त्वाडा कुत्ता होगा टॉमी... मगर उसने किसी को काटा तो अब आप अपनी जेब ढीली करने के लिए तैयार हो जाना, क्योंकि आप पर 10 हजार का जुर्माना लगेगा.
वैसे तो आप कुत्ते को अपने परिवार का सदस्य मानते हैं मगर जैसे ही वह किसी को काट लेता है तो सारा इल्जाम उस पर लगा देते हैं. आप कहते हैं कि वह आपके बेटे जैसा है मगर फिर सारी गलती उस पर डालकर उसे हत्यारा बना देते हैं, जबकि कहीं ना कहीं उसके इस व्यवहार के जिम्मेदार आप होते हैं. जब आप बाहर खेलने-कूदने वाले जानवर को घर में कैद करके ऱखेंगे, उसे अपना समय नहीं देगे तो वह क्या करेगा?
कु्त्ता पालिए अच्छी बात है, मगर उसके प्रति अपनी जिम्मेदारी भी निभाइए. आपने उसे दूसरों को कटवाने के लिए तो पाला नहीं होगा... मगर कुत्ते के काटने पर अपनी गलती मानना तो छोड़िए आप तो जख्मी इंसान को छोड़कर धीरे से निकल लेते हैं. वो तो भला हो सीसीटीवी फुटेज का जिससे जरिए सच्चाई बाहर आ जाती है.
पालतू कुत्ते के आंतक को इस बात से समझिए कि जब भी मेरे आस-पास कुत्ते दिखते हैं तो मैं उनसे दूरी बनाने में ही भलाई समझती हूं. भले ही कुत्ते का पट्टा मालिक के हाथ में ही क्यों ना हो. मेरे पड़ोसी के पास डॉगी है. जो दिखने में खूंखार लगता है. घर जाते समय अगर वह सीढ़ी पर अपने मालिक के साथ होता है तो मैं किनारे जाकर उसके लिए रास्ता छोड़ देती हूं.
मुझे भले ही 5 मिनट इंतजार करना पड़े मगर जब तक वो कुत्ता दरवाजे से घर के अंदर नहीं चला जाता मैं इंतजार करती हूं. संयोग ऐसा है कि कुछ ना कुछ दिनों में मेरी उससे मुलाकात होती रहती...
त्वाडा कुत्ता होगा टॉमी... मगर उसने किसी को काटा तो अब आप अपनी जेब ढीली करने के लिए तैयार हो जाना, क्योंकि आप पर 10 हजार का जुर्माना लगेगा.
वैसे तो आप कुत्ते को अपने परिवार का सदस्य मानते हैं मगर जैसे ही वह किसी को काट लेता है तो सारा इल्जाम उस पर लगा देते हैं. आप कहते हैं कि वह आपके बेटे जैसा है मगर फिर सारी गलती उस पर डालकर उसे हत्यारा बना देते हैं, जबकि कहीं ना कहीं उसके इस व्यवहार के जिम्मेदार आप होते हैं. जब आप बाहर खेलने-कूदने वाले जानवर को घर में कैद करके ऱखेंगे, उसे अपना समय नहीं देगे तो वह क्या करेगा?
कु्त्ता पालिए अच्छी बात है, मगर उसके प्रति अपनी जिम्मेदारी भी निभाइए. आपने उसे दूसरों को कटवाने के लिए तो पाला नहीं होगा... मगर कुत्ते के काटने पर अपनी गलती मानना तो छोड़िए आप तो जख्मी इंसान को छोड़कर धीरे से निकल लेते हैं. वो तो भला हो सीसीटीवी फुटेज का जिससे जरिए सच्चाई बाहर आ जाती है.
