अगर एक टीचर को कई सालों बाद उसके जन्मदिन के अवसर पर पूर्व छात्र सरप्राइज दें तो उसे कैसा महसूस होगा? इस बात की हम बस कल्पना ही कर सकते हैं. वो भी उस टीचर को सरप्राइज देना जो 24 साल पुरानी कार में कई सालों से जिंदगी बिताने को मजबूर हो. जिसने ना जाने कितने बच्चों की जिंदगी सवारी हो और आज खुद परेशानियों से घिरा हो. उस टीचर को उसके बर्थडे पर पूर्व छात्रों ने सरप्राइज में अनोखा तोहफा देकर बता दिया कि एक टीचर और स्टूडेंट का रिश्ता क्या होता है.
मेरी नजर में तो टीचर और स्टूडेंट का रिश्ता ही कुछ ऐसा होता है कि चाहें छात्र कितने भी बड़े क्यों ना हो जाएं उनके जेहन में शिक्षक की यादें जरूर रह जाती हैं. बचपन भला कौन भूल सकता है, छोटी-छोटी शरारतें, मस्ती, स्कूल और वो टीचर. कौन नहीं चाहता कि बचपन के वो सुहाने दिन एक बार फिर जीने को मिल जाएं, लेकिन ऐसा हो पाना संभव नहीं है. जब कभी वो स्कूल दिख जाए तो खुशी का एहसास होता है और जब किसी दिन स्कूल के टीचर से मुलाकात हो जाए तब तो खुशी का ठिकाना ही नहीं रहता. सोचिए जिस शिक्षक ने हजारों बच्चों की जिंदगी बनाई हो, वही बच्चे जब बड़े होकर उसके लिए कुछ करें तो उस टीचर को कितनी खुशी होगी. शायद उस टीचर को लगेगा कि उसका जीवन सफल हो गया. एक टीचर के लिए यही काफी होता है कि जिन बच्चों को उसने शिक्षा दी है, वे अपने जीवन में सफल हों.
दरअसल, Jose Villarruel 1997 की Ford Thunderbird LX कार में अपनी जिंदगी बिता रहे हैं. इतने सालों से यह कार ही उनका घर है. इसलिए वह अपनी कार का दरवाजा भी धीरे से ही बंद करते हैं, क्योंकि यह कार की अब उनके रहने की जगह है, एक तरह से उनका घर. Jose Villarruel पेशे से एक शिक्षक हैं. वे बच्चों को ट्यूशन...
अगर एक टीचर को कई सालों बाद उसके जन्मदिन के अवसर पर पूर्व छात्र सरप्राइज दें तो उसे कैसा महसूस होगा? इस बात की हम बस कल्पना ही कर सकते हैं. वो भी उस टीचर को सरप्राइज देना जो 24 साल पुरानी कार में कई सालों से जिंदगी बिताने को मजबूर हो. जिसने ना जाने कितने बच्चों की जिंदगी सवारी हो और आज खुद परेशानियों से घिरा हो. उस टीचर को उसके बर्थडे पर पूर्व छात्रों ने सरप्राइज में अनोखा तोहफा देकर बता दिया कि एक टीचर और स्टूडेंट का रिश्ता क्या होता है.
मेरी नजर में तो टीचर और स्टूडेंट का रिश्ता ही कुछ ऐसा होता है कि चाहें छात्र कितने भी बड़े क्यों ना हो जाएं उनके जेहन में शिक्षक की यादें जरूर रह जाती हैं. बचपन भला कौन भूल सकता है, छोटी-छोटी शरारतें, मस्ती, स्कूल और वो टीचर. कौन नहीं चाहता कि बचपन के वो सुहाने दिन एक बार फिर जीने को मिल जाएं, लेकिन ऐसा हो पाना संभव नहीं है. जब कभी वो स्कूल दिख जाए तो खुशी का एहसास होता है और जब किसी दिन स्कूल के टीचर से मुलाकात हो जाए तब तो खुशी का ठिकाना ही नहीं रहता. सोचिए जिस शिक्षक ने हजारों बच्चों की जिंदगी बनाई हो, वही बच्चे जब बड़े होकर उसके लिए कुछ करें तो उस टीचर को कितनी खुशी होगी. शायद उस टीचर को लगेगा कि उसका जीवन सफल हो गया. एक टीचर के लिए यही काफी होता है कि जिन बच्चों को उसने शिक्षा दी है, वे अपने जीवन में सफल हों.
दरअसल, Jose Villarruel 1997 की Ford Thunderbird LX कार में अपनी जिंदगी बिता रहे हैं. इतने सालों से यह कार ही उनका घर है. इसलिए वह अपनी कार का दरवाजा भी धीरे से ही बंद करते हैं, क्योंकि यह कार की अब उनके रहने की जगह है, एक तरह से उनका घर. Jose Villarruel पेशे से एक शिक्षक हैं. वे बच्चों को ट्यूशन भी पढ़ाते हैं. Jose Villarruel के 77वें जन्मदिन पर उनके एक्स स्टूडेंट ने उनको 20 लाख का ऐसा तोहफा दिया कि उनकी लाइफ ही बदल गई.
दरअसल, यह खबर कैलिफोर्निया के फोंटाना शहर का बताया जा रहा है. एक रिपोर्ट के अनुसार बुजुर्ग टीचर बुजुर्ग टीचर साल 2013 से ही कार में रह रहे थे. मुश्किल तब और ज्यादा बढ़ गई जब जब लॉकडाउन लग गया और स्कूल बंद हो गए. उन्हें काम मिलना भी बंद हो गया. वो अपने लिए एक घर का खर्च नहीं उठा सकते क्योंकि उन्हें अपने परिजनों के लिए हर महीने पैसे भेजने पड़ते हैं. Jose Villarruel का परिवार मैक्सिको में रहता है, जिनके खर्चे की जिम्मेदारी भी इन्हीं के ऊपर ही है. कोरोना की वजह से कई लोगों को ऐसी-ऐसी परेशानियों का सामना करना पड़ा है, जिनके बारे में हमें पता भी नहीं है.
पूर्व छात्र ने शिक्षक के लिए बनाया सरप्राइज का प्लान
Jose Villarruel के एक्स स्टूडेंट Steven Nava के अनुसार, काम पर जाते हुए वह तो रोज सुबह बुजुर्ग शिक्षक को अपनी गाड़ी की डिक्की से जरूरत का सामान निकालते देखता. जल्द ही स्टीवन को माजरा समझ में आ गया और उसने अपने टीचर के लिए कुछ करने की सोची. इसलिए उन्होंने एक फंड रेजिंग अकाउंट बनाया. स्टीवन का मकसद सिर्फ पांच हजार यानी 3.60 लाख रुपए इकट्ठे करने थे लेकिन हमने उम्मीद से ज्यादा पैसे इकट्ठे कर लिए.
अब बारी थी प्यारे टीचर को सरप्राइज देने की. जब मिस्टर वी Jose Villarruel का 77वां बर्थे आया तब स्टीवन और पूर्व छात्रों ने हैप्पी बर्थडे गाते हुए अपने बुजुर्ग टीचर को 27 हजार डॉलर का चेक सौंपा. जिसपर Jose Villarruel को यकीन करना मुश्किल था. उनका कहना था कि उन्हें कभी इसकी उम्मीद नहीं थी. इस पर विश्वास करना मुश्किल है. यह बेहद चौंकाने वाला था. स्टीवन की कहना था कि उस इंसान की मदद करना किसी सम्मान से कम नहीं है जिसने बहुत से बच्चों की जिंदगी सवारी हो.
इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.