पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) को देश की महिलाओं की तकलीफ का एहसास है. उन्होंने 76वें स्वतंत्रता दिवस (Independence Day 2022) के शुभ अवसर पर लाल किले की प्राचीर से देश को संबोधित करते हुए अपने भाषण में नारी शक्ति का जिक्र किया. पीएम मोदी ने लोगों से महिलाओं का सम्मान करने और उनके प्रति मानसिकता बदलने की अपील की.
पीएम मोदी ने स्वतंत्रता संग्राम में महान महिला नेताओं के योगदान की सराहना की और कहा कि स्त्री का सम्मान भारत के विकास के लिए एक महत्वपूर्ण स्तंभ है. जानिए, स्वतंत्रता दिवस पर पीएम मोदी ने साल 2014 से लेकर 2022 तक देश की महिलाओं के लिए क्या-क्या कहा है...
स्वतंत्रता दिवस 2022 पर पीएम ने मोदी क्या कहा-
पीएम मोदी ने देश की महिलाओं के लिए कहा कि "किसी न किसी वजह से हमारे अंदर यह सोच आ गई है कि हम अपनी बोली से, अपने व्यवहार से और अपने कुछ शब्दों से महिलाओं का अनादर करते हैं." अपने भाषण में पीएम ने लोगों से महिलाओं को अपमानित करने वाली हर चीज से खुद को दूर रखने का आग्रह किया. उन्होंने यह भी कहा कि "मैं इस अमृत काल में देश की तरक्की में माताओं, बहनों और बेटियों का कई गुना योगदान का देख रहा हूं. हम जितने अधिक मौके और सुविधाएं हमारी बेटियों को देंगे, वे हमें उससे कई गुना लौटाकर देश को नई ऊंचाई पर ले जाएंगी."
स्वतंत्रता दिवस 2021 पर पीएम मोदी क्या कहा-
यह देश के लिए गर्व की बात है कि हमारी बेटियां शिक्षा, खेल, बोर्ड के परिणाम या ओलंपिक के क्षेत्र में बेहतर से प्रदर्शन कर रही हैं. आज बेटियां...
पीएम नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) को देश की महिलाओं की तकलीफ का एहसास है. उन्होंने 76वें स्वतंत्रता दिवस (Independence Day 2022) के शुभ अवसर पर लाल किले की प्राचीर से देश को संबोधित करते हुए अपने भाषण में नारी शक्ति का जिक्र किया. पीएम मोदी ने लोगों से महिलाओं का सम्मान करने और उनके प्रति मानसिकता बदलने की अपील की.
पीएम मोदी ने स्वतंत्रता संग्राम में महान महिला नेताओं के योगदान की सराहना की और कहा कि स्त्री का सम्मान भारत के विकास के लिए एक महत्वपूर्ण स्तंभ है. जानिए, स्वतंत्रता दिवस पर पीएम मोदी ने साल 2014 से लेकर 2022 तक देश की महिलाओं के लिए क्या-क्या कहा है...
स्वतंत्रता दिवस 2022 पर पीएम ने मोदी क्या कहा-
पीएम मोदी ने देश की महिलाओं के लिए कहा कि "किसी न किसी वजह से हमारे अंदर यह सोच आ गई है कि हम अपनी बोली से, अपने व्यवहार से और अपने कुछ शब्दों से महिलाओं का अनादर करते हैं." अपने भाषण में पीएम ने लोगों से महिलाओं को अपमानित करने वाली हर चीज से खुद को दूर रखने का आग्रह किया. उन्होंने यह भी कहा कि "मैं इस अमृत काल में देश की तरक्की में माताओं, बहनों और बेटियों का कई गुना योगदान का देख रहा हूं. हम जितने अधिक मौके और सुविधाएं हमारी बेटियों को देंगे, वे हमें उससे कई गुना लौटाकर देश को नई ऊंचाई पर ले जाएंगी."
स्वतंत्रता दिवस 2021 पर पीएम मोदी क्या कहा-
यह देश के लिए गर्व की बात है कि हमारी बेटियां शिक्षा, खेल, बोर्ड के परिणाम या ओलंपिक के क्षेत्र में बेहतर से प्रदर्शन कर रही हैं. आज बेटियां अपनी जगह पाने के लिए उतावली हैं. हमें ध्यान देना होगा ताकि बेटियां हर करियर के हर क्षेत्र में उनकी समान भागीदारी हो. हमें यह सुनिश्चित करना होगा कि वे सड़क से लेकर कार्यस्थल तक और सभी जगहों पर खुद को सुरक्षित महसूस करें. हमारे मन में महिलाओं के प्रति सम्मान की भावना होनी चाहिए. इसके लिए सरकार, प्रशासन, पुलिस और न्याय व्यवस्था को अपना सौ प्रतिशत देना होगा. हमें स्वतंत्रता के 75 साल पर यह संकल्प करना होगा.
