एक तरफ जहां देश के दूसरे हिस्सों को इस समय 'चोटी कटवा' की दहशत से निजात मिल चुकी है. तो वहीं कश्मीर में चोटी काटने वालों की दहशत ने दस्तक दी है. कश्मीर घाटी में पिछले एक महीने से चोटी काटने की घटनाएं बहुत बढ़ गई हैं. पिछले एक महीने के दौरान कश्मीर के अलग-अलग हिस्सों में महिलाओं और लड़कियों की चोटी काटने के 50 से भी ज्यादा मामले सामने आए हैं. पुलिस के हाथ अभी तक कुछ नहीं लगा है.
दक्षिणी कश्मीर के कई इलाकों में नौबत इस हद तक पहुंच चुकी है कि अब आम लोग ही चोटी काटने वालों से निजात पाने के लिए रात को पहरा दे रहे हैं. महिलाएं दहशत में हैं. और आए दिन कोई न कोई महिला उसके बाल काटे जाने की कहानी बयान करती है. खौफ इस हद तक पसरा है कि खुद मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती को आगे आना पड़ा. महबूबा मुफ्ती ने जम्मू-कश्मीर पुलिस को आदेश दिया है कि वह विशेष टीम बनाकर इस साज़िश के पीछे शामिल लोगों को गिरफ्तार करे और उन्हें कड़ी से कड़ी सजा दे.
जम्मू-कश्मीर पुलिस ने भी चोटी काटने वाले का पता लगाने के लिये 6 लाख की राशि इनाम के तौर पर रखी है. लेकिन तब भी उनके हाथ में कुछ नहीं लगा. पुलिस के हाथ कुछ लगा तो वो बेचारा आशिक जो अपनी महबूबा से मिलने के लिए बारामुला के दिलेना इलाके में गया था. चोटी काटने वाले के डर से कश्मीर के हर इलाके में अब किसी भी अनजान शख़्स को शक की निगाह से देखा जाता है.
बारामुला जिले के ही वाटरगाम इलाके के रहने वाले 20 साल के नईम अहमद को रिफत से इश्क़ करना बहुत महंगा पड़ा. इतना जो उसने कभी सपने में भी नहीं सोचा था. 18 साल की रिफत बारामुला के दिलेना की रहने वाली है. रिफत ने नईम को सोमवार शाम अपने गांव मिलने के लिए बुलाया. शाम को नईम दिलेना गांव पहुंचकर रिफत को खोजने लगा. जब रिफत उसे...
एक तरफ जहां देश के दूसरे हिस्सों को इस समय 'चोटी कटवा' की दहशत से निजात मिल चुकी है. तो वहीं कश्मीर में चोटी काटने वालों की दहशत ने दस्तक दी है. कश्मीर घाटी में पिछले एक महीने से चोटी काटने की घटनाएं बहुत बढ़ गई हैं. पिछले एक महीने के दौरान कश्मीर के अलग-अलग हिस्सों में महिलाओं और लड़कियों की चोटी काटने के 50 से भी ज्यादा मामले सामने आए हैं. पुलिस के हाथ अभी तक कुछ नहीं लगा है.
दक्षिणी कश्मीर के कई इलाकों में नौबत इस हद तक पहुंच चुकी है कि अब आम लोग ही चोटी काटने वालों से निजात पाने के लिए रात को पहरा दे रहे हैं. महिलाएं दहशत में हैं. और आए दिन कोई न कोई महिला उसके बाल काटे जाने की कहानी बयान करती है. खौफ इस हद तक पसरा है कि खुद मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती को आगे आना पड़ा. महबूबा मुफ्ती ने जम्मू-कश्मीर पुलिस को आदेश दिया है कि वह विशेष टीम बनाकर इस साज़िश के पीछे शामिल लोगों को गिरफ्तार करे और उन्हें कड़ी से कड़ी सजा दे.
जम्मू-कश्मीर पुलिस ने भी चोटी काटने वाले का पता लगाने के लिये 6 लाख की राशि इनाम के तौर पर रखी है. लेकिन तब भी उनके हाथ में कुछ नहीं लगा. पुलिस के हाथ कुछ लगा तो वो बेचारा आशिक जो अपनी महबूबा से मिलने के लिए बारामुला के दिलेना इलाके में गया था. चोटी काटने वाले के डर से कश्मीर के हर इलाके में अब किसी भी अनजान शख़्स को शक की निगाह से देखा जाता है.
बारामुला जिले के ही वाटरगाम इलाके के रहने वाले 20 साल के नईम अहमद को रिफत से इश्क़ करना बहुत महंगा पड़ा. इतना जो उसने कभी सपने में भी नहीं सोचा था. 18 साल की रिफत बारामुला के दिलेना की रहने वाली है. रिफत ने नईम को सोमवार शाम अपने गांव मिलने के लिए बुलाया. शाम को नईम दिलेना गांव पहुंचकर रिफत को खोजने लगा. जब रिफत उसे कहीं नजर नहीं आयी तो उसने उसे फोन करना शुरू किया. पर रिफत फोन नहीं उठा रही थी. इसी बीच गांव के कई युवाओं की नजर नईम पड़ी. इलाके में देर शाम किसी अजनबी को देखते ही उसे चोटी काटने वाला समझा जाने लगा है. नईम को भी लोगों ने वही समझ लिया.
फिर क्या था, गांव वालों ने नईम की जमकर धुलाई कर दी. जब लोग उसकी पहचान पूछने लगे तो अपने नए-नए प्यार की बदनामी के डर से नईम उन्हें कोई जवाब नहीं दे पाया. वो लोगों को सच्चाई नहीं बता पाया कि आखिर इस समय वो गांव में क्यों घूम रहा है. गांव में मची इस अफरा-तफरी और एक युवक के पिटाई की खबर पुलिस तक भी पहुंची. पुलिस को खबर दी गयी कि बारामुला के दिलेना इलाके में लोगों ने चोटी काटने वाले एक शख्स पकड़ा है. पुलिस भी आनन-फानन में गांव पहुंची और नईम को गांव वालों से छुड़ाकर अपने साथ ले गयी. पुलिस की पूछताछ में नईम ने बताया की वो चोटी काटने के लिए नहीं, बल्कि अपनी प्रेमिका से मिलने के लिए गांव में आया था.
पुलिस ने इलाज के बाद नईम को घर छोड़ा और नईम ने कहा-
तेरी गलियों में न रखेंगे कदम आज के बाद...
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