देश में कोरोना वायरस का कहर फैलता है. संक्रमण को रोकने के लिए लॉकडाउन लगा दिया जाता है. दूर फंसे शहरों में मजदूर अपने घर जाने के लिए सड़कों पर निकल पड़ते हैं. लोगों को तस्वीर दिखती है, सरकार को कोसा जाता है. इन सबके बीच एक नाम तेजी से सामने आता है बॉलीवुड अभिनेता सोनू सूद (Sonu Sood Income Tax Survey) का.
सोनू सूद लोगों के लिए मसीहा बनकर सामने आते हैं. वे ट्वीटर के जरिए लोगों की हर संभव मदद करने की कोशिश करते हैं. लोगों के मन में उनके लिए श्रद्धा जैसे भावनाएं जन्म लेती हैं. लोगों को उनपर प्यार आता है.
लड़कियां उनके लिए फेसबुक पर पोस्ट लिखने लगती हैं कि एक ही दिल कितनी बार जीतोगे सोनू सूद...अभिनेता सोनू सूद की एक के बाद लोगों की मदद करने वाली खबरें सामने आती हैं. कई जगह लोग उनकी पूजा करने लगते हैं, कई लोग उनके लिए राजनीति में आने की बात करने लगते हैं. लोगों का मत होता है कि जो काम सरकार को करना चाहिए वह काम तो सोनू सूद कर रहे हैं.
लोग बॉलीवुड के तमाम अभिनेता और अभिनेत्रियों पर सोनू सूद का नाम लेकर तंज कसते हैं. वे कहते हैं कि सोनू सूद से ज्यादा कामने वाले बॉलीवुड के रइस लोगों की मदद के लिए आगे क्यों नहीं आ रहे हैं.
अब आम लोगों को सोनू सूद के बारे में तो यही पता है कि वे एक हीरो नहीं बल्कि फिल्मों में विलन का रोल ज्यादा करते हैं तो उनकी कमाई बाकी अभिनेताओं से तो कम ही होगी.
हालांकि जब लॉकडाउन लगा तब भी लोगों ने कोसा और जब इस साल लॉकडाउन नहीं लगा तब भी कोसा...यह समय के हिसाब से बदलता रहता है, लेकिन हर कोई भेड़चाल नहीं चलता. कुछ लोगों के पास खुद का दिमाग जो होता है. जो सही को सही और गलत को गलत कहने की हिम्मत रखते हैं. चाहें वह कोई भी क्यों...
देश में कोरोना वायरस का कहर फैलता है. संक्रमण को रोकने के लिए लॉकडाउन लगा दिया जाता है. दूर फंसे शहरों में मजदूर अपने घर जाने के लिए सड़कों पर निकल पड़ते हैं. लोगों को तस्वीर दिखती है, सरकार को कोसा जाता है. इन सबके बीच एक नाम तेजी से सामने आता है बॉलीवुड अभिनेता सोनू सूद (Sonu Sood Income Tax Survey) का.
सोनू सूद लोगों के लिए मसीहा बनकर सामने आते हैं. वे ट्वीटर के जरिए लोगों की हर संभव मदद करने की कोशिश करते हैं. लोगों के मन में उनके लिए श्रद्धा जैसे भावनाएं जन्म लेती हैं. लोगों को उनपर प्यार आता है.
लड़कियां उनके लिए फेसबुक पर पोस्ट लिखने लगती हैं कि एक ही दिल कितनी बार जीतोगे सोनू सूद...अभिनेता सोनू सूद की एक के बाद लोगों की मदद करने वाली खबरें सामने आती हैं. कई जगह लोग उनकी पूजा करने लगते हैं, कई लोग उनके लिए राजनीति में आने की बात करने लगते हैं. लोगों का मत होता है कि जो काम सरकार को करना चाहिए वह काम तो सोनू सूद कर रहे हैं.
लोग बॉलीवुड के तमाम अभिनेता और अभिनेत्रियों पर सोनू सूद का नाम लेकर तंज कसते हैं. वे कहते हैं कि सोनू सूद से ज्यादा कामने वाले बॉलीवुड के रइस लोगों की मदद के लिए आगे क्यों नहीं आ रहे हैं.
अब आम लोगों को सोनू सूद के बारे में तो यही पता है कि वे एक हीरो नहीं बल्कि फिल्मों में विलन का रोल ज्यादा करते हैं तो उनकी कमाई बाकी अभिनेताओं से तो कम ही होगी.
हालांकि जब लॉकडाउन लगा तब भी लोगों ने कोसा और जब इस साल लॉकडाउन नहीं लगा तब भी कोसा...यह समय के हिसाब से बदलता रहता है, लेकिन हर कोई भेड़चाल नहीं चलता. कुछ लोगों के पास खुद का दिमाग जो होता है. जो सही को सही और गलत को गलत कहने की हिम्मत रखते हैं. चाहें वह कोई भी क्यों ना हो...
