थे तो बेचारी दीपिका का क्या दो? भाई ये तो अच्छा हुआ कि अलाउद्दीन खिलजी के भीतर जब पद्मावती को पाने की हूक उठी थी तो करणी सेना नहीं थी, नहीं तो क्या पता अलाउद्दीन की इस हुड़क की सजा असली रानी पद्मावती को सुना दी जाती! सोचने वाली बात ये है कि तब असल पद्मावती को आग में जलना पड़ा था. और अब दीपिका के खिलाफ लोग आग उगल रहे हैं.
खिलजी जिंदगी के मजे ले रहा और नाक कट रही पद्मावती की
अलाउद्दीन खिलजी का किरदार निभाने वाले रणवीर सिंह बड़े मजे से खुले आम घूम रहे हैं. और तो और उधर ‘पद्मावती’ विरोध की आग में जल रही है. इधर हमारे ये ‘अलाउद्दीन खिलजी’ यानी रणवीर सिंह अपना कूल अंदाज वाला वीडियो जारी कर रहे हैं. उन्होंने हाल ही में ऋचा चड्ढा की आने वाली फिल्म फुकरे-2 का प्रमोशन करते हुए एक वीडियो जारी किया. इसमें वो फुकरे की भोली पंजाबन का जिक्र कर रहे हैं और कह रहे हैं ‘बुरा न मानो भोली है.’
राजा रतन सिंह भी शादियां और दावतें उड़ा रहे हैं
भाई वो तो भोली है, लेकिन दीपिका भी कम मासूम नहीं. उधर ‘राजा रतन सिंह’ यानी शाहिद कपूर अपने दोस्त की शादी अटेंड कर रहे हैं. मीरा और उनकी ड्रेस की चर्चा मीडिया में सूर्खियां बटोर रही है. ये तो भली रही राजा, रानी जले और राजा मौज करे! राजपूतों के गुस्से में जल रही है तो बेचारी पद्मावती यानी दीपिका. कहानी है कि अलाउद्दीन की मांग पर रतन सिंह ने शीशे में पद्मावती के दर्शन कराए थे. तो पहली गलती किसकी? रतन सिंह की! इतिहास गवाह है कि पद्मावती पर बुरी नजर डाली थी अलाउद्दीन खिलजी ने और जौहर करना पड़ा पद्मावती को.
रानी पद्मावती की आन-बान-शान की खातिर हंगामा बढ़ता ही जा रहा है. तलवारें खिंच गईं हैं. राजपूत करणी सेना की ठकुरई तो कुलांचे मार-मारकर बाहर आ रही है. इस सेना के लोकेंद्र सिंह कलवी ने तो यहां तक कह दिया था कि अगर फिल्म 1 दिसंबर को रिलीज हुई तो वह सिनेमा घरों के मालिकों और जिले के कलेक्टरों को खून से चिट्ठी लिखेंगे. हालांकि अब फिल्म की रिलीज फरवरी तक के लिए टाल दी गई है.
पद्मावती के सिर पर अब एक मौत का कलंक भी मढ़ दिया गया है
उधर, तथाकथित ब्राह्मण समुदाय की अगुवाई करने वाले सर्व ब्राह्मण महासभा का भी खून खौल उठा. राजपूताना सेना से एक कदम आगे बढ़ते हुए उन्होंने सेंसर बोर्ड को खून की स्याही से साइन की हुई एक चिट्ठी भेज भी दी. और तो और अब पद्मावती के सिर एक मौत भी मढ़ दी गई. ये मौत भी किसी सस्पेंस और थ्रिलर से कम नहीं है. नाहरगढ़ किले में मिले शव के पास की शिलाओं में उद्वेलित कर देने वाली- खून खौला देने वाली इबारत लिखी मिली. फांसी से लटके शव के सबसे करीब की शिला में लिखा था, ‘हम पुतले नहीं लटकाते, लोग पद्मावती का विरोध कर रहे हैं हम खुद को खत्म कर रहे हैं.’
इस पूरे स्यापे की जड़ क्योंकि संजय लीला भंसाली हैं तो उन पर भी लोगों का गुस्सा फूट रहा है. नौबत यहां तक पहुंच गई कि उनके सिर पर पांच करोड़ का इनाम मेरठ के एक राजपूत नेता ने रख दिया. लेकिन इन सबके बीच हमारे ‘राजा रतन सिंह’ और ‘अलाउद्दीन खिलजी’ मजे में घूम रहे हैं.
खता खिलजी ने की और सजा पद्मावती को मिली. कल भी, आज भी... ये नाइंसाफी नहीं तो क्या है?
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