कोरोना वायरस (Coronavirus) ने दुनियाभर में कोहराम मचा रखा है, ज़िंदगी उथल-पुथल सी हो गई है. करोड़ों लोगों के सामने नौकरी से लेकर रोजी रोटी तक के तमाम संकट भी खड़े हो गए हैं तो कुछ को इस महामारी ने अपना शिकार बना लिया है. इस महामारी ने लोगों को खूब सता रखा है तो वहीं कुछ ऐसे किस्से भी हो रहे हैं जो गुदगुदा भी रहे हैं और अनोखे भी हैं. सरकार ने शादी के लिए लाख नियम कानून बनाए हों मगर राजस्थान (Rajasthan) के बांरा जिले में जो हुआ उसकी उम्मीद न तो सरकार को रही होगी और न ही किसी प्रशासन को. आपने अभी तक सुना रहा होगा कि मंडप में दुल्हा और दुल्हन को कोरोना वायरस से बचाकर रखने के लिए सोशल डिस्टेंस (Social Distance) का पालन किया गया होगा, या फिर एक छड़ी के सहारे से दुल्हा को दुल्हन की मांग में सिंदूर भरते हुए देखा होगा. दुल्हा और दुल्हन को मास्क लगाकर फेरे लेते देखा होगा या फिर शादी बाद ही दुल्हा और दुल्हन को क्वारंटीन होते हुए देखा होगा, लेकिन जो राजस्थान में हुआ (Marraige In Quarantine Centre In Rajasthan) वो अपने आप में ही अनोखा मामला है.
यूं तो कोविड सेंटर बनाया गया है कोरोना के संक्रमित मरीजों को रखने के लिए और उनका इलाज करने के लिए लेकिन राजस्थान का कोविड सेंटर तब्दील हो गया शादी के मंडप में. राजस्थान में बांरा जिला का छतरगंज गांव है, यहां कोरोना जांच दल की टीम घर-घर स्क्रीनिंग कर रही थी. एक युवती और उसकी मां बीमार थी, ये दल उनके घर पहुंचा तो उन लोगों ने भी अपनी जांच कराई. युवती की दो दिन बाद ही शादी थी.
दो दिन बाद यानी शादी वाले दिन ही युवती की कोरोना की रिपोर्ट पाजिटिव आ गई. उसके ससुराल वाले उसकी बारात लेकर आते इससे पहले ही युवती को लेने कोविड सेंटर की एंबुलेंस आ...
कोरोना वायरस (Coronavirus) ने दुनियाभर में कोहराम मचा रखा है, ज़िंदगी उथल-पुथल सी हो गई है. करोड़ों लोगों के सामने नौकरी से लेकर रोजी रोटी तक के तमाम संकट भी खड़े हो गए हैं तो कुछ को इस महामारी ने अपना शिकार बना लिया है. इस महामारी ने लोगों को खूब सता रखा है तो वहीं कुछ ऐसे किस्से भी हो रहे हैं जो गुदगुदा भी रहे हैं और अनोखे भी हैं. सरकार ने शादी के लिए लाख नियम कानून बनाए हों मगर राजस्थान (Rajasthan) के बांरा जिले में जो हुआ उसकी उम्मीद न तो सरकार को रही होगी और न ही किसी प्रशासन को. आपने अभी तक सुना रहा होगा कि मंडप में दुल्हा और दुल्हन को कोरोना वायरस से बचाकर रखने के लिए सोशल डिस्टेंस (Social Distance) का पालन किया गया होगा, या फिर एक छड़ी के सहारे से दुल्हा को दुल्हन की मांग में सिंदूर भरते हुए देखा होगा. दुल्हा और दुल्हन को मास्क लगाकर फेरे लेते देखा होगा या फिर शादी बाद ही दुल्हा और दुल्हन को क्वारंटीन होते हुए देखा होगा, लेकिन जो राजस्थान में हुआ (Marraige In Quarantine Centre In Rajasthan) वो अपने आप में ही अनोखा मामला है.