स्वतंत्रता दिवस 2020 पर पीएम मोदी क्या कहा-
मुझे अपने देश की महिला शक्ति पर भरोसा है. भारत में जब भी नारी शक्ति को अवसर मिला है, उन्होंने नाम रोशन कर देश को मजबूत किया है. आज देश में महिलाओं को रोजगार और स्वरोजगार का समान अवसर मिलना चाहिए और हम इस बात की पूरी कोशिश कर रहे हैं. आज भारत में महिलाएं कोयला खदानों में काम कर रही हैं. आज मेरे देश की बेटियां भी फाइटर प्लेन उड़ा रही हैं और आसमान छू रही हैं. आज भारत दुनिया के उन देशों में शामिल है जहां महिलाओं को नौसेना और वायु सेना में लड़ाकू भूमिका में शामिल किया जा रहा है. हमने गर्भवती महिलाओं को 6 महीने की पेड लीव और मुस्लिम बहनों को तीन तलाक की पीड़ा से मुक्ति दिलाने का निर्णय लिया है. हम महिलाओं के आर्थिक रूप से मजबूत बनाना चाहते हैं. मेरे प्यारे देशवासियो, यह सरकार गरीब बहनों-बेटियों के बेहतर स्वास्थ्य के लिए चिंतित है. हमने जनऔषधि केंद्र में एक-एक रुपये में सैनिटरी पैड की सुविधा दी है. हमारी कोशिश है कि बेटियां अब कुपोषण का शिकार ना हों और उनकी सही उम्र में शादी की जाए. इसकी रिपोर्ट मिलते ही बेटियों की शादी की उम्र को लेकर एक सही फैसला लिया जाएगा.
स्वतंत्रता दिवस 2019 पर पीएम मोदी क्या कहा-
साल 2019 के स्वतंत्रता दिवस के भाषण में पीएम मोदी ने देश की महिला शक्ति पर जोर दिया. उन्होंने भाषण में जम्मू-कश्मीर के हालात का अलगाववाद और आंतकवाद का जिक्र किया. उन्होंने वहां की महिलाओं को मजबूती देने की बात की और कहा कि महिलाओं को सभी तरह के अधिकार मिलने चाहिए.
स्वतंत्रता दिवस 2018 पर पीएम मोदी क्या कहा-
हमारी आजादी एक कीमत पर आई है. स्वतंत्रता संग्राम में महिलाओं ने भी भाग लिया. महिला स्वयं सहायता समूहों की सहायता से हम ग्रामीणों का विकास कर रहे हैं. यह देश की महिलाओं के लिए भी बहुत गर्व की बात है कि आज हमारे पास सर्वोच्च न्यायालय में तीन महिला न्यायाधीश हैं जो देश को न्याय प्रदान कर रही हैं. आजादी के बाद यह पहली बार है जब केंद्रीय मंत्रिमंडल में महिला मंत्रियों का प्रतिनिधित्व अधिक है. आज मैं अपनी बहादुर बेटियों के साथ कुछ अच्छी खबर शेयर कर रहा हूं. मैं भारतीय सशस्त्र बलों के शॉर्ट सर्विस कमीशन में महिला अधिकारियों की नियुक्ति के लिए स्थायी कमीशन की घोषणा करता हूं. यह लाल किले की प्राचीर से मेरी ओर से उन बेटियों के लिए एक उपहार है, जो वर्दीधारी सेवाओं में हैं और जिन्होंने अपना जीवन देश को समर्पित कर दिया है. यह देश युवा लड़कियों की देशभक्ति के जोश को सलाम करता है, ये बेटियां हमारी राष्ट्रीय गौरव हैं. महिलाएं मजबूत भारत के निर्माण में समान रूप से योगदान दे रही हैं.
कृषि क्षेत्र से लेकर खेल के मैदान तक हमारी महिलाएं भारतीय तिरंगे को ऊंचा रखे हुए हैं. सरपंच से लेकर संसद तक हमारी महिलाएं देश के विकास में योगदान दे रही हैं. स्कूलों से लेकर सशस्त्र बलों तक हर जगह हमारे देश की महिलाएं आगे बढ़ रही हैं. हमारी महिलाएं इतनी बड़ी संख्या में बहादुरी से आगे बढ़ रही हैं, मगर उन्हें काफी बुरी चीजों का भी सामना करना पड़ता है. कभी-कभी राक्षसी ताकत नारी शक्ति के सामने चुनौती पेश करते हैं. रेप दर्दनाक है और हम देशवासियों को पीड़िता के दर्द को कई गुना महसूस करना चाहिए.
स्वतंत्रता दिवस 2017 पर पीएम मोदी क्या कहा-
परिवारों की महिलाएं बड़ी संख्या में रोजगार चाहती हैं. इसलिए हमने उन्हें रात में भी रोजगार के अवसर प्रदान करने के लिए श्रम कानून में सुधार के लिए एक बहुत ही महत्वपूर्ण कदम उठाया है. हमारी माताएं और बहनें परिवार की आधार हैं. हमारे भविष्य को बनाने में उनका महत्वपूर्ण योगदान है और इसीलिए हमने पेड मैटरनिटी लीव को पहले के 12 हफ्तों से बढ़ाकर 26 हफ्ते करने का फैसला किया है. महिला सशक्तिकरण के सन्दर्भ में मैं उन बहनों का सम्मान करना चाहूंगा जिन्हें 'तीन तलाक' के कारण जिंदगी में काफी मुश्किलों का सामना किया.
