नोटबंदी हुई तो लोगों के लिए सबसे बड़ी मुसीबत थी पुराने नोटों को बदला. नेता से लेकर आम जनता को बैंक की लाइन में खड़ा होना पड़ा. नोट बदलने की आखिरी तारीख 30 दिसंबर 2016 थी. जिसके बाद 500 और हजार के नोट कागज समान थे. चलन से बाहर हुए नोटों को बदलवाने को लोग अब भी कई हथकंडे अपना रहे हैं. लेकिन, अफसोस कि लोगों के इन हथकंडों की भनक भी सरकार को लग गई. इससे नोट बदलना तो दूर अब इन लोगों को जेल की हवा भी खानी पड़ सकती है.
लेकिन, लोगों ने जिस तरह ये फॉर्मूला ढूंढा है वो काफी शातिर है. किसी को अंदाजा भी नहीं होगा कि लोग पुराने नोटों को ठिकाने लगाने के लिए इतना कुछ कर सकते हैं. जी हां, ऐसे तरीका जिसके बारे में आम जनता ने सोचा भी नहीं होगा. दरअसल, कुछ लोग इन नोटों को कुरियर के जरिए विदेशों में अपने रिश्तेदारों को भेज रहे हैं, ताकि उनके एनआरआई रिश्तेदार इन्हें 30 जून तक बदलवा सकें.
एनआरआई 30 जून तक जमा करा सकते हैं पुराने नोट
नोटबंदी के बाद बंद हुए पुराने 500 और 1000 रुपये के नोटो को रिजर्व बैंक की शाखाओं में जमा कराने के लिए प्रवासी भारतीयों (एनआरआई) को 30 जून तक का समय दिया गया है, ताकि, वे इस अवधि में भारत आकर पुराने नोटों को बदलवा सकें. वे पार्सलों में कुरियर के जरिए बंद पुराने नोटों को विदेशों में भेज रहे हैं जिससे बाद में इन्हें यहां बदला जा सके. इस सुविधा का लाभ भारत में रहने वाले लोग भी उठाने की फिराक में हैं. ऐसे तमाम लोग हैं, जो इन पुराने नोटों को कूरियर के जरिए विदेश भेज रहे हैं, जिससे बाद में इन्हें बदला जा सके. कस्टम डिपार्टमेंट की जांच में नोटबदली के इस नए तरीके का खुलासा हुआ है.