कोरोना वायरस (CoronaVirus) के चीख पुकार के बीच कहीं से भी राहत की खबर नज़र नहीं आ रही है. दुनिया के लगभग सभी देश इस होड़ में लगे हुए हैं कि वह कितने कम समय में कोरोना वायरस की दवा या वैक्सीन (Coronavirus Vaccine) को ढ़ूंढ़ निकालें. अब तक कई परीक्षण भी हो चुके हैं लेकिन इसका इंतज़ार खत्म होने का नाम ही नहीं ले रहा है. भारत में भी कई कंपनियां कोरोना वायरस के इलाज (Covid-19 treatment) का तरीका महीनों से खोज रही है लेकिन योगगुरू बाबा रामदेव (Baba Ramdev) ने जो दावा किया है उसने पूरे विश्व को चौंका कर रख दिया है. बाबा रामदेव ने दावा किया है कि उनकी कंपनी पतंजलि ने कोरोना वायरस के खात्मे के लिए दवा (Patanjali Corona medicine Coronil launch) को तैयार कर लिया है. दावा किया गया है कि इस दवा से लोग एक सप्ताह के भीतर कोरोना वायरस से निजात पा सकते हैं. यह एक आयुर्वेदिक दवा है जो एक सप्ताह के भीतर देश भर के पतंजलि स्टोर्स पर बिकने के लिए उपलब्ध हो जाएगी.
मोदी सरकार के आयुष मंत्रालय की ठंडी प्रतिक्रिया ने बाबा रामदेव के बड़े एलान पर सवाल खड़े कर दिए. देश में आयुर्वेद के विकास के लिए जिम्मेदार आयुष मंत्रालय ने अव्वल तो इस दवा की प्राथमिक जानकारी से ही इनकार कर दिया. ज्यादा पूछने पर इतना ही कहा कि वे पतंजलि से पता करेंगे कि वे जिस दवा को बनाने का दावा कर रहे हैं, उसे बनाने में क्या उन्होंने आवश्यक अनिवार्यताएं पूरी की हैं? जबकि, आईसीएमआर की तरफ से इस दवा की उपयोगिता के बारे में कोई टिप्पणी नहीं आई है जिसका सभी को इंतज़ार है.
दवा का ऐलान करते हुए बाबा रामदेव ने कहा कि कोरोना वायरस की दवा का पूरी दुनिया इंतजार कर रही थी, हमें गर्व है कि कोरोना वायरस की पहली दवा हमने...
कोरोना वायरस (CoronaVirus) के चीख पुकार के बीच कहीं से भी राहत की खबर नज़र नहीं आ रही है. दुनिया के लगभग सभी देश इस होड़ में लगे हुए हैं कि वह कितने कम समय में कोरोना वायरस की दवा या वैक्सीन (Coronavirus Vaccine) को ढ़ूंढ़ निकालें. अब तक कई परीक्षण भी हो चुके हैं लेकिन इसका इंतज़ार खत्म होने का नाम ही नहीं ले रहा है. भारत में भी कई कंपनियां कोरोना वायरस के इलाज (Covid-19 treatment) का तरीका महीनों से खोज रही है लेकिन योगगुरू बाबा रामदेव (Baba Ramdev) ने जो दावा किया है उसने पूरे विश्व को चौंका कर रख दिया है. बाबा रामदेव ने दावा किया है कि उनकी कंपनी पतंजलि ने कोरोना वायरस के खात्मे के लिए दवा (Patanjali Corona medicine Coronil launch) को तैयार कर लिया है. दावा किया गया है कि इस दवा से लोग एक सप्ताह के भीतर कोरोना वायरस से निजात पा सकते हैं. यह एक आयुर्वेदिक दवा है जो एक सप्ताह के भीतर देश भर के पतंजलि स्टोर्स पर बिकने के लिए उपलब्ध हो जाएगी.