स्वतंत्रता दिवस 2016 पर पीएम मोदी क्या कहा-
भारत के गांवों में महिलाओं के सम्मान की खातिर खुले में शौच बंद होना चाहिए. इसके लिए सभी गांवों में शौचालय होने चाहिए. जब मुझे पहली बार लाल किले की प्राचीर से आपसे मिलने का सौभाग्य प्राप्त हुआ था, तब मैंने अपनी भावना जाहिर की थी. आज मैं आपको बता सकता हूं कि इस इतने कम समय में 2 करोड़ से अधिक शौचालय बनाए गए हैं. अब तक 70 हजार से ज्यादा गांव खुले में शौच से मुक्त हो चुके हैं. मैंने "बेटी बचाओ, बेटी पढ़ाओ" के बारे में बात की थी. मुझे "बेटी बचाओ बेटी पढाओ" को सफल बनाने के लिए समाज से सहयोग की जरूरत है. इसके लिए हर माता-पिता को सतर्क रहने की जरूरत है.
हमें अपनी बेटियों का सम्मान करना चाहिए, उन्हें सुरक्षा प्रदान करनी चाहिए और इस बात का ध्यान रखना चाहिए कि उन्हें सरकारी नीतियों का लाभ मिले. सुकन्या समृद्धि योजना हमारी बेटियों की देखभाल करती है. इंद्रधनुष टीकाकरण कार्यक्रम हमारी माताओं और बहनों को आर्थिक और स्वास्थ्य दोनों मोर्चों पर सशक्त बनाता. अगर महिला शिक्षित, स्वस्थ और आर्थिक रूप से स्वतंत्र है तो वह गरीबी से लड़ने में सक्षम होगी. इसलिए हम स्वास्थ्य और आर्थिक समृद्धि पर महिला सशक्तिकरण की दिशा में काम कर रहे हैं.
स्वतंत्रता दिवस 2015 पर पीएम मोदी क्या कहा-
आज मैं देशवासियों को एक खुशखबरी दे रहा हूं. मुझे हमारी बेटियों से लाखों संदेश मिलते थे कि वे सैनिक स्कूलों में पढ़ना चाहती. उनके लिए स्कूलों के दरवाजे खोले जाने चाहिए. ढाई साल पहले हमने अपनी बेटियों को एडमिशन देकर मिजोरम के सैनिक स्कूल में एक पायलट प्रोजेक्ट बंद कर दिया था. अब सरकार ने फैसला किया है कि सभी सैनिक स्कूल लड़कियों के लिए खुले रहेंगे. बेटियां भी देश के सभी सैनिक स्कूलों में पढ़ेगी. प्रधान मंत्री ने "स्टार्ट-अप इंडिया" पहल की घोषणा की और कहा कि, 1.25 लाख बैंक शाखाओं में से कम से कम एक महिला उद्यमी को प्रोत्साहित करना चाहिए.
स्वतंत्रता दिवस 2014 पर पीएम मोदी क्या कहा-
मैं देशवासियों से महिलाओं की सुरक्षा की आग्रह करता हूं. आज जब हम बलात्कार की घटनाओं की खबरें सुनते हैं, तो हमारा माथा शर्म से झुक जाता. लोग अलग-अलग तर्क देते हैं, हर कोई मनोवैज्ञानिक बनकर अपने बयान देता है, लेकिन आज इस मंच से बेटियों के हर मां-बाप से कुछ पूछना चाहता हूं. बेटी के 10 या 12 साल होते ही आप चौकन्ने रहने लगते हैं और उससे हर बात पर पूछते हैं कि कहां जा रही हो, कब आओगी, पहुंचने के बाद फोन करना. आप बेटी से तो सैकड़ों सवाल पूछते हैं, लेकिन क्या कभी अपने बेटे से पूछने की हिम्मत की है कि कहां जा रहे हो, क्यों जा रहे हो, कौन दोस्त है?
आखिर बलात्कार करने वाला किसी न किसी का बेटा ही तो है. उसके भी तो कोई न कोई मां-बाप हैं. क्या मां-बाप के नाते, हमने अपने बेटे से पूछा कि तुम क्या कर रहे हो? कभी आप बेटों पर भी उतने बंधन डाल करके देखो जितना बेटियों पर डाला है, कभी तो बेटों से कुछ पूछकर देखो...
पीएम मोदी की यह खासियत है कि वे देश की हर छोटी-बड़ी घटनाओं पर नजर रखते हैं. उन्होंने महिलाओं के विकास के लिए लगातार प्रयार किए हैं. आज के दिन उन्होंने अपने भाषण में महिलाओं के लिए जो कुछ कहा है, उम्मीद है कि उसका उसका असर श्रीकांत त्यागी जैसे लोगों पर पड़ेगा और वे महिलाओं का सम्मान करना सीख जाएंगे.
इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.