लखनऊ स्थित बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर विश्वविद्यालय (बीबीएयू) के 10वें दीक्षांत समारोह के अवसर पर राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने मेधावी छात्र-छात्राओं को मेडल देकर सम्मानित किया. उन्होंने अपने भाषण के दौरान कहा कि बाबासाहेब भीमराव अंबेडकर मेरे लिए भगवान के समान हैं. क्योंकि उन्होंने कुछ ऐसा काम किया कि आज मैं आपके समक्ष खड़ी हूं.
नारी शक्ति पर दिया जोर
राष्ट्रपति महोदया ने कहा कि बाबासाहेब अंबेडकर के जीवन में जितनी बड़ी चुनौतियां और कठिनाइयां आई, उससे कही ज्यादा उनको कामयाबी मिली. उनका पूरा जीवन प्रेरणा से भरा हुआ हैं. राष्ट्रपति ने नारी शक्ति पर जोर देते हुए कहा कि आज यहां मेडल पाने वाली 60 प्रतिशत और डिग्री पाने वाली 42 प्रतिशत लड़कियां हैं. ये हम सब के लिए खुशी की बात हैं.
छोटे स्टार्टअप को मिलेगा फायदा
इसके अलावा उन्होंने यूपी ग्लोबल इन्वेस्टर्स समिट का ज्रिक करते हुए कहा कि ऐसे आयोजनों से देश और प्रदेश दोनों को लाभ मिलेगा. खासकर छोटे स्टार्टअप्स को शुरु करने में मदद मिलेगी. आज देश विश्व में तीसरा सबसे बड़ा स्टार्टअप वाला देश बन गया हैं.
जीवन का मूल मंत्र क्या हैं?
राष्ट्रपति मुर्मु ने कहा कि जीवन में जो कुछ भी बनने की चाह हैं उसके लिए आज से ही प्रयास करने होगे. होनहार छात्र-छात्राएं अपने गुरुजनों की कार्यशैली अपनाकर देश के भविष्य को बनाने में योगदान दें. इसके अलावा राष्ट्रपति ने 12 करोड़ रुपए की धनराशि सावित्री बाई फूले हॉस्टल के लिए मुहैया कराए जाने पर मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की सराहना की.
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