यूं तो कोविड सेंटर बनाया गया है कोरोना के संक्रमित मरीजों को रखने के लिए और उनका इलाज करने के लिए लेकिन राजस्थान का कोविड सेंटर तब्दील हो गया शादी के मंडप में. राजस्थान में बांरा जिला का छतरगंज गांव है, यहां कोरोना जांच दल की टीम घर-घर स्क्रीनिंग कर रही थी. एक युवती और उसकी मां बीमार थी, ये दल उनके घर पहुंचा तो उन लोगों ने भी अपनी जांच कराई. युवती की दो दिन बाद ही शादी थी.
दो दिन बाद यानी शादी वाले दिन ही युवती की कोरोना की रिपोर्ट पाजिटिव आ गई. उसके ससुराल वाले उसकी बारात लेकर आते इससे पहले ही युवती को लेने कोविड सेंटर की एंबुलेंस आ पहुंची. अब जहां शादी की तैयारी जोरों से चल रही हो वहीं दुल्हन का ही कोरोना से संक्रमित हो जाना परिवार वालों के लिए बड़ा हैरान कर देने वाला लम्हा था. प्रशासन को जब इस बात की खबर हुई कि कोरोना पाजिटिव युवती की आज ही शादी भी है तो उन्होंने कहा युवती को कोविड सेंटर पहुंचाना भी ज़रूरी है.
युवती के परिवार वाले भी शादी को टालना नहीं चाहते थे तो प्रशासन ने बीच का रास्ता अपनाते हुए कोविड सेंटर में ही शादी कराए जाने का प्रस्ताव पेश कर दिया. जिस पर दोनों ही पक्ष के लोग तैयार हो गए. युवती कोविड सेंटर पहुंची, वहीं प्रशासन ने मंडप सजा रखा था. इस अनोखी शादी में दुल्हा-दुल्हन के अलावा दोनों के माता पिता और पंडित जी ही शामिल हुए और सभी लोग पीपीई किट पहने नज़र आए. दुल्हा दुल्हने ने भी पीपीई किट पहनकर ही फेरे सहित तमाम रस्म पूरे किए.
राजस्थान का ये मामला जैसे जैसे प्रकाश में आता गया वैसे वैसे ये सोशल मीडिया पर वायरल होता चला गया. पीपीई किट पहने दुल्हा और दुल्हन को फेरे लेता देख सभी इस फैसले पर बांरा जिला के प्रशासन की तारीफ कर रहे हैं. आखिर हो भी क्यों न इस दर्दनाक और खौफ़नाक बीमारी में संक्रमित होने के बाद इंसान जहां परेशान और चिंतित हो जाता है और जल्दी ठीक होने की प्रार्थना करता है वहीं जिला प्रशासन ने इनको सहयोग करते हुए इनकी ज़िंदगी की सबसे बड़ी खुशी को भी इनसे अलग नहीं किया और इनके अरमानों पर न तो पानी फेरे और न ही इनको और इंतजार कराया.
अब दुआ तो यही है कि दुल्हन जल्द ही इस महामारी को मात देकर खूब धूम-धड़ाके से अपने सुसराल जाए. शादी के बंधन में बंधना हर युवक हर युवती का सपना होता है इनके सपनों को तोड़ने के लिए कोरोना वायरस ने दस्तक ज़रूर दी थी लेकिन इनकी किस्मत ने उसको मात देते हुए अपने जीवन का एक बड़ा ख्वाब पूरा कर लिया है.
ये भी पढ़ें -
कोरोना से अपनों को खोने वालों का दर्द समझिए, जिन्हें अंतिम दर्शन भी न नसीब हुए
कोविड ने भोपाल वासियों को एक और गैस ट्रेजेडी का एहसास करा दिया...
दुनिया में खुद को साबित करने के लिए सीरियल किलर बनना ही बचा था!
इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.