जब कभी बदनदर्द हो, बुखार हो या हरारत सा महसूस होता है, हम तुरंत बिना सोचे समझे पैरासिटामोल खा लेते हैं. बस खाते ही आराम. बीमारी गायब. लेकिन अब जरा दिल थामकर बैठ जाइए. हम आपको इस दवाई के बारे में जो बताने जा रहे हैं वो होश उड़ा सकता है. खासकर गर्भवती महिलाओं या जो महिलाएं जल्दी ही बच्चा प्लान कर रही हैं उनके लिए इस दवाई की असलियत जानना बहुत जरुरी है.
आपके गर्भ में अगर बेटी है तो ये पैरासिटामोल उसकी मां बनने की क्षमता को कम कर सकता है. जी हां सही सुना आपने.
गर्भावस्था में पैरासिटामोल खाने पर क्या होता है?
अगर आपके गर्भ में बेटी पल रही है तो पैरासिटामोल खाना उसके गर्भ धारण करने की क्षमता को हानि पहुंचा सकता है. स्कॉटलैंड के यूनिवर्सिटी ऑफ एडिनबर्ग द्वारा की गई एक स्टडी में ये खुलासा हुआ है. स्टडी के दौरान एक हफ्ते तक ओवरी को पैरासिटामोल दिया गया. नतीजा उनके 40 प्रतिशत एग सेल कम हो गए. इसमें पाया गया कि गर्भ में पलने वाले मादा भ्रूण को इस दवाई से खतरा है. इस दवाई के कारण मादा भ्रूण को बच्चे पैदा करने के लिए बहुत ही कम समय मिलेगा और मेनोपॉज जल्दी होने की संभावना है.
एक्सपर्ट की राय?
ये अपने आप में एक डरावना सच है. इस मुद्दे पर हमने जब एक्सपर्ट से बात की तो वो खुद हैरान रह गईं. उन्होंने कहा कि कई गायनिकॉल्जिस्ट और वो खुद गर्भवती महिलाओं को बुखार होने की सूरत में पैरासिटामोल खाने की सलाह देती हैं. इस सच्चाई से वो खुद अनजान हैं.
आखिर ऐसा क्यों होता है?
रिसर्च की मानें तो पैरासिटामोल और आईबोप्रूफेन दोनों ही प्रोस्टैगलैंडिन ई2 नाम के हॉर्मोन को प्रभावित करते हैं. इस हॉर्मोन का फिटस के...
जब कभी बदनदर्द हो, बुखार हो या हरारत सा महसूस होता है, हम तुरंत बिना सोचे समझे पैरासिटामोल खा लेते हैं. बस खाते ही आराम. बीमारी गायब. लेकिन अब जरा दिल थामकर बैठ जाइए. हम आपको इस दवाई के बारे में जो बताने जा रहे हैं वो होश उड़ा सकता है. खासकर गर्भवती महिलाओं या जो महिलाएं जल्दी ही बच्चा प्लान कर रही हैं उनके लिए इस दवाई की असलियत जानना बहुत जरुरी है.
आपके गर्भ में अगर बेटी है तो ये पैरासिटामोल उसकी मां बनने की क्षमता को कम कर सकता है. जी हां सही सुना आपने.
गर्भावस्था में पैरासिटामोल खाने पर क्या होता है?
अगर आपके गर्भ में बेटी पल रही है तो पैरासिटामोल खाना उसके गर्भ धारण करने की क्षमता को हानि पहुंचा सकता है. स्कॉटलैंड के यूनिवर्सिटी ऑफ एडिनबर्ग द्वारा की गई एक स्टडी में ये खुलासा हुआ है. स्टडी के दौरान एक हफ्ते तक ओवरी को पैरासिटामोल दिया गया. नतीजा उनके 40 प्रतिशत एग सेल कम हो गए. इसमें पाया गया कि गर्भ में पलने वाले मादा भ्रूण को इस दवाई से खतरा है. इस दवाई के कारण मादा भ्रूण को बच्चे पैदा करने के लिए बहुत ही कम समय मिलेगा और मेनोपॉज जल्दी होने की संभावना है.
एक्सपर्ट की राय?
ये अपने आप में एक डरावना सच है. इस मुद्दे पर हमने जब एक्सपर्ट से बात की तो वो खुद हैरान रह गईं. उन्होंने कहा कि कई गायनिकॉल्जिस्ट और वो खुद गर्भवती महिलाओं को बुखार होने की सूरत में पैरासिटामोल खाने की सलाह देती हैं. इस सच्चाई से वो खुद अनजान हैं.
आखिर ऐसा क्यों होता है?
रिसर्च की मानें तो पैरासिटामोल और आईबोप्रूफेन दोनों ही प्रोस्टैगलैंडिन ई2 नाम के हॉर्मोन को प्रभावित करते हैं. इस हॉर्मोन का फिटस के प्रजनन प्रणाली के विकास में मुख्य भूमिका होती है.
स्टडी के सह लेखक रिचर्ड शार्प के अनुसार- 'इस स्टडी में पैरासिटामोल या आईबोप्रूफेन के हानिकारक प्रभाव सामने आते हैं. हालांकि हमें भी ये पूरी तरह से नहीं पता कि आखिर इंसान के स्वास्थ्य पर इसका क्या प्रभाव पड़ेगा या फिर कितना डोज प्रजनन क्षमता को हानि पहुंचाएगा.'
आखिर सिर्फ मादा भ्रूण को ही हानि क्यों पहुंचाता है पैरासिटामोल?
ऐसा नहीं है कि इससे सिर्फ मादा भ्रूण को ही हानि पहुंचती है. लेकिन पुरुषों में स्पर्म पूरे जीवन तक मौजूद होता है पर महिलाओं में एग सेल का उत्पादन एक निश्चित समय के लिए ही होता है. मतलब साफ है कि खतरा उसे ज्यादा होगा जिसके पास प्रजनन का समय निश्चित है.
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