सालों की रिसर्च के बाद एक बात जो आज साबित हुई है उसे आयुर्वेद हमेशा से जानता था. रिसर्च में पाया गया कि हमारा स्वास्थ्य की शुरुआत पेट से होती है. तंदरुस्त पेट हर बीमारी को दूर रख सकता है और अगर पेट में थोड़ी भी हलचल हुई तो वो बीमारियों के लिए न्योता साबित होता है. इसलिए पेट को सही रखना सबसे जरुरी है.
फायदेमंद बैक्टेरिया को साथ रखने और नुकसानदायक बैक्टेरिया को दूर रख कर अपने पेट को स्वस्थ, तंदरुस्त रखना चाहिए. हमारे शरीर में नुकसानदायक बैक्टेरिया प्रदुषण, जंक फुड और गलत जीवनशैली की वजह से अपनी जगह बना लेती है. पेट को तंदरुस्त रखने का एक फुलप्रूफ तरीका है मसाले खाना.
तो आखिर कौन से मसाले हमारी मदद करते हैं?
वैसे तो कई मसाले मदद करते हैं और उन सभी को बारी बारी से अपने खानपान में शामिल रखने की कोशिश करनी चाहिए.
जायफल-
जायफल, आंतों में पेरिस्टाल्टिक मोशन के जरिए पाचन क्रिया को बढ़ाता है. साथ ही आंतों और गैस्ट्रिक जूस का भी स्त्राव भी बढ़ाता है जिससे पाचन में आसानी होती है. इसके अलावा, इसके दो घटक - myristicin और macelignan हमारी पढ़ने की क्षमता को भी बढ़ाते हैं.
जावित्री-
जावित्री हमारे पाचन तंत्र को स्वस्थ रखने में मदद करती है. साथ ही रक्त संचार को भी नियमित रखने में मदद करती है. रक्त संचार सही रहना बालों और स्कीन के लिए भी फायदेमंद होता है. साथ ही ये हमारी भूख बढ़ाता...
सालों की रिसर्च के बाद एक बात जो आज साबित हुई है उसे आयुर्वेद हमेशा से जानता था. रिसर्च में पाया गया कि हमारा स्वास्थ्य की शुरुआत पेट से होती है. तंदरुस्त पेट हर बीमारी को दूर रख सकता है और अगर पेट में थोड़ी भी हलचल हुई तो वो बीमारियों के लिए न्योता साबित होता है. इसलिए पेट को सही रखना सबसे जरुरी है.
फायदेमंद बैक्टेरिया को साथ रखने और नुकसानदायक बैक्टेरिया को दूर रख कर अपने पेट को स्वस्थ, तंदरुस्त रखना चाहिए. हमारे शरीर में नुकसानदायक बैक्टेरिया प्रदुषण, जंक फुड और गलत जीवनशैली की वजह से अपनी जगह बना लेती है. पेट को तंदरुस्त रखने का एक फुलप्रूफ तरीका है मसाले खाना.
तो आखिर कौन से मसाले हमारी मदद करते हैं?
वैसे तो कई मसाले मदद करते हैं और उन सभी को बारी बारी से अपने खानपान में शामिल रखने की कोशिश करनी चाहिए.
जायफल-
जायफल, आंतों में पेरिस्टाल्टिक मोशन के जरिए पाचन क्रिया को बढ़ाता है. साथ ही आंतों और गैस्ट्रिक जूस का भी स्त्राव भी बढ़ाता है जिससे पाचन में आसानी होती है. इसके अलावा, इसके दो घटक - myristicin और macelignan हमारी पढ़ने की क्षमता को भी बढ़ाते हैं.
जावित्री-
जावित्री हमारे पाचन तंत्र को स्वस्थ रखने में मदद करती है. साथ ही रक्त संचार को भी नियमित रखने में मदद करती है. रक्त संचार सही रहना बालों और स्कीन के लिए भी फायदेमंद होता है. साथ ही ये हमारी भूख बढ़ाता है, याददाश्त सही रखता है और मानसिक शांति भी प्रदान करने में मदद करता है. इसमें तांबा और आयरन भरपूर मात्रा में पाए जाते हैं जो नई कोशिकाओं को बनाने में मदद करते हैं. मतलब ये कि जावित्री खून की कमी, थकान और मांसपेशियों में कमजोरी से लड़ने में सहायक होता है. ऊर्जा पाने के लिए ये सबसे सही मसाला है.
लौंग-
आज के प्रदुषित माहौल में रहने वालों के लिए लौंग सबसे सही एंटीडॉट है. इसमें एंटीऑक्सिडेंट भरपूर मात्रा में पाई जाती है जो हमें आधुनिक जीवनशैली के कारण होने वाले रोगों बचाने के लिए उपयुक्त है. यह मसाला हमारे शरीर को डिटॉक्सिफाई करके शरीर की लिपिड प्रोफाइल को कम करने में मदद करता है और लिवर को भी तंदरुस्त रखता है. इसमें एंटी-कैंसर गुण भी होते हैं.
ये डायबिटिज से भी बचाता है. ब्लड शुगर लेवल को नियंत्रित रखता है. और प्रदुषण से होने वाली सांस की बीमारियों को दूर करने के लिए जाना माना उपचार भी है.
सिर्फ एक लौंग को अपने मुंह में रखिए और चूसते रहिए.
इलायची-
इलायची हमारे दिल के लिए बहुत अच्छी है. ये हमारे ब्लड प्रेशर, लिपिड प्रोफाइल और कोलेस्ट्रॉल के स्तर पर भी निगरानी रखता है. ये चिंता से दूर करने वाला मसाला है और पाचन में भी सहायता करता है. साथ ही ये मांसपेशियों और जोड़ों के दर्द से भी मुक्ति दिलाता है. अस्थमा और सांस की अन्य बीमारियों से भी बचाता है.
रोजाना इलायची चाय पीने की आदत बना लें.
केसर-
केसर में कैरोटीन पाया जाता है जिसे क्रोसिन कहते हैं. गहरे नारंगी रंग का ये क्रोसिन कैंसर से बचाता है और याददाश्त खोने से बचाता है. साथ ही सूजन होने से भी रोकता है. केसर एक उत्तेजक टॉनिक है. ये ठंड और बुखार के इलाज के लिए बहुत प्रभावी है. इसमें पाई जाने वाली विटामिन सी इम्यूनिटी को बढ़ावा देती है और इसमें पाया जाना वाला आयरन थकान को दूर करता है.
इसे दूध के साथ मिलाकर पीजिए. केसर दूध से कैल्शियम के अवशोषण को बढ़ाता है जिसकी वजह से दूध और केसर का ये मिश्रण ऑस्टियोपोरोसिस को रोकता है.
तुलसी-
तुलसी की तो हम लोग पूजा ही करते हैं. ये लीवर को डिटॉक्सिफाई करने में मदद करता है. आयरन का बहुत ही अच्छा स्रोत है. इसमें चिंता भगाने वाले गुण हैं. पाचन में सहायता करता है और सांस की दिक्कतों से छुटकारा दिलाता है. इसमें कैंफिन, यूगनॉल और सीनओल के कारण ये गले में कफ जम जाने जैसी परेशानियों से छुटकारा दिलाता है.
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