टीवी पर सुंदर सी लड़की देश दुनिया की जानकारी देती कितनी अच्छी लगती है. कई बार रिमोट चैनल बदलने के मोड में होता है लेकिन एक लड़की को देखकर आपकी निगाहें थम जाती है और खबर और भी अच्छी लगने लगती है. लेकिन जो लड़की टीवी स्क्रीन पर दुनियादारी की बात कर रही होती है असल में उसकी खुद की दुनिया बसाने में उसे कई दिक्कते महसूस होती है.
एक सफल, आत्मनिर्भर और बेबाक लडकी तो सभी को लुभाती है पर जब उसी लड़की को डेट करने या फिर शादी करने की बात आती है तो लोग घबराने लगते है. खासकर पुरुष वर्ग का वो हिस्सा जिन्हें खुद से ज्यादा पावरफुल लड़की लुभाती तो बहुत है पर जब यही लड़की उसकी हमसफ़र बन जाए तो अचानक से पुरुषो का 'मेल ईगो' इस बीच आ जाता है. खैर हम यहाँ आपको बताएँगे की अगर आप किसी रिपोर्टर या जनर्लिस्ट लड़की से शादी या डेट करना चाहते है तो आपको किन बातों का ख्याल रखना होगा.
1. आपके अंदर 'पेशंस' होना बेहद जरुरी है
ये विशेष गुण आपके भीतर होना चाहिए. क्योंकि जनर्लिस्ट लडकियां अक्सर काफी व्यस्त होती हैं. उनके लिए काम सबसे पहले आता है. वो मल्टीटास्कर होती हैं. एक समय में उसके दिमाग के भीतर कई काम चल रहे होते हैं. कभी ऑफिस की डेडलाइन, कभी सोर्स से मिलना, कभी सबसे पहले न्यूज़ ब्रेक करना. ऐसे में शायद वो आपको थोड़ी देर के लिए भूल जाए और सिर्फ और सिर्फ अपने काम पर ध्यान दे. ऐसे वक़्त में आपको परेशान होकर उसे परेशान करने की नहीं बल्कि पेशंस रखने की जरुरत है. यकीन मानिये अपना काम निपटाते ही वो सबसे पहले आपको फोन करेगी. और अगर वो अपने बिजी शेड्यूल में भी आपको समय देती है तो समझिये वो आपके लिये कुछ भी कर सकती है.
2. कभी 'झूठ' ना बोले
जी हाँ, बिलकुल सही पढ़ा आपने. जर्नलिस्ट लड़कियों के सामने कोशिश करें कि आप कभी झूठ न बोलें. इसकी साफ़-साफ़ वजह...
टीवी पर सुंदर सी लड़की देश दुनिया की जानकारी देती कितनी अच्छी लगती है. कई बार रिमोट चैनल बदलने के मोड में होता है लेकिन एक लड़की को देखकर आपकी निगाहें थम जाती है और खबर और भी अच्छी लगने लगती है. लेकिन जो लड़की टीवी स्क्रीन पर दुनियादारी की बात कर रही होती है असल में उसकी खुद की दुनिया बसाने में उसे कई दिक्कते महसूस होती है.
एक सफल, आत्मनिर्भर और बेबाक लडकी तो सभी को लुभाती है पर जब उसी लड़की को डेट करने या फिर शादी करने की बात आती है तो लोग घबराने लगते है. खासकर पुरुष वर्ग का वो हिस्सा जिन्हें खुद से ज्यादा पावरफुल लड़की लुभाती तो बहुत है पर जब यही लड़की उसकी हमसफ़र बन जाए तो अचानक से पुरुषो का 'मेल ईगो' इस बीच आ जाता है. खैर हम यहाँ आपको बताएँगे की अगर आप किसी रिपोर्टर या जनर्लिस्ट लड़की से शादी या डेट करना चाहते है तो आपको किन बातों का ख्याल रखना होगा.
1. आपके अंदर 'पेशंस' होना बेहद जरुरी है
ये विशेष गुण आपके भीतर होना चाहिए. क्योंकि जनर्लिस्ट लडकियां अक्सर काफी व्यस्त होती हैं. उनके लिए काम सबसे पहले आता है. वो मल्टीटास्कर होती हैं. एक समय में उसके दिमाग के भीतर कई काम चल रहे होते हैं. कभी ऑफिस की डेडलाइन, कभी सोर्स से मिलना, कभी सबसे पहले न्यूज़ ब्रेक करना. ऐसे में शायद वो आपको थोड़ी देर के लिए भूल जाए और सिर्फ और सिर्फ अपने काम पर ध्यान दे. ऐसे वक़्त में आपको परेशान होकर उसे परेशान करने की नहीं बल्कि पेशंस रखने की जरुरत है. यकीन मानिये अपना काम निपटाते ही वो सबसे पहले आपको फोन करेगी. और अगर वो अपने बिजी शेड्यूल में भी आपको समय देती है तो समझिये वो आपके लिये कुछ भी कर सकती है.
