सुन्दरता कुछ दिनों की मेहमान है. ये किसी के जीवन को कैसे प्रभावित करती है? यदि इसे गहराई से समझना हो तो हमें चेन्नई की रूबी ब्यूटी से मिलना चाहिए. भले ही आज रूबी किसी परिचय की मोहताज न हों. मगर जो इनके जीवन में घटा और जिस तरह उससे लड़कर रूबी ने पूरी दुनिया को अपने आगे झुकाया वो हममें से बहुतों को प्रेरणा देने वाला है.'
रूबी ब्यूटी उन लोगों के लिए प्रेरणा है जो लगातार बॉडी शेमिंग का सामना कर रहे हैं
कौन हैं रूबी ब्यूटी क्या किया है इन्होंने ?
किसी जमाने में अपने मोटापे के कारण अपने पति की आंखों की किरकिरी, रूबी ब्यूटी आज देश की जानी मानी महिला बॉडी बिल्डर हैं. रूबी देश के लिए लगातार गोल्ड जीत रही हैं और भारत का नाम पूरी दुनिया में रौशन कर रही हैं. मोटापे के चलते पति द्वारा छोड़े जाने के बाद. 6 साल के बेटे की मां रूबी के लिए इस समस्या से निकलना आसान नहीं था. लेकिन रूबी ने हार नहीं मानी और वजन कम करने के लिए बॉडी बिल्डिंग का रास्ता चुना. परिणाम चौकाने वाले थे. आज समाज में ऐसी बहुत सी लड़कियां हैं जो रूबी जैसा बनना चाहती हैं.
क्या हुआ था रूबी के साथ
अपनी तकलीफों को बयां करते हुए रूबी आज भी सिहर उठती हैं. रूबी के अनुसार, शादी के बाद उनका वजन लगातार बढ़ा और एक बार उनके पति ने साफ कह दिया कि उनके वजन के कारण अब उन्हें उनमें कोई रूचि नहीं है. ये बात रूबी को नागवार तो गुजरी मगर रूबी हाथ पर हाथ धर का नहीं बैठी रहीं. उसके बाद उन्होंने अपने वजन को नियंत्रित करने की दिशा में काम किया. बेटे के जन्म के बाद उन्हें वजन कम करने में और भी दिक्कतों का सामना करना पड़ा. रूबी को अपना लक्ष्य पता था. उन्होंने हिम्मत नहीं हारी और मेहनत को लगातार जारी रखा.
जीवन में चुनौतियां आने पर रूबी ने डट के उनका मुकाबला किया और जीत हासिल की
कितना मुश्किल था रूबी के लिए फिट होना
भारत जैसे देश में एक हाउस वाइफ के लिए फिट होना बिल्कुल भी आसान नहीं है. इसमें जहां एक तरफ काफी मेहनत लगती है तो वहीं ढेरों पैसे भी खर्च होते हैं. रूबी को भी इस समस्या से दो चार होना पड़ा और इसके लिए उन्होंने जुम्बा क्लास का सहारा लिया और अन्य लोगों को फिटनेस की ट्रेनिंग दी. आपको बताते चलें कि रूबी ने असम में बॉडी बिल्डिंग में नेशनल जीता है. इसके अलावा वो मिस चेन्नई भी रह चुकी हैं. रूबी चाहती हैं कि राज्य सरकार उनकी मदद करे ताकि वो और आगे बढ़ सकें. शायद ये रूबी की मेहनत ही है जिसके चलते उनके कोच कार्तिक को भी लगता है कि वो बहुत ही आसानी के साथ मिस इंडिया बन सकती हैं.
महिलाओं के लिए प्रेरणा है रूबी
रूबी की कहानी ने हमें बताया कि जहां चाह है वहीं राह है
एक बच्चे की मां होने के बावजूद जिस तरह रूबी ने मुश्किलों से लड़ा और जीत हासिल की वो उन महिलाओं के लिए प्रेरणा है जिन्हें लगता है कि शादी होने, बच्चा होने या फिर वजह बढ़ने से उनकी जिंदगी थम गई है. इसके अलावा आज रूबी जिस मुकाम पर है. वो उन लोगों के मुंह पर करारा तमाचा है, जिनको लगता है कि सुन्दरता ही सफलता का मानक है.
अंत में बस इतना ही कि एक ऐसे वक़्त में जब बॉडी शेमिंग को लेकर स्त्री और पुरुष दोनों संघर्ष कर रहे हैं. रूबी की कहानी उन लोगों के लिए प्रेरणा है जो न सिर्फ चुनौतियों को पार लगाना चाहते हैं बल्कि उस दिशा में लगातार मेहनत भी कर रहे हैं.
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