स्टार प्लस ( star plus) का नया धारावाहिक 'ये झुकी झुकी सी नज़र' (Yeh Jhuki Jhuki Si nazar) शुरु होने के साथ ही चर्चा में बना हुआ है. यह सीरियल एक सांवली लड़की के संघर्ष पर आधारित है. जो अपने सांवले रंग के वजह से लोगों के ताने सहती है और अपनी नजरें नीचे कर लेती है.
इस सीरियल को रंगभेद के खिलाफ एक लड़ाई के रूप में देखा जा रहा है. स्टार प्लस ने न्यू-एज प्रोडक्शन हाउस कथा कॉटेज प्रोडक्शन एलएलपी के साथ मिलकर इस शो लेकर आए हैं. जिसमें अंकित सिवाच (अरमान) और स्वाति राजपूत (दीया) का किरदार निभा रहे हैं.
काले रंग वाली महिला को क्या-क्या सहना पड़ता है, यह इस धारावाहिक के जरिए समझा जा सकता है. इसमें दिया नाम का किरदार रंगभेद के खिलाफ होने वाली लड़ाई की कहानी को बयां करेगी. इस शो की कहानी में दो टूटे दिल सामाजिक और व्यक्तिगत बुराइयों से लड़ते हैं, जिन्हें खुद किस्मत एक-दूसरे से मिलाती है.
अब तक इस कहानी में इतना दिखाया गया है कि, अरमान शादी में एक ऐसी लड़की को देखता हैं जो सांवली है. वह जरूरतमंदों की सहायता के लिए हमेशा तैयार रहती है. हालांकि लड़के की मां को अपने घर के लिए एक सुशील और सुंदर बहू की तलाश है. वह सांवली लड़की को अपने घर की बहू नहीं बनाना चाहती है. बेटा इकलौता है और आदर्शवादी है जो मां की बहुत इज्जत करता है.
वहीं दिया की बहन बहुत गोरी है इसलिए मां अपने बेटे के लिए उसे चुनती है. वहीं बेटे के मन में दिया बस गई है. अब देखना यह है कि क्या यह दोनों मिल पाएंगे या फिर इनकी कहानी नया मोड़ लेगी. इसके पहले प्रोमों में दिखाया गया था कि अरमान मल्टीमीडिया फर्म कंपनी में काम करता है. वह दोस्त के साथ सड़क पर परेशान है...
स्टार प्लस ( star plus) का नया धारावाहिक 'ये झुकी झुकी सी नज़र' (Yeh Jhuki Jhuki Si nazar) शुरु होने के साथ ही चर्चा में बना हुआ है. यह सीरियल एक सांवली लड़की के संघर्ष पर आधारित है. जो अपने सांवले रंग के वजह से लोगों के ताने सहती है और अपनी नजरें नीचे कर लेती है.
इस सीरियल को रंगभेद के खिलाफ एक लड़ाई के रूप में देखा जा रहा है. स्टार प्लस ने न्यू-एज प्रोडक्शन हाउस कथा कॉटेज प्रोडक्शन एलएलपी के साथ मिलकर इस शो लेकर आए हैं. जिसमें अंकित सिवाच (अरमान) और स्वाति राजपूत (दीया) का किरदार निभा रहे हैं.
काले रंग वाली महिला को क्या-क्या सहना पड़ता है, यह इस धारावाहिक के जरिए समझा जा सकता है. इसमें दिया नाम का किरदार रंगभेद के खिलाफ होने वाली लड़ाई की कहानी को बयां करेगी. इस शो की कहानी में दो टूटे दिल सामाजिक और व्यक्तिगत बुराइयों से लड़ते हैं, जिन्हें खुद किस्मत एक-दूसरे से मिलाती है.
अब तक इस कहानी में इतना दिखाया गया है कि, अरमान शादी में एक ऐसी लड़की को देखता हैं जो सांवली है. वह जरूरतमंदों की सहायता के लिए हमेशा तैयार रहती है. हालांकि लड़के की मां को अपने घर के लिए एक सुशील और सुंदर बहू की तलाश है. वह सांवली लड़की को अपने घर की बहू नहीं बनाना चाहती है. बेटा इकलौता है और आदर्शवादी है जो मां की बहुत इज्जत करता है.
वहीं दिया की बहन बहुत गोरी है इसलिए मां अपने बेटे के लिए उसे चुनती है. वहीं बेटे के मन में दिया बस गई है. अब देखना यह है कि क्या यह दोनों मिल पाएंगे या फिर इनकी कहानी नया मोड़ लेगी. इसके पहले प्रोमों में दिखाया गया था कि अरमान मल्टीमीडिया फर्म कंपनी में काम करता है. वह दोस्त के साथ सड़क पर परेशान है क्योंकि उसकी गाड़ी खराब हो गई है.
तभी दिया बच्चों की मदद करती दिखती है, बच्चे उसे दीदी-दीदी बोलकर पुकारते हैं. वह अरमान के पास आकर पूछती है कि क्या आपको किसी मदद की जरूरत है. अरमान बताता है कि गाड़ी खराब है और मोबाइल बंद हो गया है. वह मोबाइल आगे बढ़ाती है तभी अरमान का दोस्त सामने आ जाता है और मोबाइल ले लेता है.
इसके बाद वह अपने दोस्त अरमान से कहता है कि भाई माना की तू सिंगल है लेकिन तेरे इतने बुरे दिन नहीं कि इस काली बॉडम से पाला पड़े...उसकी बात दिया सुन लेती है, वह कहती है कि मेरा इरादा सिर्फ मदद करने का था फर्ल्ट करने का नहीं...बस इतना समझ लीजिए कि यह कहानी बता रही है कि सांवली लड़की को लेकर आज भी लोगों की सोच क्या है?
अब देखना है कि आने वाले एपिसोड में कहानी क्या नया मोड़ लेती है? क्या अरमान अपनी मां के खिलाफ जाकर दिया का हाथ थामता है? किस तरह दिया एक मजबूत महिला के रूप में लोगों का सामना करती है?
इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.