2. कभी 'झूठ' ना बोले
जी हाँ, बिलकुल सही पढ़ा आपने. जर्नलिस्ट लड़कियों के सामने कोशिश करें कि आप कभी झूठ न बोलें. इसकी साफ़-साफ़ वजह ये है कि जनर्लिस्ट लडकियां झूठ आसानी से पकड़ लेती हैं. इसमें उनका कुसूर भी नहीं. वो जिस प्रोफेशन में हैं वहां बॉडी लैंग्वेज और जेस्टर्स के जरिये खबर निकलना उनका काम है. इसलिए जहां तक हो सके सच बोल दें. सच बोलने के बाद वो आपसे आर्गुमेंट नहीं करेंगी बल्कि इस बात का सम्मान करेंगी कि आपने उनसे कुछ छिपाया नहीं.
3. आपको 'ड्रेसअप' करना आना चाहिए
जर्नलिस्ट लडकियां हमेशा ये चाहती हैं कि उनका पार्टनर अच्छा दिखे. पूरे दिन भले ही वो फील्ड पर थक हार कर चूर हो जाए, लेकिन जब बात ड्रेसअप होने कि आती है तो वो हमेशा ये चाहेंगी कि उनका पार्टनर अच्छा दिखे. जिस लड़के को वो डेट करें उसे समय और जगह के हिसाब से ड्रेसअप होना आना चाहिए. ड्रेसअप का ये मतलब नहीं की आप केवल ब्रांडेड कपड़े पहने, ड्रेसअप का मतलब आप जो भी पहनें उसमे आप कम्फर्टेबल हों और ओकेशन के हिसाब से वो मेल खाता हो.
4. आप भी 'सोशल मीडिया' से करें प्यार!
अधिकतर जनर्लिस्ट लडकियां सोशल मीडिया एडिक्ट होती हैं. कई अपनी मर्ज़ी से और कई प्रोफेशन की मार से. लेकिन हर समय सोशल मीडिया पर एक्टिव रहना उनकी ज़िन्दगी का अहम हिस्सा बन जाता है. ऐसे में अगर आप सोशल मीडिया पर एक्टिव नहीं तो लड़की बुरा नही मानेगी. लेकिन अगर आप उसे कहेंगे की वो सोशल मीडिया से दूर रहे, तो ये नामुमकिन है. जनर्लिस्ट लड़कियों की सुबह की शुरुवात चाय कॉफी से नहीं होती बल्कि वो सुबह उठते ही पहले वाट्सअप, फेसबुक, ट्विटर और इंस्टाग्राम चेक करती हैं. इसलिए नही की किसने क्या पोस्ट किया है, बल्कि इसलिए की इन सभी जगहों से उसके लिए क्या खबर निकल सकती है.
5. उन पर भरोसा करें, गर्व महसूस करें
जनर्लिस्ट बनना कोई आसान काम नही. कई असफलताओं, कई तनाव, उतार-चढ़ाव और कड़ी मेहनत के बाद एक लड़की इस मुकाम तक पहुंचती है. जनर्लिस्ट होना अपने आप में ख़ास बात है. आम लड़कियों की तरह ये बिलकुल नहीं होती. इनकी सोच, समाज के प्रति इनका रवैया और काम को लेकर कुशलता के मामले में ये सबसे अलग होती हैं. इनके काम को जितना सराहा जाता है उतना इन्हें अच्छा लगता है लेकिन सराहने से भी ज्यादा जरुरी है कि आप इन पर गर्व महसूस करें. साथ ही वो अपने काम के सिलसिले में कई तरह के लोगों से मिलती जुलती है, ऐसे में आपको उन पर भरोसा रखना होगा. इसलिए जहाँ तक हो सके आप उन्हें ये महसूस करायें कि वो आपके लिए क्या मायने रखती है, आप उनकर पर कितना भरोसा करते है और साथ ही आप उस पर कितना गर्व महसूस करते हैं.
6. केयर करें पर पजेसिव न बने
जनर्लिस्ट लड़कियां भी होती तो आखिर लड़कियां ही हैं लेकिन आप इस बात का ख्याल रखें कि उन्हें बात-बात पर ना टोकें और ये याद न दिलायें कि वो कमज़ोर है, लड़की है. आपकी जानकारी के लिए बता दूं कि जनर्लिस्ट लड़कियां हमेशा अपडेटेड रहती हैं. शहर के किस कोने में क्या चल रहा है. कहाँ खतरा है और कहां नही. किस जगह जाना सही है या नहीं ये सब उन्हें पता होता है. आप केयर करेंगे, उनका हाल पूछेंगे तो उन्हें अच्छा लगेगा. लेकिन उन्हें कम से कम गाइड करने की कोशिश ना करें. उसे दुनिया की गन्दी नज़रो से बचाने से कोशिश ना करें. वो इतनी कमज़ोर नहीं होती. बड़ी-बड़ी रैलियों से लेकर इवेंट्स तक वो खुद को संभालना जानती है. इसलिए कोशिश करें कि आप उनकी केयर करें, उन्हें पजेसिवनेस का शिकार ना बनायें.