मोदी सरकार के आयुष मंत्रालय की ठंडी प्रतिक्रिया ने बाबा रामदेव के बड़े एलान पर सवाल खड़े कर दिए. देश में आयुर्वेद के विकास के लिए जिम्मेदार आयुष मंत्रालय ने अव्वल तो इस दवा की प्राथमिक जानकारी से ही इनकार कर दिया. ज्यादा पूछने पर इतना ही कहा कि वे पतंजलि से पता करेंगे कि वे जिस दवा को बनाने का दावा कर रहे हैं, उसे बनाने में क्या उन्होंने आवश्यक अनिवार्यताएं पूरी की हैं? जबकि, आईसीएमआर की तरफ से इस दवा की उपयोगिता के बारे में कोई टिप्पणी नहीं आई है जिसका सभी को इंतज़ार है.
दवा का ऐलान करते हुए बाबा रामदेव ने कहा कि कोरोना वायरस की दवा का पूरी दुनिया इंतजार कर रही थी, हमें गर्व है कि कोरोना वायरस की पहली दवा हमने तैयार कर ली है इस दवा का नाम कोरोनिल है और इस दवा के ऐलान से पहले इसका क्लिनिकल ट्रायल भी किया गया है जिसमें शत प्रतिशत परिणाम हासिल हुए हैं. कंपनी ने दावा किया है कि कोरोना के वैश्विक स्तर पर फैलते ही इस दवा पर वैज्ञानिकों की टीम कार्य करने लगी थी.
इसमें कोरोना के लक्षणों को पहचाना गया और उससे बचने के लिए शरीर को जो इम्युनिटी की दरकार होती है उसका ख्याल रखा गया. इस दवा का कोरोना के 280 पॅाजिटिव मरीजो पर प्रयोग किया गया जिसमें 100 प्रतिशत सफलता मिली है. इस दवा का इस्तेमाल किन पाजिटिव मरीजों पर किया गया और इस दवा का प्रयोग करने की इजाज़त कैसे मिली इस पर कोई भी जानकारी नहीं दी गई है लेकिन कंपनी ने दावा किया है कि उनके पास हर सवाल के जवाब हैं और इस दवा को बनाने में सभी कानूनों एंव वैज्ञानिक नियमों का पूरी तरह से पालन किया गया है.
बाबा रामदेव के इस ऐलान के बाद लगभग सभी जानना चाह रहे हैं कि यह दवा कितनी कारगर है और सरकार क्या इस दवा को मंजूरी देगी यह एक बड़ा सवाल है. बाबा रामदेव की कंपनी ने राहत की खबर जरूर दी है लेकिन अभी गहरी सांस बिल्कुल भी नहीं ली जा सकती है. कोरोना के संक्रमित मरीज पर अभी तक किसी खास दवा का इस्तेमाल नहीं किया गया है और न ही इसकी जानकारियां सार्वजनिक की गई है.
ऐसे में बाबा रामदेव की कंपनी ने किन मरीजों पर इसका परीक्षण किया है और इसका क्या वाकई वह असर हुआ है जिसका बाबा दावा कर रहे हैं. इस दवा के असर का जब तक पूरी तरह से पुष्टि नहीं हो जाती तब तक बाबा रामदेव के इस दावे पर सवाल उठते रहेंगे. लेकिन अगर वाकई में ये दवा इतनी असरदार और कारगर होगी तो भारत के हाथ एक बहुत बड़ी उपलब्धि हासिल होगी.
पतंजलि द्वारा विकसित कोरोनिल दवा कोरोना वायरस जनित महामारी के इलाज के लिए कितनी कारगर है, उसका पैमाना आयुर्वेद के मापदंड पर ही होना चाहिए. कोरोनिल आयुर्वेदिक दवा है. और आयुर्वेदिक दवाओं के प्रोटोकॉल एलोपैथिक दवाओं जैसे नहीं होेते. कोरोना की वजह से पूरी दुनिया संकट में है, और इस समय भारत में बनी यह दवा अगर अपने दावे में शत प्रतिशत कामयाब हो पाती है तो यह चिंताग्रस्त वैश्विक समुदाय के लिए सुकून देने वाली बात होगी.
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