दरअसल, लॉकडाउन के समय कई प्रवासी मजदूरों को उनके घर पहुंचा कर सोनू सूद ने खूब वाहवाही बटोरी थी. सोनू सूद की इस दरियादिली के लिए स्पाइसजेट एयरलाइंस ने खास तरीके से उन्हें सलाम किया था. स्पाइसजेट ने अपनी कंपनी के स्पाइजेट बोइंग 737 पर उनकी एक बड़ी सी तस्वीर लगाई थी. उस तस्वीर के साथ सोनू सूद के लिए अंग्रेजी में एक खास पंक्ति भी लिख गई थी, 'ए सैल्यूट टू द सेविअर सोनू सूद' जिसका मतलब है 'मसीहा सोनू सूद को सलाम'.
सोनू सूद अब हर जरूरतमंद लोगों की उम्मीद बन गए. कोई उनको ऑक्सीजन के लिए ट्वीट करता तो कई नौकरी पाने के लिए. फैंस उनसे मिलने के लिए उनके घर के बाहर घंटों इंतजार करते हैं. अब आप बताइए जिस मसीहे को लोग पूजते हों उस पर टैक्स चोरी का इल्जाम लगाने से आप क्या उम्मीद करते हैं? लोगों की आखिर क्या प्रतिक्रिया मिलेगी?
कुछ लोगों का तो यह भी कहना है कि सोनू सूद की लोकप्रियता सरकार के लिए खतरा थी इसलिए जानबूझकर छापा डाला गया. सोनू सूद के लिए लोगों ने अपने मन में देवता सी छवि बना ली है. लोगों का कहना है कि अगर सोनू सूद गलत हैं तो गलत ही सही.
वो हमारे मसीहा हैं उन्होंने जो भी किया हो लेकिन लोगों की मदद तो की है. यह उनके भलाई का इनाम है जो सरकार ने उन्हें दिया है. कोई लाख अच्छा हो और सोनू सूद गलत हों तो भी हम सोनू के साथ हैं.
कुछ दिनों पहले ही दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व वाली दिल्ली सरकार ने घोषणा की थी कि सोनू सूद, आम आदमी पार्टी सरकार के 'देश के मेंटोर' कार्यक्रम के ब्रैंड एंबेसडर होंगे. लोगों का कहना है कि अगर सोनू सूद क्रेंद सरकार के साथ जुड़ते तो क्या तो भी उनकी जगहों पर छापा पड़ता? क्या तब भी सोनू सूद के उपर टैक्स चोरी का आरोप लगता? हालांकि सोनू सूद पहले ही साफ कर चुके हैं कि उनका 'राजनीति में आने का कोई इरादा नहीं है.'
सोचिए जिस सोनू सूद पर इनकम टैक्स डिपार्टमेंट ने उन पर 20 करोड़ की टैक्स चोरी का आरोप लगाया है उसे लोग साफ नकार रहे हैं. इनकम टैक्स ने सोनू सूद पर चैरिटी ट्रस्ट द्वारा विदेशी चंदा अधिनियम एक्ट के नियमों के उल्लंघन का भी आरोप लगाया है.
सोनू सूद के परिसर पर आयकर विभाग के 'सर्वे' की रिपोर्ट पर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल का कहना है कि 'जीत सच्चाई की होती है.'केजरीवाल ने ट्विटर कर कहा, "सच्चाई के रास्ते पर लाखों मुश्किलें आती हैं, लेकिन जीत हमेशा सच्चाई की ही होती है. सोनू सूद जी के साथ भारत के उन लाखों परिवारों की दुआएं हैं जिन्हें मुश्किल घड़ी में सोनू जी का साथ मिला था." लोग भी यही राग अलाप रहे हैं, सोनू सूद हमारे भगवान हैं और वे गलत हो नहीं सकते.
वहीं आरोप लगने के बाद सोनू सूद ने पहली बार पोस्ट कर लिखा है कि "आपको हमेशा अपने हिस्से की सच्चाई बताने की जरूरत नहीं पड़ती. समय सब बता देता है." "मैं पूरी ईमानदारी से देश की लोगों की मदद कर रहा हूं. मेरा फाउंडेशन लोगों की जिंदगियां बचाने और जरूरतमंदों की मदद करने को तत्पर रहता है. मैं बीते चार दिनों से कुछ मेहमानों की सेवा में व्यस्त था इसलिए आप लोगों की मदद नहीं कर सका. अब मैं आप लोगों की मदद के लिए आ गया हूं."
आखिर में सोनू सूद ने लिखा "कर भला हो भला, अंत भले का भला." सोनू के इतना कहने के बाद लोगों का हौसला और अधिक बुलंद हो गया है. सोनू उनके लिए मसीहा हैं और मसीहा कभी गलत नहीं हो सकता, भले वह किसी भी रास्ते पर चलें...लोग उन्हें गलत रूप में भी अपना चुके हैं. हालांकि अगर वो गलत नहीं है तो घबड़ाने की जरूरत नहीं है. सिर्फ आरोप ही तो लगा है. वे सही हैं तो डरने की क्या जरूरत है. मसीहा की सच्चाई तो सबके सामने आ ही जाएगी...
इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.