7. पैसों के मामले में बराबरी रखें
हमारे देश में ये शरिया कानून सा मालूम होता है कि अगर लड़का लड़की साथ है तो हर चीज़ के पैसे लड़के ही देगा. जनर्लिस्ट लड़कियां इस बात से इत्तेफ़ाक़ नहीं रखतीं. वो जब इक्वालिटी की बात करती हैं तो उनके लिए ये इक्वालिटी मेन्टल, फिजिकल से लेकर फाइनेंशियल तक होता है. उन्हें ये कतई पसंद नहीं की हर बार ये कह कर उन्हें बिल भरने से महरूम किया जाए, कि वो लडकिया है! जनर्लिस्ट लड़कियां इंडिपेंडेंट होती हैं और अपने पैसों को खर्चना और बचाना भी अच्छे से जानती हैं. इसलिए उन्हें मौका दें कि वो भी बिल के मामले में आपसे बराबरी करें और आप इस बात को ख़ुशी ख़ुशी स्वीकारें.
8. आपको एक अच्छा श्रोता बनना होगा
लड़कियों को बोलने की आदत होती है और जनर्लिस्ट लड़कियों को थोड़ा और भी ज्यादा बोलने की आदत होती है. इसलिए नहीं कि ये उनका प्रोफेशन है. बल्कि इसलिए की उनके पास अनगिनत ऐसी कहानियां होती हैं जो ना तो आप कभी जानते होंगे और ना ही कभी जान पाएंगे! जनर्लिस्ट होने के नाते वो ऐसी-ऐसी जगहों को एक्स्प्लोर करती हैं जिनसे आप महरूम हो जाते हैं. ऐसे में वो हमेशा इन कहानियों को आपको सुनाना चाहती हैं और साथ ही अगर आपके पास कोई कहानी हो तो उसे भी सुनना चाहती है! ऐसे में आपकी भलाई इसी में है कि आप एक अच्छे श्रोता बन उन्हें सुने.
9. हमेशा सरप्राइज के लिए तैयार रहें
जर्नलिज्म एक ऐसा क्षेत्र है जहाँ लड़कियां दिन रात एक कर अपनी पहचान बनाने की कोशिश में लगी रहती हैं. उनकी ज़िन्दगी एक अडवेंचरस रोलर कोस्टर राइड होती है, जिसमे पल-पल नई तब्दीलियां होती है. कभी अचानक ब्रेकिंग आ गयी तो भागो, कभी बम ब्लास्ट, कभी आग, कभी बाढ़! हर पल अपने काम को लेकर उन्हें सतर्क रहना पड़ता है. ऐसे में आपको समझदारी दिखानी होगी और उनके प्रोफेशन को समझते हुए न दिन देखें ना रात देखें, उन्हें उनके काम लिए सपोर्ट करना होगा. लड़की समाज को सेवा देने वाले में से एक प्रोफेशन यानी जर्नलिज्म में है ऐसे में आपकी भी जिम्मेदारी बनती है कि जब लड़की फील्ड पर स्टोरी की जंग लड़ने जाए तब आप उसका साथ दें.
10. आपको रिस्क टेकर बनना होगा
जनर्लिस्ट लड़कियां हमेशा बेबाक, बिंदास और रिस्क टेकर होती हैं. उन्हें एडवेंचर भी काफी पसंद होता है अब चाहें वो फील्ड पर हो या रियल लाइफ में. ऐसे में आपको भी रिस्क टेकर होने चाहिए और अगर आप नही है तो कम से कम जनर्लिस्ट लड़की के साथ रिस्क लेने का हौसला रख सके. जनर्लिस्ट लडकिया ना तो रिस्क लेने से डरती है और ना ही उनके परिणाम से. जो भी परिणाम हो, वो उसे ख़ुशी-ख़ुशी एक्सेप्ट करती है और फिर आगे बढ़ जाती है. ऐसे में आपके भी उसके इस अंदाज़ को अपनाना होगा. और अपनी ज़िन्दगी को बेहतर बनाने के लिए उसके फैसलों का सम्मान करना होगा.
ये भी पढ़ें -
8 बेतुके सवाल जिनकी वजह से मैंने शादी-पार्टियों में जाना छोड़ दिया
इस लेख में लेखक ने अपने निजी विचार व्यक्त किए हैं. ये जरूरी नहीं कि आईचौक.इन या इंडिया टुडे ग्रुप उनसे सहमत हो. इस लेख से जुड़े सभी दावे या आपत्ति के लिए सिर्फ लेखक ही जिम्मेदार है.