पालतू कुत्ते के आंतक को इस बात से समझिए कि जब भी मेरे आस-पास कुत्ते दिखते हैं तो मैं उनसे दूरी बनाने में ही भलाई समझती हूं. भले ही कुत्ते का पट्टा मालिक के हाथ में ही क्यों ना हो. मेरे पड़ोसी के पास डॉगी है. जो दिखने में खूंखार लगता है. घर जाते समय अगर वह सीढ़ी पर अपने मालिक के साथ होता है तो मैं किनारे जाकर उसके लिए रास्ता छोड़ देती हूं.
मुझे भले ही 5 मिनट इंतजार करना पड़े मगर जब तक वो कुत्ता दरवाजे से घर के अंदर नहीं चला जाता मैं इंतजार करती हूं. संयोग ऐसा है कि कुछ ना कुछ दिनों में मेरी उससे मुलाकात होती रहती है.
मेरे साथ पहले ऐसा नहीं था मगर जबसे कुत्ते के काटने की खबरें सुनी हूं मन डर तो लगता है, भाई सबको अपनी जान प्यारी है और गला सबका सूखता है. इस समय किस इंसान को कुत्ते के काटे जाने का डर नहीं होगा?
कुछ महीने पहले लखनऊ में पिटबुल ने अपनी मालकिन की जान ले ली थी. वहीं पिछले दिनों नोएडा में कुत्ते के काटने से एक 8 महीने की एक बच्ची की मौत हो गई थी. पिछले कुछ महीनो में कुत्ते का काटने की खबरें कुछ अधिक ही सामने आई हैं, जिनमें कई लोग बुरी तरह जख्मी हुए हैं. यकीन ना हो तो आप गूगल कर सकते हैं.
खैर, इसी बीच एक अच्छी खबर यह आई है कि नोएडा में नई डॉग पॉलिसी को मंजूरी दे दी गई है जिसके अनुसार, अब जानवर पालने वाले लोगों को रजिस्ट्रेशन करवाना जरूरी है. वहीं अगर पालतू कुत्ते ने किसी को काट लिया तो जुर्माने के तौर मालिक से दस हजार रुपए वसूले जाएंगे.
चलो, देर आए दुरुस्त आए...इस खबर को सुनकर आज कई लोगों ने राहत की सांस ली होगी. इस गाइडलाइन के लिए ही सही कम से कम अब मालिक लोग अपने पालतू जानवरों को लेकर थोड़ा सावधान हो जाएंगे औऱ लापरवाही नहीं बरतेंगे.
देखने में आता है कि कुछ कुत्ता पालने वाले लोग अपने घर को तो साफ सुथरा रखना चाहते हैं और बाहर सड़क पर कुत्ते से गंदगी करवा देते हैं. नोएडा अथॉरिटी की गाइडलाइन के अनुसार ऐसे लोगों को सफाई का समान साथ लेकर चलना होगा और अगर कुत्ते ने गंदगी की तो जुर्माना देना होगा. साथ ही कुत्ते के मुंह को सार्वजनिक स्थान पर बांध कर रखना होगा. इतना ही नहीं कुत्ता मालिको को 31 जनवरी तक पेट्स का रजिस्ट्रेशन कराने के लिए भी कहा गया है.
देखिए और क्या कहा गया-
- कुत्ते का स्ट्रेलिजेशन और एंटीरेबीज वैक्सीनेशन करना जरूरी है वरना मालिकों पर 1 मार्च 2023 के बाद हर महीने दो हजार का जुर्माना लगेगा
- आवारा कुत्तों और बिल्लियों के लिए शेल्टर बनाए जाएंगे.
- कुत्तो को खाना खिलाने के लिए आरडब्लूए और सोसायटी के बाहर फीडिंग स्थल बनाया जाएगा.
नोएडा के लोग आज बहुत खुश होंगे. काश यह नियम दूसरे शहरों में भी लागू हो जाए तो महारी तरह उन लोगों को राहत मिले जो कुत्ते की दहशत में जिंदगी जी रहे हैं. वैसे आपको यह फैसला कैसा लगा?
इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.