पृथ्वीराज फिल्म (Prithviraj film) का टीजर रिलीज हो चुका है. पृथ्वीराज चौहान के रोल में अक्षय कुमार (akshay kumar) की तो चर्चा तो हो रही है लेकिन छा गए हैं सोनू सूद. जी हां फिल्म का टीजर देखने के बाद लोग सोनू सूद (Sonu sood) के किरदार को खोज-खोजकर पढ़ रहे हैं. इस फिल्म को चंद्रप्रकाश द्विवेदी ने डायरेक्ट किया है. इसी फिल्म से मानुषी छिल्लर के फिल्मी करियर की शुरुआत हो रही है, ऊपर से संजू बाबा यानी संजय दत्त भी अहम भूमिका में हैं.
चलिए अब बताते हैं कि चंदबरदाई कौन थे जिसके रोल में सोनू सूद एकदम फिट बैठे हैं. दरअसल चंदबरदाई, सम्राट पृथ्वीराज चौहान के मित्र और राजकवि थे. वे पृथ्वीराज चौहान की जिंदगी का अहम हिस्सा थे. सम्राट का अधिकतर समय चंदबरदाई के साथ ही बीता. वे हर मौके पर सम्राट के साथ खड़े रहे.
'चार बांस चौबीस गज, अंगुल अष्ट प्रमान ता ऊपर सुल्तान है, मत चूके चौहान'...इन्हीं पंक्तियों को बोलकर चंदबरदाई ने पृथ्वीराज को यह इशारा किया था कि गोरी कहां बैठा है? इस तरह चंदबरदाई ने मुहम्मद गोरी को मारने में पृथ्वीराज चौहान की मदद की थी. पृथ्वीराज चौहान शब्दभेदी बाण चलाने के माहिर तो थे ही. कहा जाता है कि जब सम्राट पृथ्वीराज, गोरी के बंदी थे और अपनी दृष्टि खो बैठे थे तब चंदबरदाई के विवरण को सुनकर ही उन्होंने गोरी को मौत के घाट उतारा था.
इतना ही नहीं पृथ्वीराज चौहान के मित्र चंदबरदाई को हिंदी का पहला कवि भी माना जाता है. चंदबरदाई ने ही 'पृथ्वीराज रासो' की रचना की थी. जिसमें 10 हजार से अधिक छंद हैं. इस ग्रंथ में पृथ्वीराज चौहान की जिंदगी और उनके युद्धों बारे में जानकारी दी गई है.
अब आप समझ जाइए कि फिल्म में सोनू सूद का किरदार इतना खास क्यों है? वैसे इस फिल्म के लिए इंतजार तो करना...
पृथ्वीराज फिल्म (Prithviraj film) का टीजर रिलीज हो चुका है. पृथ्वीराज चौहान के रोल में अक्षय कुमार (akshay kumar) की तो चर्चा तो हो रही है लेकिन छा गए हैं सोनू सूद. जी हां फिल्म का टीजर देखने के बाद लोग सोनू सूद (Sonu sood) के किरदार को खोज-खोजकर पढ़ रहे हैं. इस फिल्म को चंद्रप्रकाश द्विवेदी ने डायरेक्ट किया है. इसी फिल्म से मानुषी छिल्लर के फिल्मी करियर की शुरुआत हो रही है, ऊपर से संजू बाबा यानी संजय दत्त भी अहम भूमिका में हैं.
चलिए अब बताते हैं कि चंदबरदाई कौन थे जिसके रोल में सोनू सूद एकदम फिट बैठे हैं. दरअसल चंदबरदाई, सम्राट पृथ्वीराज चौहान के मित्र और राजकवि थे. वे पृथ्वीराज चौहान की जिंदगी का अहम हिस्सा थे. सम्राट का अधिकतर समय चंदबरदाई के साथ ही बीता. वे हर मौके पर सम्राट के साथ खड़े रहे.
'चार बांस चौबीस गज, अंगुल अष्ट प्रमान ता ऊपर सुल्तान है, मत चूके चौहान'...इन्हीं पंक्तियों को बोलकर चंदबरदाई ने पृथ्वीराज को यह इशारा किया था कि गोरी कहां बैठा है? इस तरह चंदबरदाई ने मुहम्मद गोरी को मारने में पृथ्वीराज चौहान की मदद की थी. पृथ्वीराज चौहान शब्दभेदी बाण चलाने के माहिर तो थे ही. कहा जाता है कि जब सम्राट पृथ्वीराज, गोरी के बंदी थे और अपनी दृष्टि खो बैठे थे तब चंदबरदाई के विवरण को सुनकर ही उन्होंने गोरी को मौत के घाट उतारा था.
इतना ही नहीं पृथ्वीराज चौहान के मित्र चंदबरदाई को हिंदी का पहला कवि भी माना जाता है. चंदबरदाई ने ही 'पृथ्वीराज रासो' की रचना की थी. जिसमें 10 हजार से अधिक छंद हैं. इस ग्रंथ में पृथ्वीराज चौहान की जिंदगी और उनके युद्धों बारे में जानकारी दी गई है.
अब आप समझ जाइए कि फिल्म में सोनू सूद का किरदार इतना खास क्यों है? वैसे इस फिल्म के लिए इंतजार तो करना होगा क्योंकि यह फिल्म 2022 में रिलीज होगी. वैसे इस रोल में सोनू सूद की सिर्फ एक झलक ही दिखी है लेकिन उनके चेहरे का तेज और आंखों का तेवर देखते ही बन रहा है. साफ पता चलता है कि उनका अभिनय कितना शानदार है.
'पृथ्वीराज' का टीजर देखने के बाद भले ही लोग अक्षय कुमार से पूछ रहे हैं कि एक्टिंग किधर है लेकिन वही लोग सोनू सूद के लिए इंतजार कर रहे हैं. अब देखना है कि फिल्म के रिलीज होने के बाद दर्शकों की क्या प्रतिक्रिया मिलती है. फिलहाल हम इस बात को नहीं झुठला सकते हैं कि सोनू इस रोल के लिए एकदम सही पसंद है.
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